‘टोपी पहनो वरना पऊया वाला समझेंगे’, संजय निषाद का कार्यकर्ताओं को संदेश
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे निषाद पार्टी की टोपी लगाएं, रुमाल रखें... और जय निषाद का नारा लगाएं...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कार्यकर्ता पार्टी की टोपी लगाएंगे, रुमाल रखेंगे… और जय निषाद का नारा लगाएंगे…. तो इससे अपराधी डरेंगे….. वो फिर आपको मार नहीं सकते….. कार्यकर्ताओं की FIR भी तुरंत लिख जाएगी….. मुझे फोन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी….. ये कहना है उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निशाद का…. दोस्तों आए दिनों निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस के द्वारा पीट दिया जाता है…. थाने से भगा दिया जाता है….. उनकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं होती है…… संजय निषाद के बीजेपी के साथ होने और बीजेपी सरकार में मंत्री होने के बावजूद कार्यकर्ताओं की कोई सुनावाई नहीं होती है….. जिससे कार्यकर्ता काफी ज्यादा परेशान रहते हैं….. वहीं अपने कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए संजय निषाद ने कहा कि…. अपनी पार्टी की टोपी लगा कर चलो जिससे काम तुरंत हो जाएगा……
आपको बता दें कि गोरखपुर में एक कार्यक्रम के दौरान संजय निषाद ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि……. अगर निषाद पार्टी की टोपी और गमछा पहनकर जय निषाद का नारा लगाया जाए……. तो अपराधी डर जाएंगे और कार्यकर्ताओं को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे…… और उन्होंने दावा किया कि इस तरह की पहचान से पुलिस भी तुरंत कार्यकर्ताओं की शिकायत दर्ज करेगी…….. और उन्हें बार-बार फोन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी…….. वहीं जो नीला गमछा लगाते हैं, उनको देखकर मारने वालों को लगता है कि मायावती पोस्ट कर देंगी और कार्रवाई हो जाएगी। सपा वाले लाल टोपी लगाते हैं…… वही करते हैं……. लेकिन हमारे लोगों को पकड़कर बंद कर देते हैं…….. टोपी और गमछा पहनो, ताकि पता चले कि यह निषाद पार्टी का आदमी है…… जो बीजेपी के साथ है……
वहीं उन्होंने आगे कहा कि पुलिस में सपा और बसपा के लोग ज्यादा हैं……. जो ठाकुरों को तो नहीं सताते……. लेकिन निषाद समुदाय के लोगों को परेशान करते हैं…… इसलिए, निषाद पार्टी की टोपी और गमछा पहनना जरूरी है……. ताकि पुलिस तुरंत उनकी बात सुने…… उन्होंने यह भी कहा कि बिना टोपी-गमछे के लोग “पऊया पीने वाले” लगते हैं……. जिसके कारण उनकी बात नहीं सुनी जाती…….
संजय निषाद ने अपने बयान में मुस्लिम महिलाओं के सम्मान को लेकर भी विवादित टिप्पणी की……. उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्म में महिलाओं को नीचे रखा जाता है…… और पुरुषों की गलती की सजा महिलाओं को मिलती है……. और उन्होंने दावा किया कि मुस्लिम महिलाओं को मस्जिद में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है और “जालीदार टोपी वाले” महिलाओं के खिलाफ बोलते हैं…….
बता दें कि संजय निषाद की निषाद पार्टी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी है……. उनकी पार्टी मुख्य रूप से निषाद, केवट, बिंद, मल्लाह, कश्यप, मांझी, गोंड….. और अन्य नदी-आधारित समुदायों के हितों की अगुवाई करती है…… निषाद पार्टी की स्थापना 2016 में हुई थी और इसका पूरा नाम निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल है……. संजय निषाद ने अपने सियासी सफर की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से की थी……. लेकिन बाद में उन्होंने अपनी पार्टी बनाई और बीजेपी के साथ गठबंधन किया…….
वहीं यह बयान ऐसे समय में आया है, जब उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं……. निषाद पार्टी ने हाल के वर्षों में बीजेपी के साथ मिलकर कई चुनाव लड़े हैं……. और संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद संत कबीर नगर से बीजेपी के टिकट पर सांसद हैं……. हालांकि, हाल ही में निषाद पार्टी और बीजेपी के बीच कुछ तनाव की खबरें भी सामने आई हैं…….
संजय निषाद की मुस्लिम महिलाओं और मस्जिद को लेकर की गई टिप्पणी ने सामाजिक…… और धार्मिक संवेदनशीलता को छू लिया है……. भारत में मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश को लेकर पहले भी बहस हो चुकी है……. कुछ मस्जिदों में महिलाओं के लिए अलग से प्रार्थना की व्यवस्था होती है…….. जबकि कुछ में प्रवेश पर पाबंदी होती है……. हालांकि, संजय निषाद का यह कहना कि मुस्लिम धर्म में महिलाओं का सम्मान नहीं है…….
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने का दावा करती है…… ऐसे में उन्ही के सरकार में कैबिनेट मंत्री का यह कहना कि पुलिस पक्षपात करती है…….. सरकार की छवि पर सवाल उठा रहा है…… योगी हमेशा अपने संबोधन में प्रदेश में राम राज्य होने का दावा करते हैं…… और उनकी सहयोगी पार्टी द्वारा योगी की पुलिस पर सवाल उठान बीजेपी सरकार के लिए चुनौती साबित हो रहा है….. और आने वाले दिनों में तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है….. वहीं निषाद के इस बयान से साफ कहा जा सकता ही कि एनडीए सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है…..
संजय निषाद ने पहले भी पुलिस को लेकर विवादित बयान दिए हैं……. मार्च 2025 में सुल्तानपुर में उन्होंने कहा था कि उन्होंने सात दरोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाकर गड्ढे में फेंकवाया था…… इस बयान की भी काफी आलोचना हुई थी…… उनके इस तरह के बयानों को देखते हुए……. कहा जा सकता है कि संजय निषाद अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए तीखी भाषा शैली का सहारा लेते हैं…….
निषाद पार्टी और बीजेपी का गठबंधन उत्तर प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण है…….. निषाद समुदाय मुख्य रूप से नदी-आधारित व्यवसायों से जुड़ा है……. राज्य की लगभग 18 फीसदी आबादी का हिस्सा है…….. संजय निषाद ने कई बार दावा किया है कि निषाद समाज बीजेपी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है……. हालांकि, हाल के कुछ उपचुनावों में निषाद पार्टी को बीजेपी से मनचाही सीटें नहीं मिलीं……. जिसके कारण दोनों दलों के बीच तनाव की खबरें सामने आई हैं……
संजय निषाद ने अपने बयान में बीजेपी को बड़ा भाई बताते हुए कहा कि निषाद समाज बीजेपी को डूबने नहीं देगा…….. लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग बीजेपी में विभीषण की तरह काम कर रहे हैं…….. जो पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं…… जो बीजेपी की आंतरिक कलह को उजागर करता है….. बता दें कि बीजेपी में खींचतान के बीच संजय निषाद का यह बयान योगी के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है…… और गठबंधन में दरार का साफ पता चलता है….. इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि निषाद बीजेपी के साथ तो हैं…… लेकिन पूरी तरह से संतुष्ठ नहीं है…… क्योंकि उनका बीजेपी में उपेक्षा हो रहा है……. उनकी कोई भी बात नहीं मानी जाती है…….
आपको बता दें कि संजय निषाद का यह बयान उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट करने…… और बीजेपी के साथ अपने गठबंधन को मजबूत करने का एक प्रयास है…….. हालांकि, उनकी टिप्पणियां, खासकर मुस्लिम महिलाओं….. और पुलिस को लेकर विवादित हैं….. और सामाजिक-राजनीतिक तनाव को बढ़ा सकती हैं……. उत्तर प्रदेश की राजनीति में जाति और धर्म हमेशा से संवेदनशील मुद्दे रहे हैं…….. और इस तरह के बयान इन मुद्दों को और हवा दे सकते हैं…….



