केजरीवाल का केंद्र पर वार, बोले- किसानों की मांगें मानो, केस वापस लो

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से किसानों के साथ खड़ी है, हर कदम पर उनके आंदोलन को समर्थन दे रही है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से किसानों के साथ खड़ी है, हर कदम पर उनके आंदोलन को समर्थन दे रही है. आम आदमी पार्टी के दो नेता राजूभाई करपड़ा और प्रवीण राम आंदोलन स्थल पर लगातार मौजूद थे, जिन्हें गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने सरकार से किसानों की मांगों को पूरा करने और किसानों के खिलाफ दर्ज सारे केस वापस लेने की मांग की है.

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात सरकार पर निशाना साधा है. किसानों की आवाज उठा रहे आप के नेता प्रवीण राम और राजू करपड़ा की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में गुरुवार को आम आदमी पार्टी के दो नेताओं प्रवीण राम और राजू करपड़ा को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि गुजरात में जो हश्र कांग्रेस का हुआ वही अब भाजपा को होगा.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 1985 में गुजरात में कांग्रेस की 182 में से 149 सीट आई थीं और कांग्रेस को अहंकार हो गया. 1987 में किसान आंदोलन हुआ. कांग्रेस ने उसका दमन किया और गुजरात के लोगों ने 149 सीट वाली कांग्रेस को अगले चुनाव में उखाड़ फेंका. पिछले 30 साल से गुजरात में भाजपा का शासन है. भाजपा को भी अब बहुत ज़्यादा अहंकार हो गया. जिस तरह से भाजपा ने किसानों का दमन शुरू किया है, गुजरात के लोग अगले चुनाव में उसको भी उखाड़ फेंकेंगे.

अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक्स पर एक वीडियो साझा कर कहा कि गुजरात के किसान बेहद दुखी हैं और अपने हक मांगने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं. पिछले कुछ दिनों से जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. 12 अक्टूबर को बोटाद जिले के हड़दड़ गांव में किसानों ने दो प्रमुख मांगों पर महापंचायत बुलाई. पहली मांग ‘करदा प्रथा’ के खिलाफ थी. इस प्रथा के तहत किसान मंडी में फसल बेचने जाता है, जहां फसल के दाम को लेकर व्यापारी से सहमति बन जाती है. मसलन व्यापारी 1400 रुपए प्रति क्विंटल फसल लेने को तैयार हो जाता है.

इसके बाद वह 10- 20 फीसद फसल 1400 रुपए में तो ले लेता है, लेकिन कुछ व्यापारी बदमाशी करते हैं और करदा प्रथा के तहत किसान से कहते हैं कि उसकी बाकी फसल खराब है. फिर व्यापारी बाकी फसल के कम दाम देते हैं. गुजरात में लगभग सभी किसानों के साथ यह शोषण हो रहा है. किसानों की मांग है कि बिना शोषण के तय दर पर पूरी फसल खरीदी जाए. किसान का अपनी फसल का सही दाम की मांग करना जायज है.

अरविंद केजरीवाल ने बताया कि किसानों की दूसरी मांग एपीएमसी की सरकारी मंडी से जुड़ी है. कानून यह कहता है कि जब किसान अपनी फसल लेकर सरकारी मंडी में जाता है तो वहीं पर व्यापारी उसकी सारी फसल खरीद लेगा, लेकिन व्यापारी ऐसा नहीं करते हैं. व्यापारी किसानों से अपनी फसल 30-40 किलोमीटर दूर स्थित अपनी फैक्ट्री या गोदाम में पहुंचाने के लिए कहते हैं. ऐसे में किसान को खुद ट्रांसपोर्ट का खर्चा उठाना पड़ता है.

अब किसान चाहते हैं कि मंडी में ही उनकी फसल की खरीद पूरी हो और व्यापारी खुद फसल को ले जाए. इन दो मांगों को लेकर 12 अक्टूबर को बोटाद जिले के हड़दड़ गांव में महापंचायत हो रही थी, जहां किसान इकट्ठा हो रहे थे. लेकिन 30 साल से गुजरात पर राज कर रही भाजपा सरकार ने निहत्थे किसानों पर बर्बरता से लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े. उसी दिन 85 किसानों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई, जिसमें किसानों पर हत्या के प्रयास की धारा 307 तक लगा दी और कई को गिरफ्तार भी किया गया.

अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के किसानों से कहा कि आज ये 85 किसानों के साथ जो हुआ है, कल आपकी बारी भी हो सकती है. गुजरात के सभी किसानों को एकजुट होकर सड़क पर उतरना चाहिए और मांगें मनवानी चाहिए. अरविंद केजरीवाल ने गुजरात की भाजपा सरकार से कहा कि 1985 में कांग्रेस की 182 में से 149 सीटों वाली सरकार को भी अहंकार आ गया था.

उन्होंने लाठीचार्ज, आंसू गैस के जरिए किसानों पर दमन किया और अगले चुनाव में जनता ने उसे उखाड़ फेंका. आज गुजरात में भाजपा के दमन की इंतहा हो गई है. अब समय आ गया है, जब गुजरात के लोग 30 साल पुरानी इस सरकार को उखाड़ फेंकने की तैयारी कर रहे हैं. अहंकार मत करो, क्योंकि अहंकार तो रावण का भी नहीं चला. गरीब किसानों की आह तुम्हें कहीं का नहीं छोड़ेगी.

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