गुरुग्राम में अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई, ओवैसी और ममता बनर्जी ने जताई आपत्ति

ओवैसी ने आगे कहा, "बंदूक की नोक पर बंगाली मुसलमानों को बांग्लादेश भेजने की खबरें चिंताजनक और परेशान करने वाली हैं। यह भारत के संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।"

4पीएम न्यूज नेटवर्क: देशभर में अवैध प्रवासियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत हरियाणा के गुरूग्राम में पुलिस ने हाल ही में एक अभियान चलाया।

इस दौरान पुलिस ने स्थानीय इलाकों में रह रहे लोगों की जांच की और कुछ को हिरासत में लेकर होल्डिंग एरिया में रखा गया। इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई नेताओं ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है।

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत के कई हिस्सोंमें बंगाली बोलने वाले मुस्लिम नागरिकों को अवैध रूप से हिरासत में लिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस इन लोगों को बांग्लादेशी कहकर परेशान कर रही है। ओवैसी ने आगे कहा, “बंदूक की नोक पर बंगाली मुसलमानों को बांग्लादेश भेजने की खबरें चिंताजनक और परेशान करने वाली हैं। यह भारत के संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।”

असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि भारत के कई हिस्सों में पुलिस बंगाली बोलने वाले मुस्लिम नागरिकों को हिरासत में ले रही है. पुलिस की तरफ से आरोप लगाया जा रहा है कि वे लोग बांग्लादेशी हैं. बंदूक नोक पर बंगाली लोगों को बांग्लादेश भेजने वाली खबरें परेशान कर रही हैं.

उन्होंने कहा कि यह सरकार कमजोरों के साथ सख्ती से पेश आती है. ओवैसी ने कहा कि जिन लोगों पर “अवैध प्रवासी” होने का आरोप लगाया जाता है, उनमें से ज्यादातर सबसे गरीब लोग हैं. झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले, सफाई कर्मी, घरेलू कामगार, कूड़ा बीनने वाले लोग हैं. उन्हें बार-बार निशाना बनाया जाता है क्योंकि वे पुलिस के अत्याचारों का विरोध करने की स्थिति में नहीं हैं. पुलिस के पास किसी व्यक्ति को सिर्फ़ इसलिए हिरासत में लेने का अधिकार नहीं है क्योंकि वह कोई ख़ास भाषा बोलता है.

गृह मंत्रालय के आदेश बाद हो रही कार्रवाई
गृह मंत्रालय के आदेश पर अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ पुलिस ने व्यापक अभियान शुरू किया है. इस कार्रवाई के तहत संदिग्ध प्रवासियों की पहचान की जा रही है और उन्हें हिरासत में लेकर होल्डिंग सेंटरों में भेजा जा रहा है. पुलिस इन सेंटरों में हिरासत में लिए गए लोगों की जांच कर रही है. अवैध पाए जाने पर उनको डिपोर्ट करने की तैयारी की जा रही है.

पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर घमासान मचा हुआ है. कई विपक्षी नेता सरकार और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रहे हैं. बीते दिन ममता बनर्जी ने भी पुलिस पर बंगाली लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया था. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रवासी मजदूरों को गलत तरीके से हिरासत में ले रही है. ममता ने इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताते हुए केंद्र सरकार से जवाब मांगा है. इस मुद्दे ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है, जिससे गुरुग्राम में चल रहा यह अभियान और सुर्खियों में आ गया है.

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