जंगलराज के चलते आजम खान का बिहार जाने से इनकार, नीतीश की भारी किरकिरी!
बिहार विधानसभा का चुनाव इन दिनों सुर्ख़ियों में बना हुआ है। यहां चुनाव को मद्देनजर रखते हुए सभी दलों के नेताओं ने जमकर प्रचार-प्रसार किया। न सिर्फ बिहार के नेताओं ने बल्कि अन्य राज्यों के नेताओं ने भी बिहार में जमकर चुनाव प्रचार किया साथ ही एक दूसरे पर खूब निशाना साधा।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार विधानसभा का चुनाव इन दिनों सुर्ख़ियों में बना हुआ है। यहां चुनाव को मद्देनजर रखते हुए सभी दलों के नेताओं ने जमकर प्रचार-प्रसार किया। न सिर्फ बिहार के नेताओं ने बल्कि अन्य राज्यों के नेताओं ने भी बिहार में जमकर चुनाव प्रचार किया साथ ही एक दूसरे पर खूब निशाना साधा। ऐसे में यूपी के भी बड़े-बड़े नेताओं ने बिहार में चुनावी जनसभाएं की। इसी कड़ी में सपा की तरफ से स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की गई जिन्हे बिहार में चुनावी प्रचार करना है और इंडिया गठबंधन के लिए वोट मांगना है।
इसी सूची में सपा के कद्दावर नेता आजम खान का ही शामिल है, उन्हें लेकर अटकलें लगाई जा रही थी कि बिहार पहुंचकर न सिर्फ इंडिया गठबंधन के लिए चुनावी प्रचार करेंगे बल्कि NDA गठबंधन की सरकार और नेताओं को भी लपेटे में लेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं अब खबर है कि वो बिहार नहीं जा रहे हैं। लेकिन बिहार न जाकर भी उन्होंने NDA सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जी हाँ सही सुना आपने दरअसल उन्होंने बिहार की सरकार को लेकर ही सवाल उठा दिए हैं और बिहार में जंगलराज करार दिया है। हाल ही में मुरादाबाद में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वे सुरक्षा कारणों से बिहार नहीं जाएंगे, क्योंकि वहां ‘जंगलराज का राज’ है. आजम खान ने कहा, “मुझे स्वास्थ्य और सुरक्षा कारणों से वहां न जा पाने का अफसोस है, क्योंकि लोग कहते हैं कि वहां ‘जंगल राज’ है. इसलिए, ‘जंगल राज’ का अंत होना चाहिए, और हम जैसे लोगों को देश में आजादी और कानून का राज बहाल करने का हिस्सा बनने का अवसर मिलना चाहिए.
हम चाहते हैं कि मतदाता लोकतंत्र के लिए मतदान करके देश को बचाने के लिए एकजुट हों.” उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी, मगर वाई श्रेणी की अधूरी सुरक्षा दी गई. एएनआई को दिए बयान में बोले, “अगर देनी है तो पूरी सुरक्षा दो, आधी-अधूरी सुरक्षा का कोई मतलब नहीं.” साथ ही उन्होंने बिहार के लोगों से अपील की कि लोकतंत्र और इंसानियत को बचाने के लिए वोट करें और एकजुट रहें.
तो देखा आपने आजम खान ने बिहार न जाकर भी कैसे बिहार की जंगलराज सरकार यानी NDA की नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोल दिया है। इसके साथ ही आजम खान ने बिहार चुनाव को लेकर मुस्लिम समुदाय से एकजुट रहने और लोकतंत्र की रक्षा करने की अपील की। उन्होंने कहा, “देखिए कि आपका फायदा किसमें है, बंटवारे में या इत्तेहाद यानी एकता में। जज़्बाती नारों के बहकावे में न आएं, भावनाओं से ऊपर उठकर सोचें।”
हाल ही में 23 महीने जेल में बिताने के बाद जेल से बाहर आए आजम खान ने कहा कि उन्हें वाई-श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। उन्होंने कहा, “अगर राज्य सरकार सुरक्षा देना चाहती है, तो पर्याप्त कवर सुनिश्चित करे।” यह भी बता दें कि आजम खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि वह Z+ सुरक्षा से कम में समझौता नहीं करेंगे। आजम खान ने यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि वह बिहार में अखिलेश यादव के चुनाव प्रचार में क्यों शामिल नहीं हो रहे हैं। वह पार्टी के तीसरे सबसे बड़े स्टार प्रचारक थे, जो डिंपल यादव से भी ऊपर थे।
आपको बता दें कि हाल ही में समाजवादी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी। इस सूची में गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी और पूर्व एमएलसी काशीनाथ यादव का नाम भी शामिल है। पार्टी ने इन दोनों नेताओं को बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है। समाजवादी पार्टी ने यह सूची जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 77 के प्रावधानों के तहत जारी की है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक के रूप में बिहार में अपने सहयोगी दलों के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेगी। सूची में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शीर्ष पर हैं। इसी कड़ी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार चुनावी प्रचार करने बिहार पहुँच रहे हैं।
इसी बीच अपने हालिया बिहार दौरे पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने NDA सरकार पर जोरदार हमला बोला। अखिलेश यादव ने बिहार में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में बदलाव देखकर दिल्ली वाले घबराए हुए हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में न्याय और सामाजिक न्याय की सरकार बनने की बात कही। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि अबकी बार बिहार की जनता 20 साल राज्य एवं 10 साल दिल्ली वाले का हिसाब करेगी। बीजेपी बिहार से पलायन करने जा रही है।
जीएसटी कानून लाने से आज देश में महंगाई आसमान छू रही है और जीएसटी कानून लाने वाले उसका उत्सव मना रहे है। अब तेजस्वी के नेतृत्व में बिहार में न्यू बिहार के साथ-साथ नौकरी की भी बहार आने वाली है। बिहार के नौजवानों को बिहार से बाहर काम के लिए नहीं जाना होगा। हर परिवार में नौकरी मिलने वाली है।
देश के प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि विश्व गुरु बनने चले थे आज समय-समय पर अमेरिका के राष्ट्रपति धमका रहे हैं और अधिक टैरिफ लगा रहे है। विदेश नीति पूरी तरह फेल हुई है। सीमाएं सिकुड़ रही है चीन हमारी जमीन पर कब्जा किए हुए है। चीन हमारे बाजारों को छीन रहा है और दिल्ली सरकार खामोश बैठी है। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि माहौल देखते हुए बीजेपी के चुनावी दूल्हा यानी नीतीश कुमार भी बीजेपी से कन्नी काटने लगे हैं। जो कल के रोड शो में दिखा। उनको पता है जब मौका मिलता है किसी न किसी के गले में माला डाल देते है। इससे पूर्व सभा को संबोधित करते हुए साधु पासवान ने कहा कि बीजेपी पल्स पोलियो की तरह खत्म हो जाएगा।
दोस्तों आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश का सियासी असर साफ दिख रहा है. बीजेपी से लेकर समाजवादी पार्टी तक, हर दल यूपी मॉडल का हवाला देते हुए जनता को लुभाने की कोशिश कर रहा है. यूपी के बुलडोजर, सड़कों, कानून-व्यवस्था और राम मंदिर जैसे मुद्दे बिहार के मंचों पर जोरदार ढंग से उठ रहे हैं. राजनीतिक जानकारों के चश्मे से देखा जाए तो यह प्रचार सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं, बल्कि 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव की रणनीति की झलक भी दे रहा है. ऐसे न सिर्फ विपक्ष के नेता बल्कि सत्ताधारी दल भाजपा के नेता भी लगातार चुनावी प्रचार कर रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री व कई मंत्री बिहार में चुनाव प्रचार में जुटे हैं. योगी की सभाओं में यूपी के विकास, कानून व्यवस्था और धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार का उल्लेख बार-बार किया जा रहा है.
मोहिउद्दीननगर की सभा में योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने रामभक्तों पर गोली चलाई थी और कांग्रेस छठ महापर्व पर सवाल उठा रही है. उन्होंने कहा कि यूपी में हमने सिर्फ नाम नहीं, बल्कि काम से पहचान बनाई है. अयोध्या में राम मंदिर, काशी में विश्वनाथ धाम और प्रयागराज में दिव्य कुंभ इसके उदाहरण है. योगी ने चेतावनी दी कि अब बिहार में भी माफिया पर बुलडोजर चलेगा, क्योंकि यूपी का बुलडोजर न थमने वाला है, न डरने वाला.
वहीं योगी के ऐसे बयानों पर विपक्षी नेता भी जमकर बरस रहे हैं। इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने पूर्वी चंपारण में कहा कि बिहार में बीजेपी का सफाया तय है. उन्होंने योगी पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी के ‘एकरंगी’ नेता को नाम बदलने की बीमारी है- वे नाम, पोशाक और विचार तक बदल देते हैं. अखिलेश ने दावा किया कि समाजवादी सरकार ने एक्सप्रेस-वे जैसी सड़कें बनाईं, जबकि बीजेपी ने उनकी नकल की और भ्रष्टाचार जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि वे और तेजस्वी यादव मिलकर यूपी-बिहार को दिल्ली से जोड़ने का विजन लेकर चल रहे हैं. गौरतलब है कि बिहार चुनाव में NDA सरकार पर सवाल उठ रहे हैं सुरक्षा से लेकर अन्य मुद्दों पर NDA सरकार घिरती हुई नजर आ रही है। अब देखना ये होगा कि चुनाव में इन मुद्दों का कितना असर पड़ता है।



