गुजरात में ओबीसी मतदाताओं को साध रहे शिवराज
ओबीसी और छोटी जाति के मतदाताओं को कर रहे प्रभावित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। दिसंबर माह में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में जातिगत समीकरणों में फंसी गुजरात की राजनीति में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा के महत्वपूर्ण नेता बन गए हैं। शिवराज सिंह ओबीसी चेहरा हैं, जो गुजरात में लगातार बदल रहे जातिगत समीकरणों के बीच भाजपा को बड़ी राहत दे रहे हैं।
चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चुनावी अभियान में कई सभाएं कर चुके हैं। इस दौरान वह न सिर्फ केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों को सामने रख रहे हैं, बल्कि मध्य प्रदेश में महिला, बालिका, किसान, गरीब, युवा सहित विभिन्न वर्गों की कल्याणकारी योजनाओं को विस्तार से बता रहे हैं। साथ ही वह कानून-व्यवस्था के लिए सख्त फैसलों का उल्लेख भी करते हैं। शिवराज सहित मध्य प्रदेश के कई मंत्रियों और नेताओं को गुजरात की 37 विधानसभा सीटों पर प्रचार के लिए जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी ने टिकट वितरण में भी इस बात का ख्याल रखा गया और लगभग सौ टिकट पाटीदार व ओबीसी वर्ग के नेताओं को बांटे गए। ओबीसी में भी छोटी जाति के लोगों को खास महत्व दिया गया है। प्रजापति, कोली, ठाकोर, चौधरी, खारवा, वाघेर माली जैसी जातियों के नेताओं को टिकट देकर चुनावी नैया पार लगाने की कोशिश की जा रही है। अब यही स्थिति चुनाव प्रचार को लेकर है। पार्टी चुनाव में भी उन बड़े चेहरों को अवसर दे रही है, जो गुजरात में ओबीसी और छोटी जाति के मतदाताओं को प्रभावित कर सकें। इसमें शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे ऊपर है। वह गुजरात चुनाव में भाजपा के स्टार प्रचारक बनाए गए हैं। वह देश में ओबीसी वर्ग के बड़े नेता माने जाते हैं। पहले चरण में उनकी कई सभाएं हो चुकी हैं।
हालांकि, गुजरात में ओबीसी वर्ग के बड़े नेताओं की कमी नहीं है, लेकिन पार्टी की सोच यह है कि शिवराज सिंह मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र में ओबीसी और आदिवासी मतदाताओं को लुभाने में सफल रहेंगे। मध्य प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जीतू जिराती ने कहा कि भाजपा के पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में करिश्माई चेहरा है। यह भाजपा की लोकप्रियता का ही कमाल है। देश में मोदीजी के बाद शिवराज सिंह चौहान का चेहरा सर्वाधिक लोकप्रिय है।