आप के इम्तिहान में मान पास, सीएम पद के दावेदार

  • सर्वे में 70 फीसदी लोगों ने माना पहली पसंद
  • पंजाब में हो सकते हैं पार्टी का सीएम चेहरा

लखनऊ। 2022 के चुनावी रण में मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने को लेकर आम आदमी पार्टी काफी दबाव में है। पार्टी विधायकों सहित कार्यकर्ता चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की मांग कर चुके हैं। ऐसे में पार्टी द्वारा हाल ही में कराए गए मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सर्वे में सांसद और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान को पंजाब ने पास कर दिया है। दूसरे नंबर पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हरपाल सिंह चीमा को वोट किया है। सर्वे में आए इन परिणामों के बाद आप मान को मुख्यमंत्री चेहरा जल्द घोषित कर सकती है। 2017 के चुनाव में आप बगैर मुख्यमंत्री चेहरे के उतरी थी, जिसका उसका खामियाजा हार के साथ भुगतना पड़ा था। यही कारण है कि इस चुनाव में आप पर मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर काफी दबाव है।

आप के अधिकांश विधायकों द्वारा पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सुझाव भी दिया गया कि बिना मुख्यमंत्री चेहरे 2022 के चुनाव में उतरना बुद्धिमानी नहीं होगी। इन सबके के बीच पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से हाल ही में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सर्वे कराया गया। इसमें भगवंत मान को 70 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पसंद किया है। नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा को 30 प्रतिशत लोग पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। इस सर्वे और पार्टी की ओर से लगातार उठ रही मांग को देखते हुए पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी अब जल्द मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा करने की तैयारी कर रहा है।

पार्टी के कुछ नेताओं ने बताया कि पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर भगवंत के नाम का एलान किया जा सकता है। अगर आप की ओर से इसकी घोषणा की जाती है तो वह कांग्रेस, भाजपा गठबंधन को घेरने की स्थिति में होगी, जिनकी ओर से अभी तक मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है।

2017 में था 23.7 वोट प्रतिशत

पंजाब में पहली बार 2017 में आप ने विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में आप ने 20 सीटों पर विजय हासिल की थी। दूसरे नंबर पर रहने वाली आप को 23.7 प्रतिशत वोट प्रतिशत हासिल हुआ था। कांग्रेस ने 77 सीटों पर विजय हासिल कर सत्ता हासिल की थी। आप ने हाल ही में चंडीगढ़ फतेह कर लिया है। नगर निकाय चुनाव में आप ने 35 में से सर्वाधिक 14 सीटें हासिल की हैं। सत्तासीन भाजपा मात्र 12 सीटों पर सिमट गई है। कांग्रेस को सिर्फ 8 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। अरविंद केजरीवाल ने भी इस जीत पर कहा था कि चंडीगढ़ जीत ट्रायल है, पूरी फिल्म पंजाब में दिखेगी।

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