ज्ञानेश कुमार पर महाभियोग! मोदी की मुश्किलें बढ़ीं, इस्तीफा होगा? 

चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर महाभियोग की मांग के साथ सियासत गरमा गई है... अखिलेश यादव समेत पूरा विपक्ष एकजुट...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत की राजनीति में इन दिनों एक बड़ा विवाद छाया हुआ है.. विपक्षी दल चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.. कि वह भाजपा की मदद से वोट चोरी कर रहा है.. जिसके चलते मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर महाभियोग चलाने की तैयारी हो रही है.. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती दी है.. उन्होंने कहा कि ईसीआई ने वोटर लिस्ट में हेराफेरी की है.. ईवीएम से छेड़छाड़ की है और करोड़ों वोटर्स के अधिकार छीने हैं.. विपक्ष का कहना है कि इससे मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं.. और इस्तीफा मांगने का समय आ गया है.. राहुल गांधी ने कहा है कि हम मोदी को भारत माता और संविधान पर हमला नहीं करने देंगे.. वहीं वोट चोपी का मामला अब जन आंदोलन बनता जा रहा है.. जहां विपक्ष एकजुट हो गया है..

आपको बता दें कि विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं ने सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार करने के लिए बैठक की.. जानकारी के मुताबिक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर कई विपक्षी नेताओं ने बैठक की.. और इस बात पर चर्चा की कि कैसे मुख्य चुनाव आयुक्त ने रविवार को उनकी ओर से उठाए गए किसी भी सवाल का जवाब दिए बिना एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.. कुछ विपक्षी सांसदों का मानना है कि इस लड़ाई को आगे बढ़ाया जाना चाहिए.. और उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने का सुझाव दिया.. हालांकि यह कदम चर्चा के चरण में है.. विपक्षी दल फिर से मिलेंगे और इस पर आगे चर्चा करेंगे..

बता दें 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही विपक्ष ईसीआई पर सवाल उठा रहा है.. चुनाव में एनडीए ने जीत हासिल की.. लेकिन विपक्ष का दावा है कि यह जीत चोरी से आई.. राहुल गांधी ने अगस्त की शुरुआत में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ईसीआई ने भाजपा की मदद से वोट चुराए.. उन्होंने कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट का उदाहरण दिया.. जहां कांग्रेस की जांच में 1 लाख से ज्यादा फर्जी वोट पाए गए.. इनमें डुप्लिकेट एंट्री, गलत पते और एक ही घर में दर्जनों वोटर्स शामिल थे.. राहुल ने कहा कि यह सिर्फ एक सीट का मामला नहीं.. बल्कि पूरे देश में ऐसा हो रहा है.. उन्होंने ईसीआई से मांग की कि पिछले 10-15 सालों की मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट जारी की जाए.. और सीसीटीवी फुटेज नष्ट न किए जाएं..

इसके अलावा बिहार में एसआईआर प्रक्रिया पर भी विवाद है.. विपक्ष का आरोप है कि एसआईआर के नाम पर करोड़ों असली वोटर्स के नाम काटे जा रहे हैं.. जबकि फर्जी नाम जोड़े जा रहे हैं.. राहुल गांधी ने इसे बिहार चुनाव चुराने की साजिश बताया.. बिहार में महिला वोटर्स के नाम ज्यादा कटे हैं.. जो प्रवासी मजदूरों के परिवारों से जुड़े हैं. विपक्ष कहता है कि यह अल्पसंख्यकों और गरीबों को वोट से वंचित करने की योजना है.. ईवीएम पर भी पुराना विवाद फिर से सामने आ गया है.. अखिलेश यादव ने कहा कि ईवीएम बैटरी कैसे महीनों बाद भी फुल चार्ज रहती है.. और उन्होंने अमेरिका, जापान और जर्मनी की तरह पेपर बैलट की मांग की.. अखिलेश का कहना है कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो रही है.. जिससे चुनाव की विश्वसनीयता खतरे में है.. उन्होंने कहा कि लोग ईसीआई के काम से असंतुष्ट हैं..

आपको बता दें राहुल गांधी, वोट चोरी के मुद्दे पर केंद्र में हैं… उन्होंने 7 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में महादेवपुरा सीट के डेटा दिखाए… राहुल के मुताबिक यहां 40,009 वोटर्स के पते गलत थे.. कुछ के पिता का नाम ABCD जैसा बकवास था.. एक कमरे के घर में 80 वोटर्स दर्ज थे.. लेकिन जांच करने पर वे नहीं मिले.. राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट सिर्फ महादेवपुरा की वजह से हारी.. जहां 1,14,046 वोटों का अंतर था.. उन्होंने ईसीआई को चेतावनी दी कि यह अपराध है, हम सबूत देंगे लेकिन ईसीआई सबूत नष्ट कर रहा है..

राहुल ने 11 अगस्त को दिल्ली में इंडिया ब्लॉक के सांसदों के साथ मार्च निकाला.. लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया.. उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक लड़ाई नहीं, लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है… ईसीआई ने राहुल से शपथ-पत्र मांगा या माफी मांगने को कहा.. लेकिन राहुल ने मना कर दिया.. कहा कि मैं सांसद हूं, संविधान की शपथ ली है.. उन्होंने बिहार की वोट अधिकार यात्रा में कहा कि हम हर चोरी पकड़ेंगे.. राहुल ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी 25 सीटें चुराकर पीएम बने.. हम भारत माता पर हमला नहीं होने देंगे..

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी ईसीआई और मोदी पर लगातार हमले कर रहे हैं.. उन्होंने कहा कि ईसीआई भाजपा का प्रवक्ता बन गया है.. अखिलेश ने ईवीएम पर सवाल उठाया कि बैटरी कैसे फुल रहती है.. उन्होंने जर्मनी के सुप्रीम कोर्ट का उदाहरण दिया.. जहां ईवीएम को असंवैधानिक कहा गया.. अखिलेश ने कहा कि वोट चोरी से भाजपा चुनाव जीत रही है.. लेकिन अब लोग जाग गए हैं.. उन्होंने विपक्ष की एकजुटता पर जोर दिया और कहा कि इंडिया गठबंधन हर चुनाव में सतर्क रहेगा.. अखिलेश ने पुराने चुनावों में भी ईवीएम चोरी का आरोप लगाया.. जैसे 2022 यूपी चुनाव में वाराणसी में ट्रक पकड़ा जाना. उन्होंने कहा कि अगर एक अफसर पर कार्रवाई हो, तो चोरी रुक जाएगी..

वहीं यह पहली बार है जब विपक्ष इतना एकजुट दिख रहा है.. इंडिया गठबंधन में कांग्रेस, टीएमसी, एसपी, डीएमके, आरजेडी, सीपीआई(एम), एएपी सहित अन्य दल शामिल हैं.. उन्होंने संयुक्त बयान जारी कर ईसीआई को संवैधानिक कर्तव्य में असफल बताया.. 18 अगस्त को विपक्ष ने सीईसी ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने का फैसला किया.. जिसका मुख्य कारण ईसीआई का पक्षपाती रवैया और वोट चोरी में शामिल होना है.. जिसको लेकर टीएमसी ने कहा कि ईसीआई भाजपा का एजेंट बन गया है.. डीएमके के एमके स्टालिन ने कहा कि यह जनादेश चुराने की साजिश है.. सीपीएम के जॉन ब्रिटास ने कहा कि ईसीआई विपक्ष से युद्ध कर रहा है.. विपक्ष ने संसद से ईसीआई तक मार्च निकाले और मांग की कि डिजिटल वोटर लिस्ट जारी हो.. डिलीटेड नामों की लिस्ट दी जाए और जांच हो…

विपक्ष का कहना है कि इससे मोदी की मुश्किलें बढ़ गई हैं.. भाजपा 2024 में बहुमत से चूकी.. अब बिहार जैसे राज्यों में चुनाव हैं.. अगर आरोप साबित हुए.. तो इस्तीफे की मांग बढ़ सकती है.. वहीं यह विवाद लोकतंत्र की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहा है.. विपक्ष का दावा है कि अगर ईसीआई सुधार नहीं करता, तो जन आंदोलन होगा.. महाभियोग के लिए लोकसभा में दो-तिहाई बहुमत चाहिए.. जो विपक्ष के पास नहीं है.. लेकिन यह दबाव बनाने का तरीका है.. मोदी सरकार पर दबाव बढ़ा है.. क्योंकि बिहार चुनाव नजदीक हैं.. वहीं यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ… विपक्ष ने कहा कि फिल्म अभी बाकी है..

 

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