चुनाव की आहट, याद आए मुसलमान

पीएम मोदी ने मप्र शुरू किया चुनावी अभियान

  • ओवैैसी ने कहा सब दिखावा
  • ममता बोलीं-सयम से पहले चुनाव करवाने की तैयारी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। विदेश में भारतीय मुस्लिमों के भेदभाव के प्रश्न पर घिरे प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी स्वदेश लौटते ही उनको अपनी ओर खींचने में लग गए। भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में उन्होंने पसमंदा मुस्लिमों की समस्याओं का जिक्र करके और समाधान की बात करके ये जताने की कोशिश की है कि वह मुस्लिम समाज के सबसे बड़े हितैषी हैं। मोदी के मुस्लिम प्रेम के जगने के बाद विपक्ष ने भी उनको घेरा है। ओवैसी ने कहा ये सब दिखावा है तो टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है चुनाव समय से पहले करवाने के इरादे से विशेष समुदायों को लुभाने की कोशिश की जा रही है।
उधर एकबार फिर से भाजपा ने मध्य प्रदेश को चुनावी प्रयोगशाला की तरह उपयोग करने का फैसला किया। इसी बाबत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सबसे बड़ा चुनावी अभियान ‘मेरा बूथ-सबसे मजबूत का आगाज मध्य प्रदेश से कर दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय  संगठन महामंत्री बीएल संतोष भोपाल पहुंच गए। दोनों नेताओं ने सभी लोकसभा सीटों से चयनित बूथ कार्यकर्ताओं से चर्चा भी की। इन पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव को लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश और गुजरात में बूथ पैटर्न सेट करने के बाद भाजपा लगातार सत्ता में आई। प्रदेश में अभी 64 हजार बूथ है। इनमें भाजपा ने चुनावी प्रबंधन के लिए बूथ प्रभारी से लेकर पन्ना प्रमुख तक नियुक्त कर दिए हैं। इन 64 हजार बूथ पर पीएम मोदी के संबोधन को सुनने और देखने के लिए स्क्रीन्स लगाईं गईं। इनमें लोगों को भी बूथ स्तर पर ही कार्यक्रम में जोड़ा गया।

पांच राज्यों में 85 सीटों पर दांव

पांचों राज्यों से लोकसभा की 85 सीटें आती हैं। वहीं, मध्यप्रदेश को भाजपा और संघ के सबसे मजबूत किले तौर पर जाना जाता है। पूरे देश में भाजपा की बूथ समितियों में 80 लाख सदस्य हैं, इनमें सबसे ज्यादा 40 लाख सदस्य अकेले मध्यप्रदेश से हैं। मध्यप्रदेश में कुशाभाऊ ठाकरे के समय से भाजपा का संगठन सबसे ज्यादा मजबूत रहा है। मध्यप्रदेश को संघ और भाजपा की प्रयोगशाला के तौर पर भी जाना जाता है। यानी भाजपा के सभी प्रयोग और नवाचार मध्य प्रदेश में सफल होते रहे हैं। इसलिए पार्टी मध्यप्रदेश में यह बड़ा आयोजन करने जा रही है। प्रदेश में भाजपा की सरकार है, जबकि छत्तीसगढ़-राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं। तेलंगाना में केसीआर की पार्टी सत्ता में है, मिजोरम में भाजपा के समर्थन से सरकार चल रही है। लोकसभा सीटों के हिसाब से सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में 29, राजस्थान में 25, तेलंगाना में 17, छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटें हैं, जबकि मिजोरम लोकसभा की एक सीट है। इस तरह 543 लोकसभा सीटों के लिहाज से देखें तो इन राज्यों में 15 प्रतिशत से भी ज्यादा सीटें हैं। इसी वजह से ये कहा जा रहा है कि इन विधानसभा चुनावों के नतीजे लोकसभा चुनाव पर बड़ा प्रभाव छोड़ेंगे।

भाजपा छह महीने और रहेगी: ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार सिर्फ छह महीने और है क्योंकि अगले साल फरवरी मार्च में चुनाव हो जाएंगे। जलपाईगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने ये दावा किया। ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि बीएसएफ को निष्पक्षता से काम करना चाहिए क्योंकि भाजपा शायद कल सत्ता में ना रहे। भाजपा को अपनी हार दिख रही है और वह विभिन्न समुदायों को लुभाने की कोशिश भी नहीं कर रही है। उल्लेखनीय है कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शपथ 30 मई 2019 को ली थी। उन्होंने कहा जो लोग सीमावर्ती इलाकों में बीएसएफ की फायरिंग में मारे गए हैं, उनके परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता और नौकरी दी जाएगी। बनर्जी ने कहा कि वह बीएसएफ के सभी जवानों पर आरोप नहीं लगा रही हैं, वह हमारी सीमा की रक्षा करते हैं लेकिन बीएसएफ को निष्पक्षता से काम करना चाहिए हो सकता है भाजपा कल सत्ता में ना रहे लेकिन उन्हें अपनी नौकरी करनी होगी। ममता बनर्जी ने सीमावर्ती इलाकों में बीएसएफ पर मतदाताओं को डराने का आरोप लगाया था। हालांकि बीएसएफ ने ममता बनर्जी के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया और कहा कि उनके बयान सच से परे हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के लिए मतदान होना है।

घडिय़ाली आंसू बहा रहे प्रधानमंत्री: ओवैसी

एआईएमआईएम चीफ और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने यूसीसी के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने मंगलवार (27 जून) को ट्वीट किया, नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक, यूनिफॉर्म सिविल कोड और पसमांदा मुसलमानों पर कुछ टिप्पणी की है। लगता है मोदी जी ओबामा की नसीहत को ठीक से समझ नहीं पाए। असदुद्दीन ओवैसी ने आगे लिखा, मोदी जी ये बताइए कि क्या आप हिन्दू अविभाजित परिवार को खत्म करेंगे? इसकी वजह से देश को हर साल 3064 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। एक तरफ आप पसमांदा मुसलमानों के लिए घडिय़ाली आंसू बहा रहे हैं और दूसरी तरफ आपके प्यादे उनकी मस्जिदों पर हमला कर रहे हैं, उनका रोजगार छीन रहे हैं, उनके घरों पर बुलडोजर चला रहे हैं, उनकी लिंचिंग के जरिए हत्या कर रहे हैं और उनके आरक्षण की मुखालिफत भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप डिफरेंट सेट ऑफ रूल की बात करते हैं तो यूनाइटेड हिंदू फैमिली को ही सिर्फ टैक्स क्यों दिया जा रहा है। क्या ये संविधान के राइट ऑफ इक्वालिटी के खिलाफ नहीं है. इस्लाम में शादी एक कॉंट्रेक्ट है हिंदू में जन्म-जन्म का साथ, यूनिफॉर्म सिविल कोड की नहीं, हिंदू सिविल कोड की बात है, भारत के मुसलमान को टारगेट करना मकसद है। ओवैसी ने पीएम पर हमला जारी रखते हुए कहा कि पाकिस्तान का हवाला देते हुए मोदी जी ने कहा है के वहां तीन तलाक पर रोक है. मोदी जी को पाकिस्तान के कानून से इतनी प्रेरणा क्यों मिल रही है? आपने तो यहां तीन तलाक के खिलाफ कानून भी बना दिया, लेकिन उसका जमीनी स्तर पर कुछ फर्क नहीं पड़ा बल्कि महिलाओं पर शोषण और बढ़ गया है। हम तो हमेशा से मांग कर रहे हैं कि कानून से समाज-सुधार नहीं होगा। अगर कानून बनाना ही है तो उन मर्दों के खिलाफ बनाना चाहिए जो शादी के बाद भी अपनी पत्नी को छोड़ कर फरार हो जाते हैं।

समान नागरिक संहिता पर भडक़ाया जा रहा है : मोदी

पीएम मोदी ने यूसीसी पर बड़ा बयान दिया है। समान नागरिक संहिता के नाम पर लोगों को भडक़ाने का काम हो रहा है। देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है? भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है। सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है कि समान नागरिक संहिता लाओ, लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग हैं। प्रधानमंत्री ने तीन तलाक को लेकर कहा, जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं ये लोग मुस्लिम बेटियां के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं, तीन तलाक से सिर्फ बेटियों को नुकसान नहीं होता है बल्कि इससे पूरा परिवार तबाह हो जाता है, मैं समझता हूं कि मुसलमान बेटियों पर तीन तलाक का फंदा लटका कर कुछ लोग उन पर हमेशा अत्याचार करने की खुली छूट चाहते हैं।

Related Articles

Back to top button