कांग्रेस की रैली में नारे पर संसद में संग्राम
सत्तापक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन स्थगित, भाजपा व कांग्रेस में वार-पलटवार

जेपी नड्डा-रिजिजू के तीखे सवाल, सोनिया गांधी से माफी की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपशब्द कहने को लेकर संसद में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। सत्र के दौरान भाजपा व कांग्रेस में तीखी बहस देखने को मिली। पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस के नारे पर संसद में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिफर पड़े। जेपी नड्डा ने कहा कि बहुत ही दुख के साथ और उद्वेलित मन से एक घटना प्रकाश में लाना चाहता हूं कि कल कांग्रेस की रैली में वहां पर नारे लगे मोदी तेरी कब्र खुदेगी आज तो नहीं तो कल खुदेगी, ये इस तरीके के नारे कांग्रेस पार्टी की सोच और मानसिकता को दर्शाता है, जेपी नड्डा ने कहा कि सोनिया गांधी को पीएम मोदी के लिए इस्तेमाल किये गए अपशब्दों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
राज्यसभा में सोमवार को सदन के नेता जे पी नड्डा ने एक दिन पहले कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध लगाए गए नारों की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से देश से माफी मांगने को कहा तथा इस मुद्दे पर सत्तापक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन को स्थगित कर दिया गया।

यह देश के लिए बहुत दुखद समय : किरेन रिजिजू
वहीं, लोकसभा में किरेन रिजिजू ने कहा कि कल कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री मोदी जी की कब्र खोने की बात कही गई है। यह देश के लिए बहुत दुखद समय है कि कांग्रेस पार्टी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करती है। कांग्रेस के सारे बड़े नेता उस रैली में मौजूद थे और पीएम मोदी की कब्र खोदने का नारा लगाया गया।
मतदान का अधिकार छीनने वालों को सत्ता से हटाना पड़ेगा : कांग्रेस
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने कथित चुनावी अनियमितताओं के मुद्दे पर अपना अभियान तेज करते हुए रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो रैली में भाजपा और निर्वाचन आयुक्तों पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘वोट चोरी सत्तारूढ़ पार्टी के डीएनए में है और उसके नेता गद्दार हैं, जो लोगों के मतदान के अधिकार छीनने की साजिश रच रहे हैं और उन्हें सत्ता से हटाया जाना चाहिए।
भाजपा संसद में तमाशा करना चाहती है, अभद्र भाषा का इस्तेमाल हमारी परंपरा नहीं : केसी वेणुगोपाल
कांग्रेस ने उसकी जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर धमकी दिए जाने संबंधी भाजपा के आरोप को निराधार करार देते हुए सोमवार को कहा कि राजनीतिक विरोधियों परअभद्र टिप्पणियां करना उसकी परंपरा नहीं है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह दावा भी किया कि सत्ता रूढ़ पार्टी इस तरह के आरोप लगा कर संसद में तमाशा करना चाहती है। केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगेऔर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कथित रूप से दी गई ‘‘ धमकी ’’के लिए माफी मांगनी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर भाजपा सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया। कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी रैली की बड़ी सफलता के बाद भाजपा ने यह नाटक किया है, जो पूरी तरह निराधार है। रैली में इस तरह का उत्साह पिछले कई वर्षों में कभी नहीं देखा गया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि क्या किसी कांग्रेस नेता ने कुछ कहा? बिल्कुल नहीं। रैली में लाखों लोग भाग लेते हैं…राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ अभ्रद और अस्वीकार्य का इस्तेमाल हमारी परंपरा नहीं है।’’ वेणुगोपाल ने दावा किया, ‘‘अमित शाह जी ने लोकसभा में बोलते हुए जिस का इस्तेमाल किया, सौगत रॉय जी के खिलाफ जिस का उपयोग किया, उसे सब जानते हैं। हमारे ऐसे संस्कार नहीं हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि ये लोग संसद में तमाशा करना चाहते हैं।
मनरेगा स्कीम से महात्मा गांधी का नाम क्यों हटा रहे : प्रियंका गांधी
मोदी सरकार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) को खत्म कर नया ग्रामीण रोजगार कानून लाने जा रही है। इसे मौजूदा शीतकालीन सत्र में चर्चा के लिए सूचीबद्ध भी किया गया है। बिल की कॉपी सोमवार को लोकसभा सांसदों के बीच सर्कुलेट की गई है। इसका नाम ‘विकसित भारत-गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण)वीबी जी रामजी बिल, 2025’ रखा गया है। नए बिल में कहा गया है कि इसका उद्देश्य ‘विकसित भारत 2047’ के विजन के अनुरूप ग्रामीण विकास का नया ढांचा तैयार करना है। काम के दिनों की संख्या 100 से बढ़ाकर 125 दिन कर दी जाएगी। इधर कांग्रेस ने सरकार के फैसले का विरोध किया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी का नाम क्यों हटाया जा रहा। इससे पहले 12 दिसंबर को खबर आई थी कि केंद्रीय कैबिनेट ने मनरेगा का नाम बदलकर पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना रखा है। हालांकि, सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन सामने नहीं आया था।
घनी धुंध व कोहरे का कहर
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर दो जगह भीषण हादसे
कंटेनर में घुसी तेज रफ्तार कार, 2 लोगों की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नूंह। हरियाणा में सोमवार सुबह कोहरे ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर जमकर कहर बरपाया। जहां नूंह में कोहरे के कारण दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर कई वाहन आपस में भिड़ गए तो वहीं फरीदाबाद में इसी एक्सप्रेसवे पर एक तेज रफ्तार कार कंटेनर में घुस गई। इन दोनों हादसों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
बताया गया कि नरियाला पठकपुर गांव के समीप यह हादसा हुआ। आज सुबह ज्यादा कोहरा होने के कारण वाहन आपस में टकराए हैं। उधर, हादसे की सूचना मिलने पर एनएचएआई की टीम मौके पर पहुंची और मार्ग को साफ कराया। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ज्यादा स्पीड के कारण हादसे होते हैं। फरीदाबाद में सुबह 8 बजे के करीब घनी धुंध के चलते दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सीकरी के पास तेज स्पीड में फोर्ड एंडेवर गाड़ी खड़े कंटेनर में घुस गई। इस हादसे में कार ड्राइवर सहित एक व्यक्ति की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवा दिया है। एक्सप्रेसवे से उतरते समय फोर्ड एंडेवर गाड़ी की स्पीड़ काफी ज्यादा थी। घनी धुंध के कारण ड्राइवर रोड पर खड़े कंटेनर को देख नहीं पाया और पीछे से गाड़ी उसमें घुस गई। चालक संदीप जयपुर का रहने वाला था। उसके साथी की अभी पहचान नहीं हो पाई है।
कोहरे की वजह से 90 से अधिक ट्रेनें लेट
उत्तर भारत में सोमवार को घने कोहरे की वजह से विसिबिलिटी बेहद कम हो गई है जिसका कई ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। कोहरे के कारण दिल्ली आने वाली कई ट्रेनें 6 से 7 घंटे की देरी से चल रही हैं। करीब 90 ट्रेनें अपनी तय समय से देर चल रही हैं। रेलवे ने बताया है कि पूर्व दिशा की ट्रेनें सोमवार को अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं. रेलवे ने यात्रियों से आग्रह किया है कि वो स्टेशन जाने से पहले अपनी ट्रेन का लाइव रनिंग स्टेटस जरूर जांच लें. साथ ही यह भी कहा गया है कि लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्री समय में बदलाव को ध्यान में रखें, किसी भी असुविधा से बचने के लिए रेलवे की आधिकारिक सूचना पर नजर रखें।
दिल्ली के प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट हुआ तल्ख
बोली अदालत- अमीरों के कारण गरीब परेशान
याचिकाओं पर 17 दिसंबर को सुनवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बिगड़ते वायु प्रदूषण से जुड़ी याचिकाओं पर 17 दिसंबर को सुनवाई करेगा। मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) सूर्यकांत, जस्टिस जॉयमाल्य बागची और जस्टिस विपुल एम पामचोली की पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता अपराजिता सिंह की दलीलों पर गौर किया।
अपराजिता सिंह एमिकस क्यूरी या न्यायमित्र के तौर पर कोर्ट की सहायता कर रही हैं। इस सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि कुछ निर्देश जबरन लागू किए जा सकते हैं, लेकिन शहरी महानगरों में लोग गंभीर प्रदूषण के बावजूद अपनी लाइफस्टाइल नहीं बदलना चाहते हैं। इस दौरान एमिकस क्यूरी अपराजिता सिंह ने कहा कि जब तक यह अदालत कोई निर्देश नहीं देती, अधिकारी पहले से मौजूद प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं। इस पर सीजेआई ने कहा कि यह मामला बुधवार को तीन न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष आएगा और इस पर सुनवाई होगी। अपराजिता सिंह ने कहा, ‘‘इस अदालत के आदेश के बावजूद स्कूलों ने इन खेल गतिविधियों को आयोजित करने के तरीके खोज लिए हैं. ये गतिविधियां हो रही हैं। चीफ जस्टिस ने कहा, ‘‘हम समस्या को जानते हैं और हम ऐसे आदेश पारित करेंगे जिनका पालन किया जा सके. कुछ निर्देश ऐसे हैं जिन्हें बलपूर्वक लागू किया जा सकता है। महानगरों में लोगों की अपनी लाइफस्टाइल होती है और वो गंभीर वायु प्रदूषण के बावजूद उसमें बदलाव नहीं लाना चाहते लेकिन गरीबों का क्या होगा।
इस पर एमिकस क्यूरी अपराजिता सिंह ने कहा कि गरीब मजदूर सबसे अधिक पीडि़त हैं। इससे पहले पीठ ने कहा था इस समस्या के अल्पकालिक और दीर्घकालिक समाधान खोजने के लिए महीने में दो बार मामले की सुनवाई की जाएगी।



