भाजपा पर बरसे अखिलेश, कहा, यह है किसानों का चुनाव
बजट को लेकर लोगों को भ्रमित कर रही भाजपा
- जनता में है प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश
- सपा खत्म करेगी नकारात्मक राजनीति मजबूत करेगी कानून व्यवस्था
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधान सभा के पहले चरण के चुनाव प्रचार के लिए शामली पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि पहले चरण का चुनाव किसानों का चुनाव है। यह वह इलाका है जहां का किसान जागरूक भी है और समझदार भी। किसानों को रास्ता दिखाने का काम चौधरी चरण सिंह ने किया। उनके संघर्ष से किसान जागरूक हुए। यह भाईचारा बनाम भाजपा चुनाव है। आज यूपी के लोग निगेटिव पॉलिटिक्स को हटाना चाहते हैं। सपा नकारात्मक राजनीति को खत्म करेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के प्रति लोगों में इतना आक्रोश है कि भाजपा नेताओं को गांवों में तिरस्कार का सामना करना पड़ रहा है। बजट के नाम पर भाजपा लोगों को भ्रमित कर रही है। हीरा सस्ता करने से कितने गरीबों को लाभ होगा। गठबंधन भाईचारा को बढ़ाएगा। मैं कर्मचारी संगठनों को भरोसा दिलाता हूं कि सपा सरकार बनने पर पुरानी पेंशन बहाल होगी। तीन सौ यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। किसानों के लिए सिंचाई मुफ्त होगी। भाजपा सरकार ने बिजली महंगी की है। विद्युत उत्पादन नहीं बढ़ाया। किसानों को खाद नहीं मिल रही है। गन्ना भुगतान नहीं किया गया। भाजपा के लोग डरा कर चुनाव कराना चाहते हैं। कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए अगर फोर्स बढ़ानी होगी तो बढ़ाएंगे। जो भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा का सफाया तय: जयंत चौधरी
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि जिन लोगों ने किसानों का सम्मान नहीं किया उनका जाना तय है। युवा वोटर भी हमारे साथ उम्मीद से आ रहा है। बजट में किसी को कुछ नहीं दिया गया। रोजगार के लिए कुछ नहीं है। मनरेगा के बजट में कमी की गयी। यह अन्याय है। डबल इंजन की मार किसान और नौजवानों को पड़ रही है। भाजपा को बड़ी शिकस्त मिलने वाली है।
सपा ने केशव मौर्य के खिलाफ पल्लवी पटेल को उतारा चुनाव मैदान में
- फाजिलनगर से ताल ठोकेंगे स्वामी प्रसाद, लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से अभिषेक मिश्रा को टिकट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने आज अपने उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की। सूची में तीन उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।
सरोजनीनगर से पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को सपा ने टिकट दिया है। वहीं भाजपा से सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्या इस बार कुशीनगर की फाजिलनगर से चुनाव लड़ेंगे। सपा ने उनकी सीट बदल दी है। स्वामी प्रसाद मौर्या 2017 में पडरौना सीट से जीते थे। वहीं सपा ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ सिराथू से अपना दल (कमेरा) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल की बेटी और अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है।
यूपी टाइप वाले बयान पर निर्मला सीतारमण को प्रियंका ने घेरा, बोलीं
प्रदेश की जनता का अपमान कर रहीं वित्त मंत्री
- कांग्रेस ने शुरू किया यूपी मेरा अभिमान अभियान
वित्त मंत्री ने राहुल गांधी की बजट पर की गयी टिप्पणी को लेकर दिया था बयान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के यूपी टाइप वाले बयान पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वित्त मंत्री ऐसा कहकर यूपी की जनता का अपमान कर रही हैं। उन्होंने यूपी के लोगों को बजट में कुछ नहीं दिया है, कम से कम प्रदेश की जनता का अपमान न करें।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने निर्मला सीतारमण पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा निर्मला सीतारमण जी आपने यूपी के लिए बजट के झोले में कुछ डाला नहीं, ठीक है लेकिन यूपी के लोगों का इस तरह अपमान करने की क्या जरूरत थी? समझ लीजिए, यूपी के लोगों को यूपी टाइप होने पर गर्व है। हमको यूपी की भाषा, बोली, संस्कृति व इतिहास पर गर्व है। साथ ही कांग्रेस ने ट्विटर पर ही यूपी मेरा अभिमान की शुरुआत भी कर दी। यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर लिखा गया निर्मला सीतारमण ने अपने शर्मनाक बयान से न सिर्फ यूपी के बौद्धिक इतिहास और चेतना को बल्कि समूचे प्रदेश की जनता को अपमानित किया है। यूपी की जनता इस अपमान का बदला जरूर लेगी।
क्या है पूरा मामला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार का बजट शून्य है। इसमें सैलरी क्लास, मिडिल क्लास, गरीब-वंचित, युवाओं, किसानों और एमएसएमई सेक्टर के लिए कुछ भी नहीं है। बजट बाद हुई प्रेसवार्ता में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल की टिप्पणी का जवाब वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी से देने को कहा। चौधरी ने कहा कि राहुल को बजट समझ में नहीं आया है। बजट में सभी सेक्टर्स के लिए घोषणाएं की गई हैं। पंकज चौधरी के जवाब को आगे बढ़ाते हुए सीतारमण ने कहा, चौधरी ने टिपिकल यूपी टाइप जवाब दिया है। मुझे लगता है यूपी से भागने वाले सांसद(राहुल गांधी) के लिए इतना ही काफी है। राहुल ने जिन कैटेगरी का जिक्र किया है, उनके बारे में मैंने बजट में कुछ न कुछ कहा है। मुझे उस पार्टी पर दया आती है, जिसके पास एक ऐसा नेता है, जो केवल टिप्पणी करना जानता है। मैं आलोचना झेलने के लिए तैयार हूं, लेकिन उनसे नहीं जो बिना होम वर्क किए आते हैं।