बंगाल की घटना लोकतंत्र के लिए घातक

दिग्विजय बोले- मैं ममता के धैर्य व दृढ़ता का प्रशंसक

  • टीएमसी ने भाजपा, कांग्रेस व वामदलों पर लगाया हिंसा का आरोप

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में छिटपुट विरोध प्रदर्शन और चुनाव के बाद हिंसा की घटनाएं जारी रहने के पर इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। दिग्विजय सिंह ने इन घटनाओं को अक्षम्य बताते हुए ट्विटर पर लिखा कि बंगाल में पंचायत चुनाव में जो हो रहा है वह भयावह है। मैं ममता के धैर्य और दृढ़ संकल्प का प्रशंसक रहा हूं, लेकिन जो हो रहा है वह अक्षम्य है। हम जानते हैं कि आपने सीपीएम शासन में इसी तरह की स्थिति का बहादुरी से सामना किया था लेकिन अब जो हो रहा है वह हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की टिप्पणी तब आई है जब राज्य चुनाव आयोग ने रविवार को घोषणा की कि बंगाल पंचायत चुनाव के लिए 696 बूथों पर सोमवार को पुनर्मतदान होगा, जहां ग्रामीण चुनाव के लिए मतदान शून्य घोषित कर दिया गया है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के कई जिलों में हुई हिंसा में कांग्रेस, भाजपा और वाम दलों के शामिल होने का आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में रविवार को पंचायत चुनावों में हुई हिंसा और अनियमितताओं के आरोपों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए। 20 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के दौरान करीब 18 लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद सभी राजनीतिक दलों ने आरोप लगाया कि रविवार को उत्तर और दक्षिण बंगाल के कई हिस्सों में छिटपुट हिंसा जारी रही।

दिग्विजय सिंह के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट में केस दर्ज

उज्जैन। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के फेसबुक आईडी से आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक गोलवलकर को लेकर डाली गई पोस्ट के मामले ने तूल पकड़ा हुआ है। इंदौर के बाद उज्जैन में भी रविवार रात को अजाक थाने में एट्रोसिटी एक्ट सहित किसी समुदाय के खिलाफ उकसाने को लेकर धारा 505 के तहत केस दर्ज किया गया है। भेरूनाला वाल्मीकि बस्ती निवासी राजकुमार पिता स्वर्गीय गेंदालाल घावरी ने अजाक थाने में इस पोस्ट को लेकर आवेदन दिया था, जिसमें पुलिस ने रात को धारा 505 के अलावा अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम 1989 3(1) (यू) के तहत दिग्विजय सिंह नामक फेसबुक आईडी पता श्यामला हिल्स भोपाल के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। राजकुमार घावरी ने एफआईआर में उल्लेख किया कि इस पोस्ट मे गोलवलकर के संबंध में फर्जी व भ्रामक पोस्ट डालकर मेरी जातिगत भावनाओं को आहत किया व समाज में विद्वेष फैलाना चाहा है। घावरी ने पुलिस को बताया था कि वह अनुसूचित जाति का सदस्य होकर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ का कार्यकर्ता है। संबंधित पोस्ट को लेकर कार्रवाई की जाए।

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