06 बजे तक की बड़ी खबरें

1 दिल्ली का सियासी पारा इन दिनों हाई चल रहा है। कांग्रेस नेता आप पर हमलावर हैं। वहीं इसी बीच कांग्रेस नेता दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आप नेता मनीष सिसोदिया पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि वे 2000 करोड़ रुपये के क्लासरूम निर्माण घोटाले से बच नहीं सकते. देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि सिसोदिया भ्रष्टाचार की जवाबदेही से बचने के लिए अधिकारियों को दोषी ठहरा रहे हैं, जबकि अंतिम मंजूरी मंत्री के हस्ताक्षर से होती है और उस वक्त सिसोदिया वित्त समिति के चेयरमैन भी थे.
2 ईरान पर अमेरिका के हमले के बाद से भारत में सियासी बयानबाजी और तेज हो गई है। वहीं इसी बीच शिवसेना UBT नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। सांसद संजय राउत ने मोदी सरकार पर तंज कसा है और यह सवाल भी उठाया है कि अगर ट्रंप इजरायल का साथ दे सकते हैं तो फिर हिन्दुस्तान का क्यों नहीं दिया था? उन्होंने कहा, “ईरान और इजरायल का झगड़ा चल रहा है तो प्रेसिडेंट ट्रंप को कूदने की क्या जरूरत है? ट्रंप कूद भी गए हैं और ईरान पर बम भी बरसाए हैं.”
3 बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं नेताओं की लगातार प्रतिक्रिया सामने आ रही है। वहीं इस बीच जेडीयू के नेता राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव से अब क्या उम्मीद की जाए? वे अपने गठबंधन को लेकर स्पष्ट नहीं हैं, इसलिए कांग्रेस भी उन्हें नेता मानने को तैयार नहीं। नेतृत्व और ज़िम्मेदारी को लेकर महागठबंधन में भ्रम की स्थिति है। सीटों के बंटवारे को लेकर अंदरूनी अराजकता साफ दिख रही है। ज़मीनी हालात बताते हैं कि महागठबंधन बड़ी हार की ओर बढ़ रहा है।
4 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार में भारतीय मजदूर संघ उत्तराखंड द्वारा आयोजित “स्वर्णिम 70 वर्ष” के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि श्रमिकों और उद्योगों के बीच समन्वय कैसे बनाए रख सकते हैं हम इस पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। हमारा निरंतर प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि हमारे सभी श्रमिकों को सर्वोत्तम संभव सुविधाएं मिलें।
5 गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सांखली स्थित रवींद्र भवन में जनता दरबार लगाया। जनता दरबार में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने ‘जनता दरबार’ के दौरान लोगों की समस्याएं सुनीं। साथ ही मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सभी समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया।
6 इजरायल-ईरान संघर्ष बेहद तेज होता जा रहा है। अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले किए। अमेरिका की कार्रवाई के बाद दुनिया में हलचल तेज हो चुकी है। वहीं इसी बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति पजशिकयान से फोन पर बातचीत की और ईरान-इजरायल संघर्ष पर चिंता जाहिर की है पीएम मोदी ने बातचीत की जानकारी देते हुए कहा कि मैंने ईरान के राष्ट्रपति से कूटनीतिक और बातचीत के जरिए किसी भी मुद्दे को सुलझाने की अपील की है।
7 हरियाणा में कांग्रेस पार्टी सैनी सरकार पर हमलावर है। वहीं इसी बीच कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा सरकार पर युवाओं को नौकरी के वादे पर धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार पहले भर्ती निकालती है और फिर रद्द कर देती है। अब सरकार ग्रुप-डी के चयनित युवाओं को पोस्टिंग देने की बात कर रही है, जिसके लिए विभागों से खाली पदों की जानकारी मांगी गई है।
8 कांग्रेस के नेता उदित राज ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि कल व्हाइट हाउस ने कहा था कि ट्रंप ईरान पर फैसला दो हफ्ते में लेंगे, लेकिन अगले ही दिन अमेरिका की बमबारी ने सबको चौंका दिया। यह बयान और कार्रवाई में विरोधाभास दिखाता है। पीएम मोदी को इससे सबक लेना चाहिए — और शायद ले चुके हैं। ‘हाउडी मोदी’ जैसे आयोजनों की चमक तब फीकी लगती है जब भारत की भूमिका सीमित रह जाती है।
9 अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला किए जाने के बाद, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि युद्ध किसी भी मुद्दे के समाधान का रास्ता नहीं है, बल्कि बातचीत और कूटनीति ही वह माध्यम है जिसका इस्तेमाल किसी भी मुद्दे को सुलझाने के लिए किया जाना चाहिए। पीयूष गोयल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि युद्ध किसी भी मुद्दे के समाधान का रास्ता नहीं है, बल्कि बातचीत और कूटनीति ही वह माध्यम है जिसका इस्तेमाल किसी भी मुद्दे को सुलझाने के लिए किया जाना चाहिए।”
10 PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती ने ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिका द्वारा किए गए हमले पर कहा, “यह बहुत दुखद है, इस्लामिक सहयोग संगठन ने तो चुप्पी साधी ही है लेकिन भारत ने तो हमेशा फिलिस्तीन के पक्ष में रुख अपनाया है। ईरान भी फिलिस्तीनी लोगों के पक्ष में खड़ा है। अमेरिका ने ईरान पर हमला किया और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे भी ज़्यादा दुखद बात यह है कि भारत भी वह रुख नहीं अपना रहा है जो उसे अपनाना चाहिए।



