प्रोफेसर ने कार से मारी सात लोगों को टक्कर

 

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर ने अस्पताल एरिया में कार दौड़ाई। उनकी कार बेकाबू हो गई। इससे 7 लोगों को टक्कर लगी। इसमें एक वृद्ध तो धक्का लगते ही बेहोश हो गए। वहां मौजूद लोगों ने कार को घेराबंदी करके रोक ली। पब्लिक ने कार का शीशा तोड़ दिया। प्रोफेसर को बाहर निकालकर उनकी धुनाई कर दी।
इस दौरान प्रॉक्टोरियल बोर्ड के लोगों ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत कराया। घायलों का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। जो कि अब कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। गाड़ी चलाने वाले प्रोफेसर का नाम डॉ. त्रियुगी नाथ है। वह साउथ कैंपस में कृषि विज्ञान संस्थान स्थित स्वॉइल साइंस में फैकल्टी है। घायलों के परिजनों ने बताया कि उन्हें लगता है कि प्रोफेसर ने ड्रिंक किया था।
डॉ. त्रियुगी नाथ कैंपस स्थित पुराने पेट्रोल पंप के पास ओवरस्पीड में कार लेकर जा रहे थे। सर सुंदरलाल अस्पताल के सुपर स्पेश्यिलिटी बिल्डिंग के पीछे दो बाइक सवारों को जोरदार धक्का मार दिया। बाइक सवारों के गिरने पर बावजूद प्रोफेसर ने गाड़ी रोकने के बजाय, कार की स्पीड दोगुनी कर तेजी से भागने लगे।
वहीं, आगे जाकर प्रोफेसर ने और 5 लोगों को धक्का मारकर घायल कर दिया है। रास्ते में स्कॉर्पियो समेत कई गाडिय़ों को टक्कर मारी। इस दौरान एक वृद्ध तो धक्का लगते ही अचेत हो जाते हैं। वहां मौजूद पब्लिक उनकी घेराबंदी करने लगती है। इसी दौरान प्रोफेसर की कार में कुछ खराबी आ जाती है और वहीं रुक जाती है।
यह देख घायलों के परिजन प्रोफेसर के कार की ओर भागते हैं। लोगों ने गेट खोलने की कोशिश की, लेकिन प्रोफेसर ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद भीड़ ने कार के आगे का शीशा तोड़ दिया और प्रोफेसर को बाहर निकालकर जमकर धुनाई कर दी। वहीं, उनके गाड़ी का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। लोगों ने प्रोफेसर को प्रॉक्टोरियल बोर्ड के हवाले कर दिया।
चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह ने कहा कि प्रोफेसर और सभी घायलों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजवा दिया गया है। घटना की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। कैंपस में तेज गाड़ी चलाने पर रोक है, इस नियम का पालन करना चाहिए। यदि आपकी गाड़ी से कोई घायल हो जाए तो पहला काम उसे इलाज दिलाना होता है।

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