गर्मी निकालने वालों ने युवाओं को किया गुमराह : प्रियंका गांधी
- रामपुर में भाजपा पर बरसीं कांग्रेस महासचिव
लखनऊ। कांग्रेस की राष्टï्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने रामपुर शहर विधानसभा क्षेत्र में रोड शो किया तो बिलासपुर और चमरौआ विधानसभा सीट से पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जहां एक और किसान आंदोलन, नोटबंदी, जीएसटी, रोजगार और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा तो वहीं बिलासपुर क्षेत्र के किसान नवरीत सिंह की किसान आंदोलन के दौरान हुई मौत का मुद्दा भी उठाया। प्रियंका गांधी ने बिलासपुर में प्रत्याशी संजय कपूर के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस सभा में कितने युवा बेरोजगार हैं, गर्मी और चर्बी निकालने वालों ने युवाओं को गुमराह किया है और रोजगार नहीं दिया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान क्षेत्र के एक युवा किसान भी शहीद हुए लेकिन, कोई भाजपा नेता उनके घर शोक जताने तक नहीं पहुंचा जबकि वो खुद युवा किसान की मौत पर उनके घर पहुंचीं थीं।
कहा कि अब चुनाव हैं तो कृषि कानून वापस लिए गए, लेकिन पहले कई माह तक चले किसान आंदोलन के दौरान प्रधानमंत्री कुछ किलोमीटर की दूरी तय कर किसानों के बीच नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि जनता के संघर्ष और परेशानियों में कौन उनके साथ खड़ा रहा, कौन उनके लिए लड़ा, खुद तुलना करें तो कांग्रेस पहले नंबर पर होगी। इसके बाद प्रियंका गांधी चमरौआ विधानसभा क्षेत्र के नगलिया आकिल गांव पहुंचीं और कांग्रेस प्रत्याशी अली यूसुफ अली के समर्थन में एक सभा को संबोधित किया। रामपुर में कांग्रेस प्रत्याशी नवाब काजिम अली खां के समर्थन में शाहबाद गेट से हाथीखाना चौराहा तक पैदल तो नसरुल्ला खां बाजार तक कार से रोड शो किया।
ससुराल में प्रियंका गांधी ने तोड़ा कानून, एफआईआर
मुरादाबाद में प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के रोड शो में उमड़ी भीड़ को देख खुद प्रियंका और उनके प्रत्याशी जितने खुश थे वहीं प्रियंका के जाने के बाद उनकी मुश्किल बढ़ गई है। वजह यह है कि शहर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हाजी रिजवान कुरैशी ने प्रियंका के जनसंपर्क कार्यक्रम की अनुमति ली थी, लेकिन प्रियंका ने रोड शो निकाला। सिटी मजिस्ट्रेट एमपी सिंह ने बताया कि इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए एफआईआर दर्ज की जा रही है। प्रियंका गांधी ने जन संपर्क न करके बिना अनुमति रोड शो किया। जो आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में आता है।