उत्तराखंड चुनाव : एक परिवार-एक टिकट की नीति त्याग देगी कांग्रेस!
- अपने बेटे-बेटियों के लिए भी टिकट मांग रहे शीर्ष नेता
नई दिल्ली। अगले साल की शुरुआत में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई है। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने दिल्ली में स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक बुलाई, जिसमें सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के लिए कांग्रेस की तरफ से ये फैसला लिया गया था कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा। वहीं उत्तराखंड के लिए पार्टी ने अभी तक इस तरह का कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने मांग की है कि ये नियम उत्तराखंड में लागू नहीं हो। दिल्ली में आज होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में इस विषय पर भी चर्चा होनी है।
अगर उत्तराखंड की बात करें तो यहां कांग्रेस के कई कद्ïदावर नेता अपने परिवार के अन्य सदस्यों के लिए टिकट मांग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने अलावा अपनी बेटी के लिए विधानसभा का टिकट मांग रहे हैं। वहीं नेता विपक्ष प्रीतम सिंह भी अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यशपाल आर्य भी अपने साथ अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं।
उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा मैं समझता हूं कि जहां एक परिवार से दो व्यक्ति राजनीति क्षेत्र में हैं और टिकट के बाद जीतने की संभावना रखते हैं, तो ऐसे मामले में विचार हो सकता है और ऐसा कोई नियम नहीं होगा कि कोई जन सेवा करें और एक परिवार से हो तो उसे टिकट नहीं मिले। अगर ऐसा कोई नियम बन रहा है या बना है तो इस पर विचार की आवश्यकता है।