इजराइल द्वारा गाजा पर हमले जारी, मृतकों की संख्या इतने के पार

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भीड़भाड़ वाले बाजारों पर हमले के चलते कई महिलाएं और बच्चे भी मारे गए हैं।

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क: इजराइली सेना द्वारा गाजा पट्टी पर लगातार किए जा रहे हमलों में हाल ही में स्थानीय बाजारों और जल आपूर्ति केंद्रों को निशाना बनाया गया है।

इन हमलों में बड़ी संख्या में निर्दोष फिलिस्तीनी नागरिकों की जान गई हैं। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, अब तक मरने वालों की संख्या 60,000 से अधिक हो चुकी है, और यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। कई क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं, जिससे मानवीय संकट और भी गहराता जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भीड़भाड़ वाले बाजारों पर हमले के चलते कई महिलाएं और बच्चे भी मारे गए हैं। वहीं, केंद्रों को निशाना बनाए जाने से हजारों लोगों को पीने के पानी का गंभीर किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।

संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने स्थिति को गंभीर मानवीयआपदा बताते हुए तत्काल संघर्षविराम और राहत पहुंचाने की अपील की है। गाज़ा सिटी के एक भीड़भाड़ वाले बाज़ार पर इज़राइली हमले में कम से कम 17 लोगों की जान चली गई। मृतकों में एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी और गाज़ा के मुख्य चिकित्सक, डॉ. अहमद कंदील भी शामिल थे।

नुसेरात कैंप पर मिसाइल हमला, वॉटर सेंटर भी तबाह इसके अलावा, इज़राइली सेना ने गाज़ा के मध्य स्थित नुसेरात शरणार्थी शिविर को मिसाइल से निशाना बनाया। हमले में एक वॉटर सप्लाई सेंटर भी चपेट में आ गया, जहां कम से कम 10 लोग मारे गए और लगभग 17 अन्य घायल हुए हैं। हमले के वक्त वॉटर सेंटर पर बड़ी संख्या में बच्चे पानी भरने के लिए कतार में खड़े थे। हमले में अधिकांश मृतक और घायल वही बच्चे हैं।

इस ताज़ा हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गहरी चिंता जताई है और मानवाधिकार संगठनों ने तुरंत युद्धविराम और मानवीय सहायता की अपील की है।

सीजफायर वार्ता हुई विफल!
ये हमला इजराइल ने ऐसे समय में किया है, जब कतर में चल रही गाजा सीजफायर और बंधक वार्ता लगभग विफल हो गई है. हालांकि मध्यस्थ अभी भी किसी समझौते पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कतर में चल रही शांति वार्ता गाजा से इजराइल सेना की पूर्ण वापसी के मुद्दे पर अटक गई है, जिसको इजराइल स्वीकार करने को तैयार नहीं है. इजराइल का कहना है कि वहहमास के सरेंडर करने तक युद्ध नहीं रोकेगा.शनिवार को दोनों पक्षों ने एक दूसरे अप्रत्यक्ष वार्ता में समझौता कराने के प्रयासों को रोकने का आरोप लगाया है.

गहरा रहा मानवीय संकट
इजराइल के हमलों के साथ जारी ऐड ब्लॉकेड की वजह से गाजा में मदद नहीं पहुंचना मुश्किल हो रहा है. संयुक्त राष्ट्र की सात एजेंसियों ने शनिवार को चेतावनी दी कि फ्यूल की कमी ‘गंभीर स्तर’ पर पहुंच गई है, जिससे सहायता अभियान, अस्पताल देखभाल और पहले से ही गंभीर खाद्य असुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है.

बता दें इस हमले में मरने वालों की संख्या 58 हजार से पार पहुंच गई है, जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. ये वो आकड़ा है जिनकी मौत की पुष्टि हो गई है, जानकारों का दावा है कि ये तदाद दो गुना हो सकती है. क्योंकि कई हजार शव मलबों की नीचे दबे हैं.

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