गुजरात पुलिस का धर्मांतरण रैकेट से जुड़ा बड़ा खुलासा
नई दिल्ली। गुजरात पुलिस ने धर्मांतरण मामले में वडोदरा से गिरफ्तार सलाउद्दीन शेख के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस के मुताबिक हवाला से मिले पैसे का इस्तेमाल धर्मांतरण, दंगे में शामिल आरोपियों के केस लडऩे के लिए किया गया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी सलाउद्दीन शेख और उसके साथियों ने पिछले पांच साल में हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए 79 करोड़ रुपये का लेनदेन किया है। ऐसे में यहां हवाला के जरिए अकेले दुबई से 60 करोड़ ट्रांसफर करने के मामले का खुलासा हुआ है।
वडोदरा के पुलिस कमिश्नर शमसेर सिंह का कहना है कि जांच में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस पैसे का इस्तेमाल सलाउद्दीन शेख और उमर गौतम के जरिए धर्मांतरण और सरकार विरोधी गतिविधियों के लिए किया जाता था।
आपको बता दें कि सलाउद्दीन शेख वही शख्स है जिसे यूपी पुलिस ने यूपी में धर्मांतरण मामले में गुजरात पुलिस की मदद से वडोदरा से गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक 60 करोड़ रुपये हवाला के जरिए दुबई से आए थे, जबकि सलाहुद्दीन को अफ्मी चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए चेक से 19 करोड़ मिले थे। जिसमें से सलाउद्दीन ने गुजरात के अलग-अलग शहरों में 7 करोड़ का फंड दिया था।
जम्मू-कश्मीर, भरूच और सूरत में सलाउद्दीन शेख और उसके साथियों का कनेक्शन भी सामने आया है। सलाहुद्दीन को चेक से मिले 19 करोड़ रुपये में यूके, अमेरिका और दुबई से कैश ट्रांजैक्शन की बात सामने आई है। पुलिस के मुताबिक चैरिटेबल ट्रस्ट के इस खाते से मिली 19 करोड़ की रकम का इस्तेमाल ज्यादातर यूपी में कन्वर्जन जैसे काम के लिए किया जा रहा था। वडोदरा क्राइम ब्रांच ने अफामी चैरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टियों सलाउद्दीन शेख, मोहम्मद हुसैन मंसूरी, मोहम्मद उमर गौतम के खिलाफ धर्मांतरण समेत आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वडोदरा पुलिस ने हवाला लेनदेन और अन्य आरोपों में अफामी चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत मुस्लिम मेडिकल सेंटर के सुपरवाइजर मोहम्मद मंसूरी को गिरफ्तार किया है।