राहुल गांधी का चुनाव आयोग और बीजेपी पर एक और हाइड्रोजन वार

  • जेन जी से अपील, जागो और समझो खेल
  • सिस्टम लीक कर बीजेपी ने पूरे-पूरे राज्य चुरा लिये

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी ने बिहार में पहले चरण की 121 सीटों पर मतदान से ठीक एक दिन पहले दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी और चुनाव आयोग पर अबतक का सबसे बड़ा हमला किया। आज राहुल गांधी ने जो कहा वो सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं था बल्कि वह एक चार्जशीट थी जो मौजूदा चुनावी तंत्र पर दर्ज हो गई है। कांग्रेस मुख्यालय में जब राहुल गांधी मीडिया से रूबरू हुए तो चेहरे पर न गुस्सा था न झुंझलाहट बस एक ठंडी तड़प थी। उन्होंने कहा कि अब बात एक सीट या एक क्षेत्र की नहीं है बीजेपी ने पूरा-पूरा राज्य चोरी कर लिया है। यह वोट चोरी नहीं लोकतंत्र की हत्या है। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हाइड्रोजन बम लोड हो रहा है। फिर प्रेस में वही धमाका किया जो राजनीति को हिला गया। राहुल का संकेत साफ था कि यह कोई मामूली आरोप नहीं बल्कि साक्ष्य आधारित सिस्टम लीक का मामला है।

राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब

चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, 90 विधानसभा सीटों के लिए हाईकोर्ट में वर्तमान में सिर्फ 22 चुनाव याचिकाएं लंबित हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी पूछा कि कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदान केंद्रों पर क्या कर रहे थे। उन्होंने तभी अपत्ति क्यों नहीं जताई, जबकि उनको तो तभी आपत्ति जताई चाहिए थी, जब वोटर ने मतदान किया हो या पोलिंग एजेंट को वोटर की पहचान पर शक हो, ये भी पूछा गया है कि क्या राहुल गांधी एसआईआर का समर्थन कर रहे हैं या इसका विरोध कर रहे हैं।

राहुल की जेन जी से अपील

राहुल गांधी ने युवाओं की ओर मुखातिब होकर कहा कि अब जेन जी को यह खेल समझना होगा। जिस दिन यह पीढ़ी जाग गयी उस दिन वोट की चोरी खत्म हो जाएगी। राहुल ने युवाओं को चेताया कि वे सिर्फ दर्शक न बनें बल्कि इस प्रक्रिया को समझें और इसकी सच्चाई जानने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सिर्फ राजनीतिक दलों का नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी के भविष्य का है। अगर लोकतंत्र से पारदर्शिता खत्म हुई तो सबसे बड़ा नुकसान युवाओं को होगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चुनाव जीतने की व्यवस्था बना चुके हैं जिनके चेहरों पर मुस्कान है पर उस मुस्कान के पीछे लोकतंत्र की हकीकत छिपी है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि जिस सिस्टम की बात सीएम नायब सैनी जैसे लोग कर रहे हैं वही सिस्टम लीक हो चुका है।

वोट चोरी अब संगठित नीति बन चुकी है

राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि देश में वोट चोरी अब एक संगठित नीति बन चुकी है। उन्होंने इस मुद्दे को एच—फाइल्स नाम देते हुए कहा है कि अब यह किसी एक निर्वाचन क्षेत्र की बात नहीं बल्कि पूरे-पूरे राज्य स्तर पर लोकतंत्र से खिलवाड़ हो रहा है। राहुल के मुताबिक उन्हें पहले सिर्फ संदेह था कि कुछ गड़बड़ है लेकिन अब उन्हें पक्का विश्वास हो गया है कि यह राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर की चोरी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा से कांग्रेस उम्मीदवारों ने कई शिकायतें भेजीं कि मतदान और मतगणना के दौरान सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा था। राहुल ने कहा कि हमारे उम्मीदवारों ने बताया कि उनके सभी अनुमान उलट गए। जहां जीत की स्थिति थी वहां परिणाम अचानक बदल गए। कुछ न कुछ तो गड़बड़ जरूर हुई है। राहुल गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस को ऐसा ही अनुभव मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में भी हुआ था। कई जगह कांग्रेस को भारी समर्थन के बावजूद नतीजे अप्रत्याशित रहे। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार उनकी टीम ने हरियाणा पर विशेष ध्यान देने और वहां हुए मतदान और मतगणना की प्रक्रिया को विस्तार से समझने का निर्णय लिया है। राहुल का बयान इस बात की ओर संकेत करता है कि कांग्रेस अब सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी नहीं कर रही बल्कि व्यवस्थित रूप से साक्ष्य जुटाने की दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यह सवाल किसी एक पार्टी का नहीं बल्कि लोकतंत्र के भविष्य का है। राहुल ने कहा कि अगर जनता के वोट का सम्मान नहीं होगा तो चुनाव सिर्फ दिखावा बन जाएंगे। भारत का लोकतंत्र बूथ से नहीं सॉफ्टवेयर से तय होने लगेगा। राहुल गांधी का यह बयान भारतीय राजनीति में एक नया विमर्श खड़ा कर रहा है जिसमें वोट चोरी सिर्फ एक चुनावी मुद्दा नहीं, बल्कि जनादेश की साख पर प्रश्न बन चुका है।

बिहार में नेता प्रतिपक्ष के दावेपर बवाल, भाजपा ने उठाए सवाल

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार के कुटुम्बा में एक चुनावी रैली के दौरान गुरुवार से शुरू हो रहे विधानसभा चुनाव से पहले यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया कि भारतीय सेना देश की 10 प्रतिशत आबादी के नियंत्रण में है। उनके इस बयान केबाद से बवाल मच गया है। भाजपा-जदयू समेत कई लोगों केनिशान परवो आ गए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने यह दावा ऊँची जातियों के संदर्भ में किया। एक जनसभा को संबोधित करते हुए, गांधी ने कहा कि अगर आप गौर से देखें, तो देश की 90 प्रतिशत आबादी दलित, महादलित, पिछड़ी, अति पिछड़ी या अल्पसंख्यक समुदायों से है। 90 प्रतिशत लोग समाज के सबसे पिछड़े और आदिवासी तबके से आते हैं। राहुल गांधी ने आगे कहा कि अगर आप भारत की 500 सबसे बड़ी कंपनियों की सूची निकालें, तो आपको पिछड़े या दलित समुदायों का कोई भी व्यक्ति वहां नहीं मिलेगा, वे सभी शीर्ष 10 प्रतिशत से आते हैं। सभी नौकरियां उन्हीं के पास जाती हैं। सशस्त्र बलों पर उनका नियंत्रण है। आपको शेष 90 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व कहीं नहीं मिलेगा। राहुल गांधी ने कहा, हम ऐसा भारत चाहते हैं जिसमें देश की 90 प्रतिशत आबादी के लिए जगह हो, जहां लोग सम्मान और खुशी के साथ रह सकें। कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ों के लिए लड़ाई लड़ी है। कांग्रेस सांसद ने दावा किया था कि चीनी सेना ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सैनिकों की पटाई कर रही है। इन बयानों के बाद लखनऊ के एक सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारी ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि इन टिप्पणियों से भारतीय सेना का अपमान हुआ है और उसकी छवि धूमिल हुई है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पहले शिकायत को खारिज करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद गांधी ने सर्वोच्च न्यायालय में अपील की थी। उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता सुरेश नखुआ ने कहा, राहुल गांधी अब सशस्त्र बलों में एक जाति खोज रहे हैं और कहते हैं कि 10 प्रतिशत लोग इसे नियंत्रित करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी नफरत में, वह पहले ही भारत से नफरत की सीमा पार कर चुके हैं। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने सेना के बारे में कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की हो। अगस्त में, अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान की गई इस टिप्पणी – चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सैनिकों की पिटाई कर रहे हैं पर उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई थी।

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