बदली लाइफस्टाइल से बढ़ रही पथरी की समस्या, समय पर इलाज नहीं हुआ तो हो सकती है किडनी डैमेज

पथरी या मूत्र नली में रुकावट केवल दर्द ही नहीं देती, बल्कि धीरे-धीरे शरीर के कामकाज को भी प्रभावित करती है. बड़ी पथरी के कारण यूरिन का बहाव रुक जाता है,

4पीएम न्यूज नेटवर्क: आज के समय में लोग अपने सेहत का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते है। जिसकी सबसे खास वजह है उनकी बदलती लाइस्टाइल। अनहेल्दी खाना ही आज-कल स्वास्थ्य की सबसे ज्यादा समस्या बन रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक, किडनी या ब्लैडर में जब कैल्शियम, ऑक्जेलेट या यूरिक एसिड क्रिस्टल इकट्ठा होकर जम जाते हैं तो पथरी बनती है. यह पथरी छोटी हो तो पेशाब के साथ निकल सकती है, लेकिन बड़ी पथरी तेज दर्द, पेशाब रुकने और इंफेक्शन का कारण बनती है.

पथरी या मूत्र नली में रुकावट केवल दर्द ही नहीं देती, बल्कि धीरे-धीरे शरीर के कामकाज को भी प्रभावित करती है. बड़ी पथरी के कारण यूरिन का बहाव रुक जाता है, जिससे किडनी पर दबाव बढ़ता है और उनकी कार्यक्षमता घटने लगती है. बार-बार पेशाब रुकने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. लंबे समय तक समस्या रहने पर किडनी डैमेज या ब्लैडर की मांसपेशियों पर असर पड़ सकता है. तेज दर्द, उल्टी, जी मिचलाना और कमजोरी जैसी शिकायतें भी जुड़ जाती हैं. यही कारण है कि समय रहते सही उपचार करना बेहद जरूरी है, ताकि भविष्य में गंभीर बीमारियों से बचा जा सके.

पतंजलि का अश्मरीहर क्वाथ एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे विशेष रूप से किडनी स्टोन, ब्लैडर स्टोन और यूरिन संबंधी समस्याओं के लिए तैयार किया गया है. इसमें कई प्रभावशाली जड़ी-बूटियां शामिल हैं जैसे गोक्षुर, पाषाणभेद, वरुण, और पुनर्नवा. ये सभी चीजें पेशाब बढ़ाने, सूजन कम करने वाले और शरीर से टॉक्सिक तत्व बाहर निकालने वाले गुणों से भरपूर हैं.

गोक्षुर यूरिन को साफ करता है, यूरिन फ्लो को बढ़ाता है और पथरी को बाहर निकालने में सहायक होता है. पाषाणभेद का नाम ही पत्थर को तोड़ने वाला है, यह पथरी को धीरे-धीरे गलाकर निकालने में मदद करता है. वरुण की छाल यूरिन नली की सूजन कम करती है और संक्रमण से बचाव करती है, जबकि पुनर्नवा शरीर से अतिरिक्त पानी व टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मददगार है. यह बिना डॉक्टर की पर्ची के आसानी से उपलब्ध है और पथरी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए एक सुरक्षित व प्रभावी विकल्प माना जाता है.

आपको बता दें,कि पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ताकि यूरिन साफ रहे.ज्यादा नमक और तैलीय भोजन से बचें. जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक कम से कम लें. डॉक्टर की सलाह से ही नियमित रूप से अश्मरीहर क्वाथ का सेवन करें. अगर दर्द ज्यादा हो या पेशाब बिल्कुल रुक जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

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