दांत निकलने के दौरान बच्चों को होती है तकलीफ, राहत के लिए करें टीथिंग जेल का इस्तेमाल

दांत निकलने की प्रक्रिया शिशुओं के लिए बेहद कष्टदायक हो सकती है। इस दौरान बच्चों के मसूड़ों में सूजन, खुजली जलन और दर्द के साथ-साथ चिड़चिड़ापन, नींद में परेशानी और कभी-कभी हल्का बुखार भी देखा जाता है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दांत निकलने की प्रक्रिया शिशुओं के लिए बेहद कष्टदायक हो सकती है। इस दौरान बच्चों के मसूड़ों में सूजन, खुजली जलन और दर्द के साथ-साथ चिड़चिड़ापन, नींद में परेशानी और कभी-कभी हल्का बुखार भी देखा जाता है। बच्चे इस समय कुछ न कुछ चबाने की लगातार कोशिश करते रहते हैं ताकि उन्हें राहत मिल सके।

माता-पिता अक्सर घरेलू नुस्खों से बच्चों को राहत देने की कोशिश करते हैं, लेकिन कई बार इनसे आराम नहीं मिलता। ऐसे में टीथिंग जेल का इस्तेमाल एक प्रभावी उपाय हो सकता है, लेकिन इसका इस्तेमाल डॅाक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। टीथिंग जेल एक विशेष प्रकार का जेल होता है। जिसे बच्चों के मसूड़ों पर लगाया जाता है। यह सूजन, जलन और दर्द को अस्थायी रूप से कम करने में मदद करता है।

कुछ टीथिंग जेल में कैमोमाइल, एलोवेरा, सेज अर्क, जाइलिटोल जैसे प्राकृतिक तत्व होता हैं, जो मसूड़ों को ठंडक और आराम देने में मदद करते हैं। उन्होंने सलाह दी कि एलोवेरा- बेस्ड टीथिंग जेल का चुनाव करना बेहतर होता है और यह सुनिश्चित करें कि उसमें बेंजोकेन न हो, क्योंकि यह छोटे बच्चों के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

टीथिंग जेल का कब करें इस्तेमाल?
जब बच्चा दांत निकलने की वजह से होने वाले दर्द के कारण खाना-पीना छोड़ दे या सोने में परेशानी हो रही हो. जब मसूड़ों में बहुत अधिक सूजन या दर्द दिखे. जब बच्चा बार-बार चीजें चबाने की कोशिश कर रहा हो और बेचैन हो जाए. टीथिंग जेल का इस्तेमाल केवल जरूरत पड़ने पर ही करने चाहिए और उससे पहले डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए. हर बच्चे को टीथिंग जेल की जरूरत नहीं होती और कई बार प्राकृतिक उपाय ही पर्याप्त रहते हैं.

कैसे करें टीथिंग जेल का इस्तेमाल?
टीथिंग जेल लगाने के पहले हाथों को अच्छी तरह धो लेना चाहिए, क्योंकि जरा सी गंदगी से बच्चों को इंफेक्शन हो सकता है. टीथिंग जेल को बहुत थोड़ी सी मात्रा में लेकर बच्चों के मसूड़ों पर हल्की मालिश करनी चाहिए. टीथिंग जेल का दिन में 2-3 बार से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ज्यादा इस्तेमाल करने से मसूड़ों में जलन या दूसरे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. टीथिंग जेल लगाने के करीब 15-20 मिनट बाद ही बच्चों को कुछ खाना-पीना देना चाहिए, ताकि जेल को काम करने के लिए समय मिल सके.

टीथिंग जेल के प्राकृतिक विकल्प
बच्चों को दांत निकलने के दौरान होने वाले दर्द से बचाने के लिए केवल टीथिंग जेल ही नहीं, कुछ कुदरती उपाय भी होते हैं. जिनक इस्तेमाल काफी हद तक सुरक्षित रहता है. ठंडे, साफ कपड़े से मसूड़ों की हल्की मालिश कर सकते हैं. बच्चों की उम्र के मुताबिक उन्हें ठंडा गाजर, खीरा या फलों की प्यूरी दी जा सकती है. बच्चों को चबाने के लिए लकड़ी या सिलिकॉन से बने टीथर दिए जा सकते हैं. बच्चे को बार-बार पानी पिलाना चाहिए और साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए.

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