Bihar चुनाव में वोट चोरी की गूंज, विपक्ष के सबूतों से हिला चुनाव आयोग, BJP पर मिलीभगत के गंभीर आरोप।
बिहार की सियासत इस वक्त सिर्फ प्रचार या पोस्टर की लड़ाई तक सीमित नहीं रह गई है....यहां अब असली जंग ईवीएम और स्ट्रांग रूम की चौकसी पर उतर आई है....

4पीएम न्यूज नेटवर्क: बिहार की सियासत इस वक्त सिर्फ प्रचार या पोस्टर की लड़ाई तक सीमित नहीं रह गई है….यहां अब असली जंग ईवीएम और स्ट्रांग रूम की चौकसी पर उतर आई है….
वोटिंग खत्म हो चुकी है…लेकिन लोकतंत्र के असली पहरेदार यानी जनता के वोट की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं…क्योंकि अब हर दिन ऐसे नए खुलासे हो रहे हैं जो ये दिखाते हैं कि वोट चोरी न केवल एक आशंका है…बल्कि इसके पीछे कोई संगठित साजिश भी चल रही है…..और सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि चुनाव आयोग अपनी सफाई देते-देते अब खुद ही अपने बयानों में फंसता जा रहा है….
एक तरफ आयोग ये स्वीकार कर रहा है कि आरजेडी और विपक्ष की तरफ से उठाए गए कई सवाल वाजिब हैं….वहीं दूसरी तरफ वो उन्हीं आरोपों को भ्रामक और तथ्यहीन बताकर खारिज भी कर रहा है…….चुनाव आयोग का ये दोहरा रवैया अब खुद आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहा है….वहीं विपक्ष का आरोप है कि ये कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं…बल्कि बीजेपी और चुनाव आयोग के बीच की मिलीभगत का नतीजा है…
बता दें, हरियाणा और महाराष्ट्र के नतीजों के बाद विपक्ष पहले से ही आशंकित था कि बिहार में सत्ता पर कब्जे के लिए चुनावी हेराफेरी की जा सकती है…यही वजह है कि तेजस्वी यादव और महागठबंधन के अन्य नेताओं ने मतदान से पहले ही एक बड़ी मुहिम शुरू की थी और वो मुहिम थी वोटर अधिकार यात्रा….इस यात्रा के जरिए विपक्ष ने गांव-गांव, गली-गली जाकर जनता को जागरूक किया और बताया कि वोट चोरी के खिलाफ अब आवाज उठाना जरूरी है……तेजस्वी यादव ने साफ कहा था कि बीजेपी चुनाव जीतने की नहीं, चुराने की तैयारी में है……
बिहार चुनाव में इस बार विपक्ष का फोकस सिर्फ प्रचार पर नहीं बल्कि मतदान के बाद स्ट्रांग रूम की निगरानी पर भी था….और यही सतर्कता अब कई राज़ खोलती नजर आ रही है…….जहां पहले चरण की वोटिंग खत्म होते ही आरजेडी ने अपने कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिया था कि सभी स्ट्रांग रूम पर नजर रखी जाए….इसी बीच, वैशाली जिले के हाजीपुर से जो खबर सामने आई….उसने पूरे चुनावी माहौल को हिला दिया….आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने देखा कि आधी रात के वक्त हाजीपुर के कॉलेज कैंपस में बने स्ट्रांग रूम में अलग-अलग विधानसभाओं के सीसीटीवी कैमरे एक-एक कर बंद हो रहे हैं…ठीक उसी दौरान एक पिकअप वैन गेट के अंदर दाखिल होती है और करीब 15 मिनट अंदर रुकती है और फिर निकल जाती है….
आरजेडी ने इसका वीडियो जारी किया और सीधे चुनाव आयोग से सवाल किया कि…वैशाली जिले के हाजीपुर स्थित स्ट्रांग रूम में बारी-बारी से विभिन्न विधानसभाओं का सीसीटीवी बंद कर दिया जाता है। मध्य रात्रि पिकअप वैन वहाँ घुसती है और निकलती है। @ECI जवाब दें…साथ ही RJD ने पीएम मोदी और शाह पर निशाना साधते हुए लिखा कि….देश का सबसे बड़ा वोट डकैत कई दिनों से प्रचार के बहाने बिहार में डेरा डाले हुए है…चुनाव आयोग के अधिकारी उसे होटल में जाकर रिपोर्ट करते है। दिल्ली से बड़का वोट ठग प्रतिदिन बिहार आकर ध्यान भटकने के लिए उल-जुलूल बकवास करता है ताकि गोदी मीडिया के मदद से वोट चोरी और असल मुद्दों से ध्यान हटे लेकिन बिहार अबकी बार इन दो बाहरी ठगों को हर प्रकार से कड़ा सबक सिखाएगा…ये दो बाहरी लुटेरे गणतंत्र की जननी बिहार से ही लोकतंत्र को खत्म करना चाहते है, बिहारी ऐसा हरगिज नहीं होने देंगे…
ये वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया और विपक्ष ने इसे वोट चोरी का सबूत करार दिया…जिसके बाद सवाल उठा कि आधी रात को स्ट्रांग रूम में वैन क्यों गई?…किसके आदेश पर कैमरे बंद हुए?….क्या इसमें ईवीएम या वीवीपैट पर्चियों में हेराफेरी की गई?……….जब मामला गरमाया, तो निर्वाचन आयोग ने तुरंत जांच के आदेश दिए…वरिष्ठ अधिकारियों ने रिपोर्ट दी और उसमें कुछ ऐसे प्वाइंट्स सामने आए…जिन्होंने आयोग की मंशा पर और भी बड़े सवाल खड़े कर दिए…..आयोग ने माना कि मेहनार विधानसभा क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज ऑटो टाइम आउट के कारण कुछ देर के लिए बंद हो गए थे….
हालांकि, आयोग का कहना था कि कंट्रोल रूम में कैमरे चालू थे…साथ ही ये भी बताया गया कि जो वैन स्ट्रांग रूम में गई थी….वो सुरक्षाकर्मियों का बेडिंग और खाना को लेकर अंदर गई थी………..लेकिन अब सवाल ये उठता है कि अगर स्ट्रांग रूम में तीन-स्तरीय सुरक्षा है….तो रात में किसी बाहरी वाहन को प्रवेश की अनुमति किसने दी?….अगर ये सिर्फ सामान पहुंचाने वाली वैन थी….तो यह काम दिन में क्यों नहीं हुआ?….और अगर कैमरे तकनीकी वजह से बंद हुए….तो सभी एक साथ क्यों?…….यानी चुनाव आयोग की सफाई ने जवाबों से ज्यादा नए सवाल खड़े कर दिए…
आरजेडी ने आयोग की सफाई को बेमतलब की कहानी बताया और एक और पोस्ट जारी करते हुए लिखा कि…चुनाव आयोग और प्रशासन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है…अब ये लोग नई-नई फालतू बातें बना रहे हैं….कभी कहते हैं बिजली कट गई, कभी कहते हैं टीवी sleep mode में चला गया….कभी जनरेटर बंद था…दरअसल सच्चाई ये है कि चोरी पकड़ी गई है…अब बस बहाने बनाए जा रहे हैं…वहीं तेजस्वी यादव ने इस पूरे मामले पर कहा कि…CCTV के साथ भी खिलवाड़ जारी है! लगातार CCTV फीड किसी भी अनाप शनाप कारण के बहाने बाधित किए जा रहे हैं पर चुनाव आयोग विपक्षी दलों की शिकायतों को जानबूझकर गंभीरता से नहीं ले रहा….
जिसके बाद सवाल उठा कि जब आयोग खुद ये स्वीकार कर रहा है कि स्ट्रांग रूम के कैमरे बंद हुए और वाहन अंदर गया, तो फिर आरजेडी के आरोप झूठे कैसे हो गए?…….विपक्ष लगातार स्ट्रांग रूम और मतदान प्रक्रिया में अनियमितताओं के वीडियो और फोटो शेयर कर रहा है….कुछ जगहों पर वीवीपैट पर्चियों में विसंगति मिली, कहीं मतदान केंद्रों पर मशीनें खराब बताकर बदली गईं…..यहां तक कि कई इलाकों से शिकायतें आईं कि बूथों पर बीजेपी समर्थक खुलेआम मतदाताओं को प्रभावित कर रहे थे…आरजेडी का कहना है कि ये सब एक बड़ी साजिश का हिस्सा है….एक ऐसी साजिश जिसमें बीजेपी और चुनाव आयोग का गठजोड़ शामिल है….पार्टी ने चुनाव आयोग की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि…जब एक ही पक्ष की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होती, और दूसरे पक्ष को खुली छूट मिलती है, तो इसे निष्पक्ष चुनाव कैसे कहा जाए?….
जनता भी अब परेशान है….बिहार के कई जिलों में लोग खुलकर कह रहे हैं कि अगर विपक्षी कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम की चौकसी न करते, तो नतीजे कुछ और होते…वहीं वोट चोरी की चर्चाओं के बीच विपक्ष ने बीजेपी पर सीधा निशाना साधा….आरजेडी, कांग्रेस और वामदलों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि…बीजेपी को बिहार की जनता ने नकार दिया है…अब वो जनता का जनादेश चुराने में लगे हैं….जब जनता ने साथ छोड़ा तो अब मशीनों और व्यवस्थाओं के जरिए जीत हासिल करने की कोशिश की जा रही है…विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग को अब अपने ही बयानों का जवाब देना होगा….क्योंकि जिस रिपोर्ट में उसने स्ट्रांग रूम की अनियमितता को स्वीकार किया…वही रिपोर्ट बीजेपी की कथित मिलीभगत पर भी सवाल खड़े करती है….
वहीं आज एक वीडियो जारी करते हुए तेजस्वी यादव ने एक और खुलासा करते हुए कहा कि….पहले चरण के बाद 𝐍𝐃𝐀 खेमे में भारी गमगीन माहौल है। हार के ख़ौफ़ से गृहमंत्री अधिकारियों से मिलकर एवं फ़ोन पर धमकी दे रहे है।
तेजस्वी यादव ने बताया कि हार के ख़ौफ़ से गृहमंत्री अमित शाह अधिकारियों से मिलकर और फ़ोन पर किस बूथ पर क्या करना है ये निर्देश दे रहे हैं…वहीं कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि आयोग अब विपक्ष के दबाव में आ चुका है…उसकी रिपोर्टें और बयान ये दिखा रहे हैं कि कहीं न कहीं प्रशासनिक स्तर पर चूक हुई है…मगर बीजेपी से दूरी दिखाने के डर से आयोग इस बात को आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं कर पा रहा….दरअसल, आयोग ने ये तो मान लिया कि कैमरे बंद हुए, पिकअप वैन गई और कुछ गड़बड़ हुई….लेकिन उसी सांस में उसने ये भी कह दिया कि आरजेडी के दावे भ्रामक हैं….यानी आयोग अब ये तय ही नहीं कर पा रहा कि उसे किसकी तरफ झुकना है….
जनता की तरफ या फिर सत्ता की तरफ….ऐसे में बिहार का ये चुनाव अब सिर्फ सत्ता परिवर्तन की लड़ाई नहीं रहा…ये एक बड़ी परीक्षा बन गई है उस लोकतंत्र की, जिस पर भारत को गर्व है…क्योंकि, जब देश के सबसे बड़े चुनावी संस्थान की साख पर सवाल उठने लगें….तो ये सिर्फ किसी पार्टी की बात नहीं रह जाती…ये पूरी व्यवस्था की बात बन जाती है….विपक्ष के लगातार दबाव, जनता की जागरूकता और मीडिया के बढ़ते सवालों के बीच अब चुनाव आयोग को तय करना होगा कि वो लोकतंत्र के साथ खड़ा है या सत्ता के साथ…..
क्योंकि जिस दिन जनता का भरोसा इस तंत्र से उठ गया, उस दिन सिर्फ बिहार नहीं….बल्कि, पूरा भारत चुनावों की असलियत पर सवाल उठाएगा….और यही वजह है कि बिहार में दूसरे चरण का मतदान और भी ज्यादा रोमांचक नजर आ रह है…अब देखना होगा कि बिहार की दूसरे चरण में 122 सीटों पर होने वाले मतदान में जनता का रूझान किस ओर होगा और दूसरे चरण का मतदान कितनी निष्पक्ष होगा……



