इंडिगो की 200 फ्लाइट कैंसल, दिल्ली से बेंगलुरु का किराया पहुंचा 43 हजार

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के लाखों पैसेंजर्स को फ्लाइट डिले और कैंसिलेशन का सामना करना पड़ रहा है, जिसका मुख्य कारण पायलटों की कमी है. पिछले 4-5 दिनों से रोज़ाना लगभग 100 से ज़्यादा उड़ानें कैंसल होने के बाद, बुधवार को 200 से ज़्यादा उड़ानें कैंसल कर दी गईं. बुधवार को कुछ उड़ानें 10 घंटे तक की देरी से उड़ान भर रही थीं. डीजीसीए ने एयरलाइन इस पूरे मामले में एयरलाइन से स्पष्टीकरण मांगा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार (2 दिसंबर) को एयरलाइन का समय पर संचालन, 35 फीसदी के साथ, भारत की सभी शेड्यूल्ड एयरलाइंस में सबसे कम था. इस परेशानी की वजह से देश में डॉमेस्टिक फ्लाइट्स के किराए में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. दिल्ली से मुंबई तक का किराया 31 हजार रुपए तक पहुंच गया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है?
एक्शन मोड में डीजीसीए
हर तीन दिन में दस लाख पैसेंजर्स को हवाई यात्रा की सुविधा देने वाली कंपनी के पैसेंजर्स काफी परेशान हैं. जनता की असुविधा और सोशल मीडिया पर हो रहे आक्रोश के कारण एविएशन अधिकारी भी एक्शन मोड में आ गए हैं. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गुरुवार को एयरलाइन के सीनियर मैनेज्मेंट से इस पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है. साथ एक प्लान लाने को भी कहा है कि ताकि इस परेशानी को खत्म किया जा सके. एक अधिकारी ने कहा कि डीजीसीए स्थिति की जांच कर रहा है और एयरलाइन के साथ मिलकर कैंसीलेशन और डिले को कम करने के उपायों का मूल्यांकन कर रहा है ताकि यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम किया जा सके.
नवंबर से ही मिल गए थे संकेत
इंडिगो ने बुधवार शाम उड़ानों में कटौती जैसे कुछ उपाय शुरू कर दिए हैं. एयरलाइन ने कहा कि ये उपाय अगले 48 घंटों तक लागू रहेंगे और हमें अपने ऑपरेशन को को सामान्य बनाने और पूरे नेटवर्क में अपनी पंकचुएलिटी को धीरे-धीरे बहाल करने में मदद करेंगे. एयरलाइन ने स्वीकार किया कि पिछले दो दिनों से पूरे नेटवर्क में ऑपरेशन काफी बाधित रहा है. नवंबर में इंडिगो द्वारा रद्द की गई 1,232 उड़ानों में से लगभग 62 फीसदी चालक दल की कमी के कारण रद्द हुईं.
भारतीय एयरलाइंस के कॉकपिट क्रू द्वारा थकान की गंभीर शिकायतों के बाद, DGCA ने 1 नवंबर से अधिक मानवीय क्रू उड़ान ड्यूटी मानदंड लागू किए थे. हालांकि इससे पायलटों की आवश्यकता बढ़ गई, लेकिन 62 फीसदी कैंसीलेशन डेटा इस बात का संकेत है कि इंडिगो अब इस मोर्चे पर संघर्ष कर रही है. इंडिगो का ओटीपी अक्टूबर 2025 में 84.1 फीसदी से गिरकर पिछले महीने 67.7 फीसदी हो गया.
आसमान पर पहुंचा किराया
इंडिगो की उड़ानों में कटौती और ओटीपी को लेकर अनिश्चितता के कारण किराया आसमान पर पहुंच गया है. शुक्रवार और शनिवार (5 और 6 दिसंबर) के लिए दिल्ली-बेंगलुरु का इकोनॉमी क्लास का एकतरफ़ा (नॉनस्टॉप) टिकट 11,000 रुपए से 43,145 रुपए के बीच था. इसी तरह, मुंबई-कोलकाता का किराया 8,000 रुपए से 19,000 रुपए के बीच था. वहीं दूसरी दिल्ली और मुंबई का किराया 18 हजार रुपए से लेकर 31 हजार रुपए के बीच देखने को मिला.



