PoK में लश्कर-ए-तैयबा की बड़ी साजिश, रावलकोट में मस्जिद की आड़ में लॉन्चपैड तैयार
पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के रावलकोट में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) द्वारा बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है। आतंकी संगठन अल-अक्सा मरकज़ के नाम पर आतंकियों के लिए लॉन्चपैड और ठिकाने बनाए जा रहे हैं।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के रावलकोट में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) द्वारा बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है। आतंकी संगठन अल-अक्सा मरकज़ के नाम पर आतंकियों के लिए लॉन्चपैड और ठिकाने बनाए जा रहे हैं।
इसे वर्तमान में मस्जिद बताया जा रहा है, लेकिन खुद LeT प्रवक्ता ने गलती से इसे मरकज़ कबूल किया है।भारतीय सेना पहले भी ऐसे आतंकवादी लॉन्चपैड को तबाह कर चुकी है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी सेना ने लश्कर-ए-तैयबा के कई लॉन्चपैड नष्ट किए थे।
रावलकोट के खैगला इलाके में एक इमारत बनाई जा रही है, जो मरकज़ के नाम पर आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। PoK में मरकज़ की आड़ में लश्कर-ए-तैयबा के जेहादियों द्वारा यह लॉन्चपैड तैयार किया जा रहा है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और संभावित खतरे को रोकने के लिए तैयार हैं।
पाक अधिकृत कश्मीर (POk) में लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से बड़ी साजिश की जा रही है. यहां रावलकोट में लश्कर के जेहादियो के लांच पैड बनाए जा रहे हैं. ख़ुद लश्कर के POK में प्रवक्ता ने मरकज़ बनाने की बात कुबूल की है. ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा के लांच पैड तबाह किए थे. POK में मरकज़ की आड़ में आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के लांच पैड तैयार करता है. दरअसल, रावलकोट (POK) के खैगला इलाके में एक इमारत बन रही है.
इसके बारे में कहा जा रहा है कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) वहां अपने आतंकियों के लिए लॉन्चपैड और शेल्टर तैयार कर रहा है. यहां एक डुअल यूज़ (दोहरी इस्तेमाल वाली) सुविधा बताई जा रही है, जिसका नाम अल-अक्सा मरकज़ है.
आतंकियों को सुरक्षित करने की जा रही है व्यवस्था
LeT इसे मस्जिद बताने की कोशिश कर रहा है. वीडियो में LeT के POK प्रवक्ता आमिर ज़िया भी शुरुआत में इसे मस्जिद बताते हैं, लेकिन बात करते-करते गलती से इसे मरकज़ कह देते हैं, जिससे असल मंशा साफ हो जाती है. लश्कर की रणनीति है कि POK के अलग-अलग इलाकों में छोटे-छोटे मरकज़ बनाकर अपने आतंकियों को छिपाने और सुरक्षित रखने की व्यवस्था की जाए.
पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद की बड़ी बैठक आयोजित की गई. 6 नवंबर को बहावलपुर में ये मीटिंग की गई थी. मीटिंग में जैश के कई कमांडरों के साथ लश्कर का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी भी बैठा हुआ दिख रहा है. ऑपरेशन सिंदूर से पहले भी ऐसी ही मीटिंग बहावलपुर में हुई. मीटिंग में जैश के कई कमांडरों के साथ लश्कर का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी भी बैठा हुआ दिख रहा है.
लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देते हुए कहा था कि भारत को ऑपरेशन सिंदूर की ‘कीमत चुकानी पड़ेगी.’समर्थकों की एक सभा को संबोधित करते हुए उसने कहा कि नरेंद्र मोदी को ध्यान से सुनना चाहिए और अपने ज़ालिम लोगों से कहना चाहिए वह समय पास है जब हमारे डैम और नदियां हमारी होंगी. पूरा जम्मू और कश्मीर हमारा होगा.”
सैफुल्लाह कसूरी ने कहा कि भारत पर और हमलों का इशारा करते हुए कहा, हम बदला लेना अच्छी तरह जानते हैं. दुश्मन को यह नहीं सोचना चाहिए कि हम हिम्मत हार जाएंगे या चुप रहेंगे. हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे.



