कराची में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, दहशत में आए लोग
पाकिस्तान में भूकंप के झटकों की सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार तड़के 1:59 बजे रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता का तेज भूकंप दर्ज किया गया।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः पाकिस्तान में भूकंप के झटकों की सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार तड़के 1:59 बजे रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता का तेज भूकंप दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय भूकंपीय केंद्र के अनुसार इस भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। इससे पहले 2 अक्टूबर को भी कराची में 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र मलिर के उत्तर- पश्चिम में 7 किलोमीटर दूर था। दोनों ही घटनाओं में अभी तक किसी तरह के जान-माल की कोई सूचना नहीं हैं। हालांकि लगातार भूकंप के झटकों ने लोगों में दहशत बढ़ा दी है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, शनिवार को 01:59 IST (भारतीय मानक समय) पर पाकिस्तान में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप की गहराई 10 किमी नीचे थी.
एक दिन पहले 3.2 तीव्रता का भूकंप
2 अक्टूबर को पाकिस्तान के कराची में बुधवार (स्थानीय समय) को 3.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. PMD के अनुसार, भूकंप बुधवार सुबह 9:34 बजे मालिर से सात किलोमीटर उत्तर पश्चिम में आया और भूकंप पृथ्वी में 10 किमी की गहराई पर था.
इससे पहले 4 सितंबर को अफगानिस्तान और पाकिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई थी. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में जलालाबाद से 14 किमी पूर्व और 10 किमी की गहराई में था. यह अफगानिस्तान में हाल के समय में आया दूसरा तेज भूकंप था.
वहीं 25 अगस्त को पाकिस्तान भूकंप के झटकों से हिल गया था. पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था. पाकिस्तान में भूकंप के झटके इस्लामाबाद, रावलपिंडी और खैबर पख्तूनख्वा के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए. भूकंप के झटकों के चलते लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे.
भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर स्थित पाकिस्तान भूकंप के लिहाज से यह संवेदनशील क्षेत्र है. हाल के हफ्तों में पाकिस्तान में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. इनमें 19 और 20 अगस्त को 5.5 और 3.7 तीव्रता के भूकंप शामिल हैं.
अफगानिस्तान में भूकंप से तबाही
आपको बता दें,कि अफगानिस्तान में पिछले महीने आए भूकंप में तबाह हुए घरों से सैकड़ों शव बरामद होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 2,200 से अधिक हो गई. 6.0 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने कई प्रांतों को हिला दिया, जिससे भारी तबाही हुई थी. भूकंप से अफगानिस्तान में कई गांव तबाह हो गए और लोग मिट्टी, कच्ची ईंटों और लकड़ी से बने मकानों के मलबे में दब गए. ज्यादातर जानमाल की हानि कुनार में हुई है, जहां लोग ऊंचे पहाड़ों से घिरी नदी की घाटियों में रहते हैं. खराब रास्ते और धन की कमी बचाव एवं राहत कार्यों में बाधा बन रही है.



