‘बाहरी आवाजों पर ध्यान न दें शुभमन गिल’
तेंदुलकर ने दिया सक्सेस मंत्र, बोले- अपने फैसलों पर करें भरोसा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लंदन। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में बदलाव के कठिन दौर में टीम की कमान संभालने जा रहे शुभमन गिल को उचित समय और सहयोग दिया जाना चाहिए और नए कप्तान को सलाह दी कि ड्रेसिंग रूम से बाहर की टिप्पणियों पर सोचे बिना वह अपनी रणनीति पर फोकस रखें। 25 वर्ष के गिल इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत के कप्तान होंगे। इस सीरीज के साथ ही विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के नये चक्र की शुरूआत होगी।
भारतीय टीम अपने तीन सबसे अनुभवी खिलाडिय़ों विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के बिना उतरेगी जो टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। लीड्स के हेडिंग्ले में शुरुआती टेस्ट से पहले तेंदुलकर ने कहा, मुझे लगता है कि गिल को समय देना होगा। उन्हें सहयोग देने की भी जरूरत है। भारत का कप्तान होना काफी दबाव वाला काम है और तेंदुलकर को पता है कि अलग-अलग तरह के सुझाव सामने आएंगे, लेकिन उनका मानना है कि गिल इससे बखूबी निबट लेंगे। ड्रेसिंग रूम में क्या बात हो रही है और क्या रणनीति उसके अनुरूप है। तेंदुलकर ने कहा, और जो भी फैसले हो रहे हैं, वे टीम के हित में हैं या नहीं और उसे किस पर ध्यान देना चाहिए। उसे बाहरी आवाजों पर ध्यान नहीं देना चाहिये जिसमें लोग कहेंगे कि वह अधिक आक्रामक है या अधिक रक्षात्मक या इसी तरह की बातें।
रोहित-विराट के बिना ड्रेसिंग रूम सूना होगा : राहुल
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल का मानना है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के बिना ड्रेसिंग रूम साझा करना मुश्किल होगा। उनके बिना ड्रेसिंग रूम का माहौल सूना होगा। केएल राहुल ने कहा- विराट और रोहित पिछले एक दशक से भारतीय क्रिकेट के स्तंभ रहे हैं और उनका न होना बहुत बड़ी कमी होगी। अपने अब तक के पूरे करियर में, मैं कभी भी ऐसी टीम के माहौल में नहीं गया, जहां न तो विराट और न ही रोहित मौजूद हों। केएल राहुल ने आगे कहा- मैंने अब तक जितने भी टेस्ट मैच खेले हैं, उनमें से विराट या रोहित या दोनों ही हमेशा टीम का हिस्सा रहे हैं। उनके बिना ड्रेसिंग रूम में जाना थोड़ा अजीब जरूर लगेगा। लेकिन निश्चित रूप से उनके फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने देश को अपना सबकुछ दिया है और वे हमेशा भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बने रहेंगे। लेकिन अब समय आ गया है कि हम सभी आगे आएं।



