18 कांवडिय़ों की मौत से दहला देश

झारखंड के देवघर में बस और ट्रक की सीधी टक्कर से हुआ हादसा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रांची। झारखंड के देवघर जिले के मोहनपुर प्रखंड अंतर्गत जमुनिया जंगल के पास आज सुबह कांवडिय़ों से भरी बस और गैस सिलेंडर लदे ट्रक के बीच जोरदार टक्कर में 18 कावंडियों की मौत की खबर है। हादसे में 15 लोग घायल हुए हैं। इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।
ट्रैफिक डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है और घायलों को देवघर सदर अस्पताल के अलावा नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है।

बस के उड़ गये परखच्चे

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा इतना भयावह था कि बस के परखच्चे उड़ गए। टक्कर के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। कई श्रद्धालु बस के अंदर ही फंसे रह गए, जिन्हें निकालने के लिए पुलिस और एनडीआरएफ की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया।

पहली बार नहीं गयी है जान

यह पहली बार नहीं है जब कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की जान गई हो।
2022 में हरिद्वार-मेरठ हाईवे पर ट्रक ने 6 कांवडय़िों को कुचल दिया था।
2023 में बिहार के बाढ़ जिले में एक ट्रैक्टर पलटने से 9 कांवडय़िों की जान चली गई थी।
2024 में गाजियाबाद में हाईवोल्टेज डीजे के पास शॉर्ट सर्किट से 3 की जान चली गई थी।

बाबा बैद्यनाथ धाम जा रहे थे श्रद्धालु

बस में लगभग 35 श्रद्धालु सवार थे, जो श्रावणी मेला के दौरान बाबा बैद्यनाथ धाम में जलार्पण करने के उद्देश्य से देवघर आ रहे थे। इसी दौरान जमुनिया के पास सामने से आ रहे गैस सिलेंडर लदे ट्रक से उनकी बस की सीधी टक्कर हो गई। कई श्रद्धालुओं को मामूली चोटें भी आई हैं, जबकि कुछ लोग पूरी तरह सुरक्षित भी बताए जा रहे हैं। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। इस हृदयविदारक हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है। जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी घटना की सूचना पाकर अस्पताल पहुंचे हैं।

गैस सिलेंडर से भरा था ट्रक

पुलिस अधिकारी ने बताया है कि कांवडिय़ों को ले जा रही बस गैस सिलेंडर ले जा रहे एक ट्रक से टकरा गई। ये हादसा तडक़े करीब 4.30 बजे मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास हुआ है। कांवडिय़ों से भरी 32 सीट वाली बस और गैस सिलेंडर ले जा रहे एक ट्रक के बीच टक्कर हो गई।

नीतीश कुमार वैशाली में आज करेंगे बुद्ध स्मृति स्तूप का उद्घाटन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वैशाली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मारक स्तूप का उद्घाटन करेंगे। यह ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व का स्थल है। 72 एकड़ में फैले इस स्मारक का निर्माण 550 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है।
उद्घाटन समारोह में चीन, जापान, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, तिब्बत, म्यांमार, मलेशिया, भूटान, वियतनाम, कंबोडिया, मंगोलिया, लाओस, बांग्लादेश और इंडोनेशिया सहित 15 देशों के बौद्ध भिक्षु और अनुयायी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उद्घाटन की घोषणा करते हुए लिखा था, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मारक स्तूप का उद्घाटन 29 जुलाई 2025 को होगा। इस समारोह में 15 देशों से बौद्ध अनुयायी और भिक्षु बिहार आ रहे हैं। यह हम सभी बिहारवासियों के लिए गर्व का क्षण होगा।
राजस्थान के गुलाबी पत्थरों से निर्मित यह स्तूप पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन के साथ बनाया गया है। इसकी पहली मंजिल पर भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष रखे गए हैं। ये अवशेष छह ऐतिहासिक स्थलों से एकत्र किए गए हैं, जिनमें वैशाली का मिट्टी का स्तूप शामिल है। यह अवशेष छह ऐतिहासिक स्थलों से एकत्र किए गए हैं। इनमें वैशाली के मड स्तूप से मिले अवशेष भी शामिल हैं, जिन्हें चीनी यात्री ह्वेनसांग के अनुसार सबसे प्रामाणिक माना जाता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने इस परियोजना पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखी। उन्होंने कहा, मैंने निर्माण कार्य की लगातार निगरानी की ताकि यह भव्य और जल्द से जल्द पूरा हो। उन्होंने वैशाली की ऐतिहासिक और पौराणिक महत्ता को लेकर कहा, वैशाली ने दुनिया को पहला गणतंत्र दिया। यह नारी सशक्तिकरण की भी भूमि रही है, जहां पहली बार बौद्ध संघ में महिलाओं को शामिल किया गया।

बिहार का सांस्कृतिक गौरव आध्यामिक विरासत का प्रतीक

नीतीश कुमार ने इस स्मारक को बिहार की सांस्कृतिक गौरव और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह वैशाली को वैश्विक बौद्ध नक्शे पर प्रमुखता देगा और पर्यटन, संस्कृति व रोजगार को बढ़ावा देगा। यह स्मारक न केवल बौद्ध अनुयायियों के लिए आध्यात्मिक केंद्र बनेगा, बल्कि बिहार के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। इस उद्घाटन से बिहार की वैश्विक पहचान मजबूत होगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। बौद्ध सर्किट के हिस्से के रूप में वैशाली अब और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।

हिमाचल में बादल फटने से दो लोगों की मौत

पिछले दो दिनों से हो रही है लगातार बारिश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मंडी हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक बार फिर बादल फटने से तबाही मची है। बादल फटने के कारण फ्लैश फ्लड की घटना में मंगलवार को दो लोगों की जान चली गई। बता दें कि पिछले दो दिन से हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। मंडी में भी भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। इसी बीच फ्लैश फ्लड की घटना हुई। फिलहाल जिला प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
जानकारी के मुताबिक, मंडी के जेल रोड इलाके में अपनी गाडय़िों को निकालने के लिए कुछ लोग नाले के पास पहुंचे थे। इसी दौरान वे फ्लैश फ्लड की चपेट में आ गए। दो लोगों के शवों को निकाला जा चुका है, जबकि एक व्यक्ति का शव गाडय़िों के बीच फंसे होने की संभावना है।

दरिया जैसा बह रह है मलबा

इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सडक़ों पर पानी और मलबा दरिया की तरह बह रहा है। मंडी में मूसलधार बारिश के चलते कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं। जेल रोड इलाके में पहाड़ों से पानी के साथ गाद और कीचड़ जैसा मलबा नीचे आया, जिसमें दर्जनों गाडय़िां क्षतिग्रस्त हो गईं। मूसलाधार बारिश सोमवार रात करीब 11 बजे शुरू हुई और सुबह 4 बजे तक तेज हो गई, जिससे बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा। बताया जाता है कि सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक मंडी का जोनल अस्पताल है, जहां नाले ओवरफ्लो होने के कारण परिसर में पानी भर गया।

सीएम हेमंत सोरेन ने जताया शोक घायलों के इलाज का दिया भरोसा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना को अत्यंत दुखद बताया और एक्स पोस्ट कर हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, आज सुबह देवघर के मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास बस दुर्घटना में बस सवार श्रद्धालुओं की मृत्यु की अत्यंत दु:खद सूचना मिली है। जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य के साथ घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बाबा बैद्यनाथ दुर्घटना में मरने वाले श्रद्धालुओं की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दु:ख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।

वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल ड्रेस की चोरी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मुंबई के वानखेडे स्टेडियम के सेकंड फ्लोर पर स्थित स्टोर से सिक्योरिटी गार्ड ने 6.52 लाख की लगभग 261 जर्सी चुराई।
पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक वानखेड़े स्टेडियम की दूसरी मंजिल पर स्थित बीसीसीआई के आधिकारिक मर्चेंडाइज स्टोर से 6.52 लाख रुपये मूल्य की 261 आधिकारिक आईपीएल खिलाडिय़ों की जर्सी चोरी करने के आरोप में एक सिक्योरिटी गार्ड के खिलाफ मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, माहिम के रहनेवाले बीसीसीआई कर्मचारी हेमंग भारत कुेेमार अमीन (44) ने शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इस मामले में सिक्योरिटी गार्ड फारुख असलम खान को गिरफ्तार कर लिया है, ऐसा बताया जा रहा है कि उसे जुए की भी की लत थी, और उसी में उसने पैसे गंवा दिए थे।

मिली जानकारी के मुताबिक प्रत्येक जर्सी की कीमत लगभग 2500 है, आरोपी ने इस स्टॉक को ऑनलाइन बेच दिया। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि उसने इस पूरे स्टॉक को बेचकर कितने पैसे बनाएं।

वियतनाम में डेंगू बुखार बेकाबू

राजधानी हनोई और हो ची मिन्ह सिटी की हालत खराब

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वियतनाम के दो प्रमुख शहरों राजधानी हनोई और हो ची मिन्ह सिटी में डेंगू बुखार के मामलों में बीते सप्ताह के दौरान तेजी से वृद्धि दर्ज हुई है। हनोई में पिछले सप्ताह 72 नए डेंगू संक्रमण के मामले सामने आए, जो कि पिछले सप्ताह के मुकाबले दोगुना हैं। इसके साथ ही वर्ष 2025 की शुरुआत से अब तक कुल 475 मामले और 15 संक्रमण क्लस्टर सामने आ चुके हैं। ये आंकड़े शहर के रोग नियंत्रण केंद्र द्वारा जारी किए गए हैं।
दक्षिण वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी में जुलाई के मध्य तक 15,500 से अधिक डेंगू मामलों और 10 मौतों की पुष्टि हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 157 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे मच्छरों को पनपने न दें और बारिश के मौसम को देखते हुए सतर्कता बरतें। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डेंगू (जिसे ब्रेक-बोन फीवर भी कहा जाता है) एक वायरल संक्रमण है, जो मच्छरों के माध्यम से फैलता है।

कोई लक्षण नहीं दिख रहे

अधिकांश डेंगू संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखते, लेकिन जिनमें लक्षण होते हैं, उनमें तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मतली और चकत्ते शामिल हैं। अधिकांश लोग 1–2 सप्ताह में ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है, जिसमें अस्पताल में इलाज की आवश्यकता होती है।

मच्छरों से बचाव ही है तरीका

डेंगू से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है मच्छरों से बचाव, विशेषकर दिन के समय। फिलहाल डेंगू का कोई विशेष इलाज नहीं है और इसका उपचार केवल दर्द निवारक दवाओं से किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वर्ष 2000 में जहां 5 लाख 5 हजार से अधिक मामले दर्ज हुए थे, वहीं 2019 में यह संख्या बढक़र 52 लाख तक पहुंच गई। इनमें से अधिकतर मामले मामूली या बिना लक्षण वाले होते हैं, इसलिए वास्तविक मामलों की संख्या रिपोर्ट की गई संख्या से कहीं अधिक हो सकती है।
2023 में डेंगू के मामलों की अब तक की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई, जिसमें 80 से अधिक देशों में 6.5 मिलियन से ज़्यादा मामले और 7,300 से अधिक मौतें हुईं।

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