बरेली में फर्जी मेडिकल इंस्टीट्यूट का खुलासा, 500 से ज्यादा छात्रों के साथ प्रवेश के नाम पर ठगी

बरेली। बरेली पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फर्जी मेडिकल इंस्टीट्यूट का खुलासा किया है। मामले में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने गोपनीय जांच कराई, जांच में पूरा मामला पकड़ में आया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी।
दूसरी तरफ एसएसपी ने पुलिस की सीओ के नेतृत्व में अलग- अलग दो टीम गठित कीं। इनमें कथित प्राचार्य भी शामिल है। पूछताछ में पता चला है यह गिरोह 500 से ज्यादा छात्रों केएडमिशन कर चुका है। पुलिस ने मामले में संस्थान के ऑनर विनोद यादव और प्रिंसिपल जगदीश चंद्रा को अरेस्ट कर लिया।
सीओ 3 आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस ने विनोद यादव निवासी मकान नंबर -203 मेगा सिटी कॉलोनी संजयनगर थाना बारादरी जनपद बरेली और .जगदीश चन्द्रा पुत्र आनन्द प्रसाद निवासी आदर्श कॉलोनी रूद्रपुर उधम सिंह नगर, उत्तराखंड हाल निवासी ब्लॉक सी राजेन्द्रनगर थाना प्रेमनगर जनपद बरेली को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से संस्था से जुड़े फर्जी कागजात बरामद हुए हैं। आरोपियों के खिलाफ चौकी इंचार्ज बृजपाल सिंह की तहरीर पर इज्जतनगर थाने में स्नढ्ढक्र दर्ज की गई है।
पकड़े गए आरोपी विनोद यादव और जगदीश चन्द्रा द्वारा स्टेट पैरामेडिकल फैकल्टी लखनऊ का फर्जी वेबसाइट तैयार करके पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम से एक फर्जी इंस्टीट्यूट खोला गया। जिसके बाद विभिन्न पैरामेडिकल कोर्स कराने के नाम पर विभिन्न समाचार पत्रों के विज्ञापन देकर छात्रों के फर्जी एडमिशन किए गए। उन्हें एडमिट कार्ड जारी किए गये। इस टीएम में एसीएमओ डॉ भानू प्रताप सिंह, एसीएमओ डॉ हरपाल सिंह और सीओ भी मौजूद रहे।
आरोपी विनोद यादव इस संस्था के मालिक है तथा जगदीश चन्द्रा द्वारा संस्था में कथित रूप से प्रधानाचार्य का कार्य किया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि अभी तक पता चला है कि इनके द्वारा इस संस्था में 500 से अधिक छात्रों के एडमिशन किया जाना ज्ञात हुआ है। इस संस्था के बारे में अन्य जानकारी की जा रही है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस की तरफ से स्नढ्ढक्र दर्ज की गई है। जांच में एक सीओ और दो अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी शामिल रहे। पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है।

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