स्वामी प्रसाद मौर्य से ज्यादा अमीर हैं उनकी पत्नी, दोनों को है असलहों का शौक
लखनऊ। चल और अचल संपत्तियों के मामले में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से ज्यादा अमीर तो उनकी पत्नी शिवा मौर्य हैं। विधान परिषद चुनाव के नामांकन के समय उन्होंने जो हलफनामा लगाया है उसके अनुसार उनकी कुल चल संपत्ति 19.44 लाख रुपये की है जबकि उनकी पत्नी 83.51 लाख रुपये की मालकिन हैं। स्वामी के पास केवल एक बैंक खाता है वहीं, उनकी पत्नी के चार बैंक खाते हैं। अचल संपत्ति पर नजर डाली जाए तो स्वामी प्रसाद मौर्य के पास 1.23 करोड़ रुपये की है। उनकी पत्नी के पास 6.57 करोड़ रुपये की संपत्ति है। पति-पत्नी दोनों ही असलहों के भी शौकीन हैं। दोनों के पास एक-एक रिवाल्वर व एक-एक रायफल है। स्वामी के पास भले ही कोई कार न हो लेकिन उनकी पत्नी एक कार की मालकिन जरूर हैं। उनके पास 7.80 लाख रुपये की ज्वेलरी भी है। वहीं सपा के एमएलसी प्रत्याशी शाहनवाज खान करीब 9.50 करोड़ रुपये के मालिक हैं। उनके पास चल संपत्ति 1.45 करोड़ रुपये की है जबकि उनकी पत्नी निदा खान के पास 93 लाख रुपये की है। उनके पास अचल संपत्ति भी 5.99 करोड़ व उनकी पत्नी के पास 1.15 करोड़ रुपये की है। शाहनवाज के पास बीएमडब्ल्यू कार व एक जिप्सी कार है। वह एक ट्रैक्टर के भी मालिक हैं।
कारों के शौकीन हैं मुकुल यादव
पूर्व विधायक सोबरन सिंह यादव के बेटे मुकुल यादव कारों के शौकीन हैं। उनके पास चार कारें हैं। इनमें दो इनोवा व दो स्कार्पियों हैं। एक ट्रैक्टर के भी मुकुल मालिक हैं। उनके पास 2.48 करोड़ रुपये की चल संपत्ति व करीब 7.49 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उनके ऊपर 64 लाख रुपये की देनदारी भी है। रायफल व रिवाल्वर दोनों ही उनके पास हैं।
अंसारी के पास है एक करोड़ की संपत्ति
सपा के विधान परिषद प्रत्याशी मो. जासमीर अंसारी करीब एक करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं। उनके पास 32.62 लाख रुपये की चल व उनकी पत्नी पूर्व सांसद कैसर जहां के पास मात्र 4.20 लाख रुपये की है। जासमीर के पास अचल संपत्ति 2.95 लाख रुपये की है जबकि उनकी पत्नी के पास 64.50 लाख रुपये की है। अंसारी के पास फोर्ड इंडिवर कार के अलावा एक रिवाल्वर भी है।
योगी सरकार के मंत्री का एक्शन, डिप्टी जेलर समेत चार सस्पेंड
लखनऊ। बाराबंकी जिला कारागार के जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर सहित दो जेल वार्डर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सभी को सस्पेंड कर दिया गया है। जिला जेल का मंगलवार को योगी सरकार के जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान जेल में कई खामियां मिली थीं। उन्होंने कैदियों को दिया जाने वाला भोजन खुद भी खाया और अधिकारियों को भी खिलाया था। वहीं खाने की गुणवत्ता गड़बड़ मिलने के बाद जेल के अफसरों पर मंत्री ने कार्रवाई की है। इनके निलंबन की पुष्टि डीजी जेल आनंद कुमार द्वारा की गई है। दरअसल, बाराबंकी जिले की रामनगर विधानसभा सीट से विधायक शरद कुमार अवस्थी ने शासन से शिकायत की थी कि जिला कारागार बाराबंकी के अंदर कैदियों से हाता के नाम पर 25 हजार रुपये महीना घूस के नाम पर लिए जाते हैं। इसके अलावा जेल अधीक्षक का सीयूजी नंबर कभी उठता नहीं।
उन्होंने आरोप लगाया था कि जेल अधीक्षक हरिबख्श सिंह सपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। इन्हीं शिकायतों पर जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जिला कारागार बाराबंकी का औचक निरीक्षण किया था। करीब डेढ़ घंटे तक चले निरीक्षण में मंत्री ने तमाम शिकायतों की जांच की और बंदियों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता भी जांची, जो बेहद खराब मिली थी। जेल अधीक्षक हरिबख्श सिंह सहित चार को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित किए जाने वालों में डिप्टी जेलर आशुतोष मिश्रा, हेड जेल वार्डर राजेश भारती, जेल वार्डर सुरेश कुमार भी शामिल हैं। निरीक्षण के दौरान जेल में मंत्री ने दाल चखी तो पतली होने के साथ ही उसमें कंकड़ भी निकले।