पीलीभीत-लखनऊ एक्सप्रेस पर पथराव, यात्रियों में दहशत, रेलवे ने शुरू की जांच

उत्तर प्रदेश में रविवार रात एक बड़ी लापरवाही और असामाजिक हरकत का मामला सामने आया है। पीलीभीत से लखनऊ आ रही पीलीभीत-गोरखपुर एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 15010) पर अटरिया स्टेशन के पास अज्ञात असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। इस घटना में ट्रेन की थर्ड एसी बोगी का शीशा टूट गया और यात्रियों में दहशत फैल गई।
शीशा चकनाचूर हो गया
जानकारी के अनुसार, यह ट्रेन पीलीभीत से शाम 4:05 बजे रवाना होती है और लखनऊ जंक्शन रात 9:55 बजे पहुंचती है, जबकि गोरखपुर सुबह 7:00 बजे। रविवार रात करीब 8:00 बजे जब ट्रेन अटरिया स्टेशन के पास थी, तभी अचानक कुछ लोगों ने उस पर पत्थर फेंके। पथराव सीधे थर्ड एसी बोगी (बी-9) पर हुआ, जिससे उसका एक शीशा चकनाचूर हो गया।
सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी
घटना के समय बी-9 कोच की सीट संख्या 47 और 48 पर अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे यात्री सुधांशु ने बताया कि तेज आवाज के साथ शीशा टूटने से कोच में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री सहम गए और बच्चे रोने लगे। हालांकि, गनीमत रही कि कोई यात्री गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ, लेकिन घटना ने सभी की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी।
फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं
यात्री सुधांशु ने तुरंत ही इस घटना की जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के डीआरएम गौरव अग्रवाल को दी। शिकायत मिलने के बाद अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को जांच के निर्देश दिए हैं। आरपीएफ टीम घटना स्थल के आसपास के इलाके की छानबीन कर रही है और आरोपियों की पहचान के लिए स्टेशन क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
निर्देश भी दिए गए हैं
रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द पकड़कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन मार्ग पर गश्त और निगरानी बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पथराव की घटनाएं कभी-कभी होती रहती हैं, जिससे यात्री हमेशा खतरे में रहते हैं। यह घटना एक बार फिर रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है और साफ संकेत देती है कि ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाने जरूरी हैं।

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