Dharmendra पर जब चाकू से हुआ था हमला, फैन ने की थी हरकत। अंडरवर्ल्ड से भी मिली धमकी !

बॉलीवुड में बीते दिनों से कई बुरी खबरें सुनने को मिल रही हैं। लगातार एक के बाद एक दुखद खबरें इंडस्ट्री से आ रही हैं। तो अब, एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बॉलीवुड में बीते दिनों से कई बुरी खबरें सुनने को मिल रही हैं। लगातार एक के बाद एक दुखद खबरें इंडस्ट्री से आ रही हैं। तो अब, एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। आखिर, हिंदी सिनेमा के ही-मैन और दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र पर चाकू से हमला होने की जानकारी जो मिली है। इतना ही नहीं, उन्हें अंडरवर्ल्ड से भी जान से मारने की धमकी तक मिली है।

अब, जैसा कि सभी जानते हैं कि, 89 साल के धर्मेंद्र अब बॉलीवुड फिल्म्स में कम ही नजर आते हैं। कभी-कभार उनकी झलक जमाने को देखने को मिल जाती है। क्योंकि, अब वो अपना ज्यादातर वक़्त अपने परिवार के साथ ही बिताते हैं। तो, इसी बीच ये बातें सामने आई हैं कि, उन पर चाकू से हमला होने से लेकर अंडरवर्ल्ड तक से धमकी मिल चुकी है।

दरअसल, सनी और बॉबी देओल के पिता धर्मेंद्र से जुड़े इसे किस्से के बारे में बॉलीवुड डायरेक्टर सत्यजीत पुरी ने दुनिया को बताया है। एक हालिया इंटरव्यू में उन्होंने उनसे जुड़ा एक किस्सा सुनाया है। उन्होंने खुलासा किया है कि, कैसे उन्हें अंडरवर्ल्ड से धमकी मिली थी? और, उन्होंने उसका जवाब किस तरह से दिया था?

डायरेक्टर सत्यजीत पुरी ने खास बातचीत में बताया-उस वक्त अंडरवर्ल्ड बहुत ताकतवर था। उस वक्त अगर किसी एक्टर को अंडरवर्ल्ड कॉल करता था तो वो डर जाता था। लेकिन धर्मेंद्र जी और उनका परिवार कभी उनसे नहीं डरा। बल्कि वो तो अंडरवर्ल्ड से कहते थे कि अगर तुम अगर तुम आओगे तो पूरा साहनेवाल पंजाब से आ जाएगा। तुम्हारे पास 10 लोग हैं, लेकिन मेरे पास पूरी आर्मी है। एक बोलूंगा और ट्रक भरकर आएंगे पंजाब से लड़ने के लिए। तो तू मेरे से पंगा न ले।’

सत्यजीत ने आगे बताया कि, धर्मेंद्र हमलावरों से पल भर में ही निपट लेते थे। उन्होंने किस्सा सुनाते हुए कहा- ‘एक बार एक फैन ने धर्मेंद्र पर चाकू से हमला किया लेकिन उन्होंने उस सिचुएशन को भी एक मिनट में सम्भाल लिया। आज के एक्टर्स अपने साथ 6 बंदूकधारी बॉडीगार्ड्स के साथ घूमते हैं लेकिन उन दिनों धर्मेंद्र और विनोद खन्ना जैसे एक्टर्स खुलेआम घूमते थे।’

अब, सत्यजीत के इस खुलासे के बाद से लोग धर्मेंद्र के एक बार फिर से फैन हो गए हैं। आखिर, उनकी जाबांजी का ये किस्सा किसी को भी इंस्पायर जो कर सकता है। इस किस्से को सुनने के बाद उन्हें ‘ही-मैन’ का टैग क्यों दिया गया? इसका जवाब तो साफ़-साफ़ अब मिल ही गया है।

बात, धर्मेंद्र की करें तो, एक्टर का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के साहनेवाल (लुधियाना ज़िला) में हुआ था। उनके पिता केवल किशन देओल एक स्कूल में टीचर थे, और मां सतवंत कौर एक हाउस वाइफ। बॉलीवुड की चमक-धमक से उनका कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने पंजाब में स्कूलिंग की। तो, धर्मेंद्र को फिल्मी दुनिया में आने का शौक बचपन से था। उन्होंने 1949 में आई फिल्म ‘दिल्लगी’ 40 बार देखी थी। इसी के बाद वो एक्टर बनने का सपना देखने लगे। हालांकि, इससे पहले उन्होंने रेलवे में नौकरी की थी। वो रेलवे में क्लर्क की नौकरी करते थे। वो जब रेलवे में क्लर्क के पद पर थे तब उन्हें महीने के सिर्फ सवा सौ रुपये मिलते थे। लेकिन फिर, जब इस नौकरी में उनका मन नहीं लगा तो वो सब कुछ छोड़कर मुंबई आ गए थे।

मायानगरी आकर उन्होंने सपनों का एक सफर शुरू किया— एक आम लड़के से लेकर हिन्दी सिनेमा के “ही-मैन” कहलाने वाले सुपरस्टार तक। हालांकि, शुरुआत करना उनके लिए बिलकुल आसान नहीं रहा था..क्योंकि, स्ट्रगल के साथ-साथ उन्हें ऑफर ना मिलना और पैसों की कमी का सामना उस दौर में करना पड़ा था। अपने स्ट्रगल के दिनों में धर्मेंद्र को कभी भूखे पेट भी सोना पड़ता था। तो, उन्होंने बी-ग्रेड फिल्मों में भी काम किया। लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई।

धर्मेंद्र ने 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से एक्टिंग की शुरुआत की थी। इसके लिए उन्हें सिर्फ 51 रुपये फीस दी गई थी। 1961 में फिल्म ‘शोला और शबनम’ में उन्होंने काम किया। फिर, साल 1966 में आई ‘फूल और पत्थर’ से उन्हें पहला बड़ा मुकाम हासिल हुआ। इस फिल्म से वो असल मायने में बिग स्क्रीन के हीरो बन गये।

70 के दशक में धर्मेंद्र ने अपनी छवि को और आगे बढ़ाया। साल 1971 में फिल्म ‘मेरा गांव मेरा देश’ ने उन्हें एक्शन हीरो की पहचान दिलाई। और फिर आई, उनके करियर की सबसे आइकोनिक फिल्म। जो थी, साल 1975 में रिलीज़ हुई ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’..क्योंकि, ये सिर्फ एक फिल्म नहीं थी बल्कि हिंदी सिनेमा का मील-पत्थर बनी थी।

अपने करियर में धर्मेंद्र ने रोमांटिक, कॉमेडी और एक्शन— लगभग सभी जॉनर में अपनी एक्टिंग का परिचय दिया। छह दशक से ज्यादा उनका फ़िल्मी सफर रहा है और, इस दौरान उन्होंने बहुत-से यादगार किरदार निभाए। यही वजह है कि, धर्मेंद्र का नाम उन दिग्गज एक्टर्स में शुमार है जिन्होंने 50 से ज्यादा सुपरहिट फिल्मों में काम किया। इसलिए ही उन्हें हिंदी सिनेमा का सुपरस्टार कहा जाता है।

वहीं, हैरान करने वाली एक बात ये भी है कि, धर्मेंद्र के नाम जितनी हिट फिल्मों के रिकॉर्ड हैं उससे कई ज्यादा फ्लॉप भी दर्ज हैं। मिथुन चक्रवर्ती के बाद धर्मेंद्र ऐसे एक्टर हैं, जिनके न नाम सबसे ज़्यादा फ्लॉप देने का रिकॉर्ड है। मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर में 180 फ्लॉप फिल्में दी हैं। लेकिन धर्मेंद्र की फ्लॉप फिल्मों की संख्या काफी ज्यादा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी सोलो फिल्मों की लिस्ट में 85 में से 44 फिल्में फ्लॉप मानी गईं, यानी 1960 से 2013 तक कुल 180 फिल्में फ्लॉप रहीं।

निजी ज़िंदगी की बात करें तो, उन्होंने सिर्फ 19 साल की उम्र में प्रकाश कौर से 1954 में शादी कर ली थी। शादी के बाद उनके चार बच्चे हुए— दो बेटे- सनी-बॉबी और दो बेटियाँ: विजयता एवं अजीता। सनी-बॉबी जहां पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए एक्टर बने..तो, उनकी दोनों बेटियां लाइमलाइट से दूर ही रहीं।

धर्मेंद्र की पर्सनल लाइफ में सब अच्छा चल रहा था लेकिन फिर वो समय भी आया..जब, देओल परिवार में तूफ़ान आया। ये उस समय हुआ..जब, पहली शादी में रहते-रहते ही उन्हें बॉलीवुड की ‘ड्रीम गर्ल’ हेमा मालिनी से प्यार हो गया था। अपने करियर में तकरीबन 33 फिल्में उन्होंने हेमा मालिनी संग ही हिट दी थीं। जिसके बाद दोनों ने शादी का फैसला भी ले लिया। जिस समय धर्मेंद्र ने हेमा से शादी की..उस वक़्त, उनके बड़े बेटे सनी देओल की उम्र 23 साल हो चुकी थी।

साल 1980 में धर्मेंद्र-हेमा पति-पत्नी बने। इस शादी से उनके दो और बच्चे हुए — बेटी ईशा और अहाना देओल। हालांकि, धर्मेंद्र की इस शादी को लेकर सामाजिक और लीगल प्रॉब्लम्स भी आईं। क्योंकि, उन्होंने पहली पत्नी से तलाक लिए बिना ही हेमा को दूसरी बीवी बना लिया था। कहा जाता है कि, हेमा के लिए उन्होंने धर्म तक बदल लिया था।

हालांकि, अब उम्र के इस पड़ाव में धर्मेंद्र अपनी पहली पत्नी प्राक्कश कौर के साथ अपने (फार्महाउस) में समय बिताते हैं। उनके बेटों ने हाल ही में खुलासा किया कि वे दोनों अब मिल-जुलकर रह रहे हैं। गौरतलब है कि, एक्टर होने के साथ-साथ धर्मेंद्र राजनीति का हिस्सा भी रह चुके हैं। उन्होंने 2004 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट से सांसद का चुनाव जीता और लोकसभा सदस्य बने। वहीं, सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें साल 2012 में पद्म भूषण (Padma Bhushan) सम्मान से नवाजा गया। बहरहाल, उनकी विरासत अब उनके बच्चों और पोतों में आगे बढ़ रही है। बेटे सनी देओल, बॉबी देओल, बेटी ईशा देओल, पोते राजवीर-करण देओल सभी फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं।

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