फिर निशाने पर विपक्ष अब तेजस्वी को बुलाया सीबीआई ने
- नहीं हुए पेश, पत्नी की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में हुईं भर्ती
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। विपक्षी नेताओं की पूछताछ के क्रम में इसबार सीबीआई ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी को समन देकर बुलाया है। हालांकि वह पत्नी की तबीयत खराब होने की वजह से पेश नहीं हो पाए। जमीन के बदले नौकरी मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे बिहार के उपमुख्यमंत्री और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपनी पत्नी के स्वास्थ्य के कारण सीबीआई के सामने पेश नहीं होंगे। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को ईडी के छापे के बाद उनकी पत्नी राजश्री यादव की तबीयत बिगड़ी गई थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। राजश्री यादव गर्भवती हैं। पूछताछ के बाद ब्लड प्रेशर की समस्या के कारण वे बेहोश हो गईं। शुक्रवार को लालू यादव के बेटे-बेटियों समेत अन्य करीबियों के घर पर ईडी की छापेमारी के बाद सीबीआई ने बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को तलब किया था। सीबीआई के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव को दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले 4 फरवरी को तेजस्वी यादव को सीबीआई ने इस मामले में समन जारी किया था। हालांकि, तब भी वह सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए, जिसके बाद शनिवार को नई तारीख दी गई। ज्ञात हो कि यह मामला, लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते उनके परिवार को तोहफे में भूखंड मिलने या इसे काफी कम कीमत पर उन्हें बेचने के बदले रेलवे में नौकरी दिए जाने से अधिकारियों ने बताया, यह कार्रवाई पटना, फुलवारीशरीफ, दिल्ली-एनसीआर, रांची व मुंबई में बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव, चंद्रा यादव, हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना से जुड़े परिसरों पर की गई। इससे पहले उनक ी मां राबड़ी देवी व पिता लालू प्रसाद यादव से ईडी ने भी पुछताछ की थी। उधर राजद ने रेड को मोदी सरकार की तानाशाही बताया है।
24 ठिकानों पर सुबह से रात तक चली छापेमारी
ईडी लालू यादव और उनके रिश्तेदारों के दिल्ली, एनसीआर, पटना, रांची और मुंबई में कुल 24 ठिकानों पर एक साथ छापामारी के लिए पहुंची। ये रागिणी यादव, चंदा यादव, हेमा यादव, नवदीप सरदाना, प्रवीण जैन, सैयद अबु दोजाना, एके इन्फोसिस्टम, ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड, एलिट लैंडबेस, ह्वाइटलैंड कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड और मेरिडियन कंस्ट्रक्शन से संबंधित हैं। ईडी ने 53 लाख नकद, 1,900 डालर, 540 ग्राम सोने के बिस्किट, 1.5 किलो सोने के गहने और अहम दस्तावेज बरामद होने का दावा किया है। सुबह से शुरू हुई यह कार्रवाई देर रात तक जारी रही।
ईडी की रेड के दौरान मौजूद थे तेजस्वी
शुक्रवार को ईडी की छापेमारी के दौरान तेजस्वी यादव दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कालोनी स्थित अपने मकान पर मौजूद थे। ईडी का दावा है कि लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में उनके खिलाफ सबूत और डॉक्यूमेंट्स मिले हैं।
हम साथ आते हैं तो रेड शुरू हो जाती : नीतीश
लैंड फॉर जॉब्स केस में बिहार के सीएम नीतीश ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि जब हम साथ आते हैं तो रेड शुरू हो जाती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 में भी रेड हुई थी, उसके बाद हम अलग हो गए। 5 साल बीत गए और अब हम एक साथ आ गए हैं तो फिर से रेड हो रही है। इस पर अब मैं क्या बोल सकता हूं। वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी लालू और उनके परिवार के समर्थन में उतर आए। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई दो बार जांच कर साक्ष्य नहीं जुटा पाई। लेकिन 9 अगस्त 2022 के बाद अचानक दिव्यशक्ति से उनको साक्ष्य मिलने लग गया और लालू प्रसाद और उनके परिजनों के यहां भारी छापेमारी हुई। खोदा पहाड़ निकली चुहिया।
लालू परिवार को बचाने में लगे हैं सीएम : सुशीलमोदी
इधर, भाजपा के राज्यसभा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार चारा घोटाला से लेकर जमीन के बदले नौकरी घोटाला में सनलिप्त लालू परिवार को बचाने में लगे हुए हैं। 2008 में लालू प्रसाद के विरुद्ध भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए शरद यादव और ललन सिंह ने ही पहल की थी। इनलोगों ने ही सारे दस्तावेज सीबीआई को उपलब्ध कराए थे और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन भी दिया था। आज यही लोग लालू प्रसाद पर कार्रवाई रोकने के लिए प्रधानमंत्री को चि_ी लिख रहे हैं।
उत्तर के बाद दक्षिण भारत की ओर पहुंचा छापे का जिन्न
- केसीआर की बेटी के. कविता की ईडी में पेशी
- सियासत गरमाई, भाजपा सरकार को बताया निरंकुश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उत्तर भारत के नेताओं पर रेड के बाद ईडी अब दक्षिण के नेताओं की ओर भी रुख कर गई है। शनिवार को तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी और पार्टी एमएलसी के कविता ईडी के दफ्तर पेशी के लिए पहुंची। कविता से ईडी शराब घोटाले में पूछताछ करेगी। दिल्ली शराब नीति मामले में दिल्ली से लेकर तेलंगाना तक ईडी और सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है।
पूछताछ व जांच के बाद ही पता चलेगा की आरोपों में कितनी सच्चाई है परंतु कें द्रीय एजेंसियों के ताबड़तोड़ छोपमारी से सारे देश का सियासी माहौल गरमा गया है। राजनैतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है 2024 लोक सभा चुनाव से पहले ऐसे छापे और मारे जाते रहेंगे। ईडी द्वारा पूछताछ के लिए समन जारी किए जाने के कुछ घंटे बाद कविता आठ मार्च को राष्ट्रीय राजधानी पहुंची थीं। वहीं, उनके भाई और बीआरएस नेता के टी रामाराव भी राजधानी में अपने पिता के आवास पर पहुंचे।
केंद्र सरकार डराने का काम कर रही है : के. कविता
कविता ने एक ट्वीट में कहा,मैं केंद्र में सत्ताधारी पार्टी को यह बताना चाहूंगी कि हमारे नेता, सीएम केसीआर की आवाज हमेशा बुलंद रहेगी और पूरी बीआरएस पार्टी के खिलाफ डराने-धमकाने की ये रणनीति हमें नहीं रोक पाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र की विफलताओं से लडऩा और उजागर करना जारी रखेगी और भारत के उज्जवल और बेहतर भविष्य के लिए आवाज उठाएगी।
रामचंद्र पिल्लई से होगा आमना सामना
सूत्रों के मुताबिक, कविता को हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई के साथ आमने-सामने बिठाया जाएगा, जिन्हें सोमवार रात शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था।
बीआरएस कार्यकर्ताओं का जोरदार प्रदर्शन
पेशी से पहले ही आज बीआरएस कार्यकर्ता तेलंगाना के सीएम और पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव के दिल्ली आवास के बाहर ईडी की कार्रवाई का विरोध करने को जुट गए। कार्यकर्ताओं ने ईडी की कार्रवाई को भाजपा की साजिश करार दिया। इससे पहले शुकवार को कविता ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पेश करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल शुरू की।