बीजेपी नेता धार्मिक वैज्ञानिक बन गए हैं: अखिलेश
- कहा-खुद बुराई करते हैं और दूसरा कुछ बोल दे तो उनपर आरोप लगा देते हैं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आगरा। रामचरितमानस को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। धर्म को लेकर सियासत गरमाई हुई है। आगरा पहुंचे अखिलेश यादव ने बीजेपी पर धार्मिक हमला बोला। उन्होंने बीजेपी नेताओं को धार्मिक वैज्ञानिक बता दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि हिंदू मान्यताओं में बंदरों को हनुमान जी कहा जाता है। बंदरों में हम हनुमान जी को देखते हैं और बीजेपी वाले उनकी नसबंदी करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे खुद बुराई करते हैं और दूसरा कुछ बोल दे तो उनपर आरोप लगा देते हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगरा में एक शादी सामारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि रामचरितमानस से उन्हें कोई शिकायत नहीं है, भगवान श्रीराम को वह भी मानते हैं, लेकिन जो गलत है वो गलत है। योगी जी मुख्यमंत्री होकर शायद भजन नहीं सुन पाते होंगे, लेकिन वे आज भी रोजाना एक घंटा भजन सुनते हैं। रामधारी सिंह दिनकर की किताब का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने लिखा था कि शुद्र होने पर दानवीर कर्ण ने कितना अपमानित होना पड़ा था। जब वह युद्ध करना चाहते थे और समारोह में शामिल होने जाते थे। समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग चमत्कारी और मायावी है वे पता नहीं कब क्या कर दें। उन्होंने कहा कि देश में जाति की समस्या 5 हजार साल पुरानी है। यह कभी नहीं बदल सकती है। डॉ. भीमराव आंबेडकर, डॉ. राममनोहर लोहिया ने जाति व्यवस्था के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। शुद्र शब्द को मुख्यमंत्री योगी बेहतर तरीके से परिभाषित कर सकते हैं कि शुद्र क्या है। मैं उनसे जानता चाहता हूं कि वे मुझे बताएं कि शुद्र कौन हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि सडक़ पर जानवर दिखाई नहीं देंगे, लेकिन ऐसा कोई दिन नहीं जाता है जब सांड से सडक़ पर किसी की जान ना चली जाए। उन्होंने कहा कि जिन जानवरों की सुरक्षा करनी चाहिए उन्हें समाप्त किया जा रहा है। करोड़ों रुपये खर्च करके जानवरों की नसबंदी की जा रही है। जिनमें बंदर भी शामिल हैं जिनमें हम हनुमाजी को देखते हैं।
रामचरित मानस की चौपाई हटाएं : पल्लवी पटेल
लखनऊ। सपा की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) की नेता विधायक पल्लवी पटेल ने रामचरित मानस की चौपाई को हटाने की मांग करते हुए सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य पर भी निशाना साधा है। वह चौपाई पर की जा रही आपत्ति को सही करार देती हैं, लेकिन देर से बोलने पर ऐतराज भी जताया है। पल्लवी पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धुलवाना गलत है। लेकिन, स्वामी प्रसाद मौर्य ने उस वक्तइस पर सवाल क्यों नहीं उठाया, जब वह भाजपा में थे। अगर उन्हें इतना बुरा लगा था, तो नैतिकता के आधार पर पार्टी का साथ छोड़ देना चाहिए था। विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि रामचरितमानस की चौपाई में लिखा है ताडऩा के अधिकारी। मैं एक नारी हूं और हिम्मत है तो कोई मेरी ताडऩा करके दिखा तो दे। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ मन में होता है। अगर आप में शक्ति है तो लिखी हुई बातें आप कभी भी गलत साबित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद स्त्री हैं, लेकिन ताडऩा करने का अधिकार, हिम्मत कोई नहीं रखता है। उन्होंने कहा कि दूसरे धर्म ग्रंथों की बात नहीं करती हैं। पल्लवी पटेल ने मायावती के ट्वीट पर जवाब दिया। कहा कि वह जिस गेस्ट हाउस कांड की बात कर रही हैं, वह बात पुरानी हो चुकी है। वह अबला नहीं हैं बल्कि देश की मजबूत राजनीतिज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि शूद्र तो हम हैं ही, लेकिन शूद्र होने को कैसे लिया जाता है, यह मूल बात है।
अखिलेश को शूद्र नहीं मानती बीजेपी : भूपेंद्र
लखनऊ। केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को शूद्र नहीं मानती है। रामचरितमानस की पंक्तियों को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू होने पर अखिलेश यादव ने कहा था कि वह सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछेंगे कि शूद्र कौन-कौन हैं। भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह सवाल अखिलेश यादव से पूछा जाना चाहिए। जातीय जनगणना कराने के बारे में भाजपा के स्टैंड को लेकर यह कहते हुए सीधा जवाब देने से परहेज किया कि भाजपा सबका साथ और सबका विकास के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कह चुके हैं कि वह जातीय जनगणना का समर्थन करते हैं। इससे पहले भूपेंद्र यादव ने कहा कि कोविड के बाद देश की अर्थव्यवस्था ने फिर तेज रफ्तार पकड़ी है। एमएसएमई सेक्टर तेजी से बढ़ा है। केंद्र सरकार ने अनावश्यक औपचारिकताओं को समाप्त कर ईज आफ डूइंग बिजनेस की स्थितियों में सुधार लाकर तथा नई नीतियों को लागू कर देश में व्यावसायिक गतिविधियों के लिए सुखद वातावरण तैयार किया है।