जम्मू- कश्मीर में बादल फटने से तबाही, 32 की मौत कई लापता
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “अगर हमें मौसम के बारे में पहले से पता होता, तो क्या हम उन निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए कुछ नहीं कर सकते थे?

4पीएम न्यूज नेटवर्क: जम्मू-कश्मीर में कई हिस्सों में बीते दिन तेज बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई, जिसमें अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मौके का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए.
जम्मू-कश्मीर में बीते दिन तेज बारिश और बादल फटने के कारण तबाही मच गई. इस घटना में 32 लोगों की मौत हो गई. पीएम मोदी से हर नेता ने इस घटना पर शोक जाहिर किया है. घटना के बाद से ही कई टीमें राहत और बचाव का काम कर रही हैं. सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी मौके पर पहुंचकर जायजा लिया, इसके साथ ही उन्होंने टीमों को काम तेज करने का आदेश दिया. पूरे हादसे को लेकर उन्होंने कहा कि मौसम की जानकारी रहते हुए भी कुछ नहीं किया गया. इस बारे में हम बाद में बात करेंगे फिलहाल लोगों को बचाना और उनकी मदद करना हमारी प्राथमिकता है.
सीएम उमर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ” मैंने अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और उन्हें स्थिति की पूरी जानकारी दी. उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर संभव मदद प्रदान करेगी. आज थोड़ी राहत मिली है क्योंकि बारिश लगभग थम गई है. निचले इलाकों से पानी कम होने लगा है.
उन्होंने कहा कि निचले इलाकों से पानी कम होने लगा है. आपदा से हुए नुकसान का अंदाजा आपके सामने है. 2014 में भी इसी पुल का यही हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था. इसका मतलब है कि पुल के इस हिस्से से कुछ खतरा जुड़ा है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटना दोबारा न हो. हमें नदी के किनारे बसे घरों के लिए भी कदम उठाने होंगे. राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया है.”
नदियों के किनारे रह रहे लोगों को करेंगे शिफ्ट
कटरा में हुए भूस्खलन पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “अगर हमें मौसम के बारे में पहले से पता होता, तो क्या हम उन निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए कुछ नहीं कर सकते थे? वे ट्रैक पर क्यों थे? उन्हें सुरक्षित जगह पर क्यों नहीं पहुंचाया गया? हमें दुख है कि कटरा में लगभग 29-30 लोगों की जान चली गई.
उन्होंने कहा कि सांबा, कठुआ, जम्मू, उधमपुर, डोडा जैसे निचले इलाकों में भारी नुकसान हुआ है. हमें नदियों के किनारे अवैध रूप से रह रहे लोगों के लिए कदम उठाने होंगे. उन्हें किसी नई जगह पर ले जाना होगा.”
आपको बता दें,कि जम्मू के कटरा स्थित वैष्णो देवी धाम के ट्रैक पर लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या 32 हो गई है. इस पूरे हादसे को लेकर प्रशासन ने कहा कि कई लोग घायल हैं, इसके कई लापता लोगों को खोजने का काम किया जा रहा है. फिलहाल, इस इलाके में भारी बारिश की वजह से वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई है.



