पटना में राबड़ी देवी के घर पहुंची सीबीआई
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज राजद नेता लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में आज यानि सोमवार को सीबीआई की टीम ने राबड़ी देवी के घर पहुंची। सीबीआई के अधिकारी राबड़ी से पूछताछ कर रहे हैं। मौके पर तेज प्रताप यादव भी मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि राबड़ी के घर वकीलों की एक टीम भी पहुंची है।
सीबीआई का आरोप है कि लालू यादव के रेलमंत्री रहते हुए बड़े पैमाने पर रेलवे में नौकरी देने में गड़बडिय़ां की गई थीं। 15 मार्च को कोर्ट में राबड़ी, लालू और मीसा पेश होने के आदेश दिए गए हैं। सीबीआई के आरोप पत्र के मुताबिक लालू ने बिना विज्ञापन के ग्रुप डी में 12 लोगों को नौकरी दी। इसके बदले आवेदकों की जमीन लिखवाई। जमीन का कुल रकबा करीब 1,05,292 वर्गफुट है। सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के रेलमंत्री रहने के दौरान आवेदकों को पहले अस्थाई नौकरी दी जाती थी। इस दौरान जब जमीन का सौदा पक्का हो जाता था तब नौकरी को स्थाई कर दिया जाता था।
सीबीआई की ओर से दर्ज एफआईआर में रेलवे में जमीन के बदले नौकरी पाने वालों के नाम लिखे हैं। उनके नाम हैं, राजकुमार, धर्मेंद्र राय, रवींद्र राय, अभिषेक कुमार, दिलचंद कुमार, मिथिलेश कुमार, अजय कुमार, संजय राय, प्रेमचंद कुमार, लालचंद कुमार, ह्रदयानंद चौधरी और पिंटू कुमार। आरोप है कि इन आवेदकोंके सदस्यों के नाम से लालू की पत्नी राबड़ी, बेटी मीसा, हेमा यादव के नाम पर जमीन का मालिकाना हक ट्रांसफर कराया गया और साथ में लाखों में रकम भी दी गई।
इस मामले में सीबीआई ने अक्टूबर 2022 में पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी के अलावा 14 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। उस दौरान सीबीआई ने इस मामले में छापेमारी भी की थी। सीबीआई ने 23 सितंबर, 2021 को रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाले को लेकर प्रारंभिक जांच दर्ज की थी, जिसे 18 मई 2022 को प्राथमिकी में बदला गया था।
इस बीच,सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया है, ‘अपने विरोधियों को भयभीत किया जा रहा है, यह तानाशाही है। जिस तरह से तालिबान और अल कायदाअपने दुश्मन को खत्म करने के लिए हथियार उठाते हैं। वैसे ही इनके(क्चछ्वक्क) जैसे लोग श्वष्ठ-ष्टक्चढ्ढ जैसे हथियार का इस्तेमाल अपने विरोधियों के खिलाफ कर रहे हैं’