डिप्टी सीएम केशव, सिद्धार्थ नाथ व नंदी समेत कई विधायकों की पत्नियां जुटीं प्रचार में
- सुर्खियों में प्रयागराज मंडल की तीन प्रमुख सीटें
लखनऊ। ठंड के बावजूद प्रयागराज में सियासी गर्मी बढ़ी हुई है। मतदान का दिन जैसे-जैसे करीब आ रहा है, प्रत्याशियों का प्रचार भी जोर पकड़ता जा रहा है। प्रयागराज में 27 फरवरी को मतदान होना है। इस वजह से यहां अब तक भले ही कोई बड़ी राजनैतिक रैली, रोड शो आदि न हुए हो लेकिन प्रत्याशी जी जान से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। सत्ताधारी पार्टी भाजपा की बात करें तो यहां प्रत्याशी के साथ उनकी पत्नियां भी चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। प्रयागराज मंडल की तीन प्रमुख सीटें इस बार सुर्खियों में हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सिराथू से तो कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी शहर दक्षिण और सिद्धार्थ नाथ सिंह शहर पश्चिम से इस बार चुनाव मैदान में है। पार्टी का बड़ा चेहरा होने की वजह से केशव पर संपूर्ण उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी है।
इस वजह से वह अपने विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं तो उनकी पत्नी राजकुमारी मौर्य ने सिराथू सीट की कमान संभाल ली है। पुत्र योगेश मौर्य भी पिता के प्रचार में जुटे हुए हैं। विधानसभा प्रभारी अरुण अग्रवाल बताते हैं कि राजकुमारी मौर्य डिप्टी सीएम के नामांकन के बाद से ही लगातार महिलाओं के साथ जनसंपर्क में जुटी हुई हैं। इसी तरह प्रयागराज की मेयर अभिलाषा गुप्ता भी अपने पति नंद गोपाल गुप्ता नंदी के लिए शहर की गलियों को लगातार नाप रही हैं। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की पत्नी डा. नीता सिंह भी पति के प्रचार अभियान को धार देने के लिए दिल्ली से प्रयागराज पहुंच चुकी हैं।
फूलपुर विधायक प्रवीण पटेल की पत्नी गोल्डी पटेल जो खुद एक व्यवसायी हैं वह भी अपने काम काज छोड़ पति के चुनाव अभियान में जुटी हुई हैं। करछना से पीयूष रंजन निषाद की पत्नी शकुंतला निषाद, फाफामऊ से गुरु प्रसाद मौर्य की पत्नी कृष्णा देवी मौर्य, हंडिया से अपना दल एस के राकेश धर त्रिपाठी की पत्नी प्रमिला त्रिपाठी आदि भी पति चूल्हा चौका छोड़कर पति के लिए चुनाव प्रचार अभियान में जुटी हुई हैं। शहर उत्तरी विधायक हर्ष बाजपेयी अभी शादी शुदा नहीं है। इस वजह से उनके चुनाव प्रचार की कमान की उनके पिता एवं पूर्व विधायक अशोक बाजपेयी एवं मां डा. रंजना बाजपेयी ने संभाल रखी है।