अनिल अंबानी पर छापे का आघात

सोनिया गांधी और मुकेश अंबानी की मुलाकात

  • आरकॉम के मालिक के ठिकानों पर सीबीआई के छापे
  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से जुड़े
  • मामले में छह ठिकानों पर एक साथ रेड
  • सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर, आगे भी हो सकती है छापेमारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की सोनिया गांधी से मुलाकात की चर्चाओं के बाद उनके भाई अनिल अंबानी के व्यवसायिक ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी क्या आने वाले कल की तस्दीक कर रही है। ऐसे में जब सबकुछ ठीक हो रहा था इसके बीच इस छापेमारी की गूंज दूर तक जाने की उम्मीद है और इसे हल्के में लिया नहीं जाना चाहिए। आज सुबह रिलायंस कम्युनिकेशंस और अनिल अंबानी के छह ठिकानों पर सीबीआई की रेड की खबर ने तहलका मचा दिया। सीबीआई ने रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसके मालिक अनिल अंबानी के ठिकानों पर छापे मारे।

बैंक में धोखाधड़ी का मामला

कार्रवाई बैंक में धोखाधड़ी के एक मामले में की गई है। आरोप है कि इस धोखाधड़ी से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को लगभग 2000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। सीबीआई का कहना है उसे इस मामले में कुछ गड़बड़ लग रही है। इससे पहले 5 अगस्त को ईडी ने अनिल अंबानी से लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी। यह पूछताछ 17000 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक लोन धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में थी।

नहीं मिली 10 दिनों की मोहलत

अनिल अंबानी ने पूछताछ के दरम्यिान दस्तावेज जमा करने के लिए 10 दिन का समय मांगा था लेकिन जांचकर्ता संतुष्ट नहीं हैं। ईडी को शक है कि यस बैंक द्वारा दिए गए लोन में गड़बड़ी हुई है और शेल कंपनियों के माध्यम से फंड को दूसरी जगह भेजा गया है।

अरबों रुपये का कर्ज

ईडी के आंकड़ों के अनुसार, रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड पर 5,901 करोड़ रुपये से अधिक, रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड पर 8,226 करोड़ रुपये से अधिक और आरकॉम पर लगभग 4,105 करोड़ रुपये का कर्ज है। यह कर्ज लगभग 20 सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों के एक समूह का है जिसमें यस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक शामिल हैं।

पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ेगी वोटर अधिकार यात्रा

  • राहुल गांधी के साथ शामिल होंगे कई दिग्गज
  • सरकार की लोकतंत्र विरोधी नीतियों को उजागर करेगा विपक्ष
  • लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए है जन आंदोलन
  • मखाना किसानों से की मुलाकात

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नेता प्रतिपक्ष की वोट अधिक ार यात्रा अब बिहार से बाहर निकल पूरे देश में फैल चुकी है। अब यह यात्रा भाजपा सरकार व चुनाव आयोग के गले की फांस तो बनेगी ही साथ विपक्ष के लिए एक हथियार भी बनेगी। इसके माध्यम से विपक्षी नेता भाजपा को पोल खोलेंगे और जनता के सामने अपनी बात दमदार तरीके से रखेंगे।
अब इस यात्रा को और मजबूती देने के लिए कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेता भी इसमें शामिल होने जा रहे हैं। इसकी जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी। वंही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा कि मतदाता अधिकार यात्रा ने लोगों को जगा दिया है और मौजूदा सरकार जनादेश से नहीं, बल्कि चोरी से बनी है। केसी वेणुगोपाल ने बताया कि आने वाले दिनों में कई बड़े राजनीतिक चेहरे इस यात्रा में भाग लेंगे और जनता को लोकतंत्र और मतदाता अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगे। केसी वेणुगोपाल ने लिखा, वोटर अधिकार यात्रा वोट चोरी के खिलाफ एक ऐतिहासिक आंदोलन बन गई है जो न सिर्फ बिहार, बल्कि पूरे भारत के लोगों को आकर्षित कर रही है।

प्रियंका गांधी, अखिलेश स्टालिन और सिद्धारमैया होंगे शामिल

यात्रा में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं की बात करें, तो 26-27 अगस्त को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल होंगी। 27 अगस्त को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन शामिल होंगे । 29 अगस्त को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इस यात्रा में शिरकत करेंगे। 30 अगस्त को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल होंगे। इसके अलावा, केसी वेणुगोपाल ने बताया कि आने वाले दिनों में और भी दिग्गज नेता इस यात्रा का हिस्सा बनेंगे। यात्रा को समर्थन देने वाले आगामी नेताओं की बात करें, तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और अन्य वरिष्ठ विपक्षी नेताओं के नाम शामिल हैं।

नेता प्रतिपक्ष गाड़ी से उतरकर खेतों में पहुंचे

कटिहार। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपनी मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान शनिवार को कटिहार में मखाना किसानों से उनके खेतों में मिले। तस्वीरों में राहुल किसानों के साथ तालाब में उतरते और उनसे बातचीत करते नजऱ आ रहे हैं। गौरतलब है कि बिहार मखाना उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देता है और भारत के कुल मखाना का लगभग 80 प्रतिशत यहीं पैदा होता है। इससे पहले, शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव, जो भागलपुर में राहुल के साथ मतदाता अधिकार यात्रा में भी मौजूद थे, ने कहा कि आगामी चुनाव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए आखिरी चुनाव होंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कुमार दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।

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