Bollywood की दिग्गज एक्ट्रेस का लंबी बीमारी के बाद हुआ निधन, शोक में डूबा परिवार और इंडस्ट्री।

इंडस्ट्री से दुखद खबरों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अक्टूबर का महीना तो हिंदी सिनेमा और छोटे पर्दे की दुनिया के लिए बेहद मनहूस साबित हुआ ही है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः इंडस्ट्री से दुखद खबरों के आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अक्टूबर का महीना तो हिंदी सिनेमा और छोटे पर्दे की दुनिया के लिए बेहद मनहूस साबित हुआ ही है।

आख़िर, बीते महीने कई दिग्गज सितारे इस दुनिया को छोड़कर चले जो गए। जहां फैन्स अभी इसी सदमे से बाहर नहीं निकल पाए थे। वहीं, अब एक और एक्ट्रेस के निधन की बुरी खबर मायानगरी से सामने आई है। बॉलीवुड और मराठी सिनेमा की जानी मानी एक्ट्रेस अब हमेशा के लिये सबसे दूर चली गई हैं।

दरअसल, एक्ट्रेस दया डोंगरे का 3 नवंबर को निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक, उनकी उम्र 85 साल की थी। बताया जा रहा है कि वो काफी समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रही थी। जिसके चलते उन्होंने अपना दम तोड़ दिया। उनके निधन की खबर से पूरी बॉलीवुड और मराठी इंडस्ट्री शोक में हैं। सेलेब्स लगातार सोशल मीडिया पर उन्हें नम आंखों से याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वहीं, टीवी के सुपरहिट पौराणिक सीरियल ‘महाभारत’ में श्री कृष्ण का रोल निभाने वाले एक्टर नीतीश भारद्वाज ने भी एक्ट्रेस के निधन पर शोक जताया है। नीतीश ने उन्हें याद कर अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है।

जिसमें उन्होंने लिखा- मेरी पहली फीचर फिल्म में मेरी प्यारी मां, दया मौसी का निधन हो गया। मैं अपनी दूसरी मां के निधन पर शोक मना रहा हूं, जो हमेशा मेरा हालचाल जानने के लिए संपर्क में रहती थीं। पर्दे पर वह बेतुकी और अन्यायी थीं, लेकिन असल में वह एक प्योर सोल थीं, जिन्होंने अपने माहिम स्थित घर की रसोई में खड़े होकर मेरे लिए बहुत अच्छी डिशेज बनाई। मुझे बस उन्हें बताना होता था कि मुझे क्या खाने का मन है और वह वहां मौजूद होता था। मेरी मां के निधन के बाद, वह इकलौती इंसान थीं जो मुझे डाँट सकती थीं।

नीतीश भारद्वाज ने अपने पोस्ट में आगे लिखा- मैं मौत के पीछे के दर्शन को समझता हूं, लेकिन मां का जाना एक अपूरणीय शून्य छोड़ जाता है… आज मेरा दिल फिर से डूब गया है। मैं डोंगरे-दांडेकर परिवारों के साथ उनके निधन पर शोक व्यक्त करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को सद्गति मिले। लव यू मौसी। आपको बता दें, नीतीश और दया ने मराठी फिल्म ‘ख्याल सासु नथल सून’ में काम किया था, जो 1987 में रिलीज हुई थी। नीतीश एक्ट्रेस के बेहद करीब थे और वो उन्हें अपने परिवार का सदस्य मानते थे। ऐसे में, उनके जाने से वो बुरी तरह टूट गए हैं।

बात दया डोंगरे की करें तो, उनका असली नाम दया मोडक था। उनका जन्म 11 मार्च 1940 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। उनका परिवार फिल्मी दुनिया से जुड़ा हुआ था। उनकी मां यमुनाताई मोडक एक एक्ट्रेस थीं और उनकी मौसी शांताबाई मोडक एक मशहूर सिंगर। ऐसे में, छोटी सी उम्र से ही दया ने सिंगिंग में इंटरेस्ट लेना शुरू कर दिया और फिर उन्होंने ”ऑल इंडिया रेडियो” के कम्पटीशन में भी हिस्सा लिया, जिससे उनकी सिंगिंग को शुरुआती पहचान मिली।

उन्होंने स्कूल-कॉलेज की पढ़ाई के बाद थिएटर की ओर रुख किया, और महज 16 साल की उम्र में उन्होंने ”मो.जी.रंगनेकर” के नाटक “रंभा” से स्टेज एक्टिंग को शुरू किया। फिर, दया ने पुणे में आगे की पढ़ाई की और बाद में National School of Drama, दिल्ली में एक्टिंग सीखने के लिए एडमिशन लिया। हालांकि शादी के बाद NSD में उनकी पढ़ाई अधूरी रह गई थी, हालांकि उन्होंने एक्टिंग को जारी रखा।

दया डोंगरे ने शुरुआत थिएटर से की। मराठी रंगमंच में उन्होंने अपनी एक्टिंग स्किल्स लोगों को दिखाई और धीरे-धीरे उनको सिनेमा और टीवी में भी मौके मिलने लगे। उनकी सबसे पहली मराठी फिल्म- ”उंबरठा” थी..जो कि, साल 1982 में आई थी। इसके बाद, उन्होंने ‘नवरी मिळे नवऱ्याला’, ‘खट्याळ सासू नाठाळ सून’, ‘आत्मविश्वास’ जैसी फ़िल्में भी की।

आपको ये भी बता दें कि, मराठी सिनेमा के साथ-साथ उन्होंने बॉलीवुड जगत में भी काम किया था। एक्ट्रेस साल 1992 में आमिर खान और जूही चावला की फिल्म ‘दौलत की जंग’ में नजर आई थीं। इसमें उनकी काफी सराहना हुई थी। वहीं, टीवी के साथ-साथ उन्हें ‘दूरदर्शन’ पर भी पहचान मिली। टीवी सीरीज़ गजरा ने उन्हें घर-घर में मशहूर कराया। उनकी एक्टिंग की ये खास बात थी कि, वो हर किरदार में ढल जाती थीं। चाहे फिर, वो सास का किरदार हो या नेगेटिव रोल।

निजी ज़िंदगी की बात करें तो, दया ने शादी के बाद भी अपना करियर जारी रखा। उनके पति का नाम शरद डोंगरे था। शादी ने उन्हें एक्टिंग से अलग नहीं किया बल्कि वो सब कुछ बैलेंस से चलाती रहीं। अपने परिवार, पति और एक्टिंग को वो साथ लेकर चलीं। बहरहाल, उनके दुनिया से जाने से सिनेमा को एक गहरा नुकसान पहुंचा है। अब वो इस दुनिया में भले ही मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा लोगों के दिलों में ज़िंदा रहेंगी।

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