मणिपुर में फिर से फायरिंग, इंटरनेट बैन बढ़ा, अभी नहीं खुलेंगे स्कूल

नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा शुरू होने के डेढ़ महीने बाद भी उस पर काबू नहीं पाया गया है। राज्य में बुधवार को भी कुछ इलाकों में गोलीबारी की खबर मिली है। इसके अलावा सरकार ने हिंसा को देखते हुए स्कूलों को 1 जुलाई तक बंद रखने का फैसला किया है। इंटरनेट पर बैन भी 25 जून तक आगे बढ़ गई है। हिंसा की वजह से कई जिलों में अभी भी कफ्र्यू लगा हुआ है।
अधिकारियों के मुताबिक, मणिपुर ईस्ट के थंगजिंग क्षेत्र ऑटोमेटिक हथियारों से 15 से 20 राउंड गोली चली है। वहीं, कांगचुप क्षेत्र में गेलजैंग और सिंगडा में भी रह-रहकर फायरिंग हो रही है। अधिकारियों की मानें तो मंगलवार की रात में गेलजैंग और सिंगडा में गोलियों की आवाज सुनाई दी थी। हालांकि, इन गोलियों से किसी मौत हुई है या नहीं इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
गोलीबारी के बाद असम राइफल के जवान घटनास्थल पर पहुंच कर इलाके की छानबीन कर रहे ताकि यह पता लगाया जा सके कि गोली से किसी की मौत तो नहीं हुई है या फिर कोई घायल तो नहीं हुआ है। राज्य में 3 मई को हिंसा की शुरुआत हुई थी। तब से लेकर अभी तक 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
मणिपुर के हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हिंसा शुरू होने के बाद से अभी तक राज्य में इंटरनेट पर बैन लगा हुआ है। सरकार ने बुधवार को एक बार फिर से इंटरनेट के बैन को 25 जून तक के लिए आगे बढ़ा दिया है। हिंसा के बाद से अब तक कई बार बैन को आगे बढ़ाया जा चुका है।
मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर विपक्ष केंद्र पर लामबंद है। मणिपुर की कई विपक्षी पार्टियां हिंसा को लेकर पीएम मोदी के साथ बैठक करने के लिए समय मांग चुकी है। इसके साथ-साथ पार्टी के नेताओं ने कहा था कि हिंसा रोकने के सारे प्रयास अभी तक असफल साबित हुए हैं ऐसे में खुद पीएम मोदी के शांति की अपील करनी चाहिए।

 

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