कांग्रेस छोड़ेंगे कैप्टन अमरिंदर सिंह लेकिन भाजपा में जाने की अटकलों को भी लगाया विराम
नई दिल्ली। कांग्रेस आलाकमान से नाराज पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह जल्द ही पार्टी से इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा। अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर कैप्टन का बयान जारी किया है।
उन्होंने कहा कि अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे लेकिन आगे कांग्रेस में रहने का उनका कोई इरादा नहीं है। वरिष्ठ नेताओं की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है और उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है. वरिष्ठ नेताओं के पूरी तरह दरकिनार किए जाने से कांग्रेस का पतन हो रहा है। आगे के रुख के बारे में कैप्टन ने कहा कि यह अभी विचाराधीन है।
दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को नवजोत सिंह सिद्धू से तकरार के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अमरिंदर सिंह 28 सितंबर को पहली बार दिल्ली आए और बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद से अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने गृह मंत्री से किसानों के मुद्दे पर चर्चा की।
अमरिंदर सिंह ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात की। इस बारे में कैप्टन ने कहा कि पंजाब में सुरक्षा की स्थिति को लेकर चर्चा हुई है। दरअसल अमरिंदर सिंह सीमावर्ती राज्य होने के नाते स्थिरता को लेकर लगातार बयानबाजी करते रहे हैं।
अमरिंदर सिंह ने निजी चैनल से बातचीत में जोर देकर कहा, फिलहाल मैं कांग्रेस में हूं, लेकिन ज्यादा दिन नहीं रहूंगा। मैंने स्पष्ट किया है कि मैं 52 साल से राजनीति में हूं और लंबे समय से कांग्रेस में हूं। 50 साल बाद मेरी साख पर शक हुआ, विश्वास नहीं हुआ, फिर क्या बचा, तो मैंने मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया।