मीडिया के उत्पीड़न पर विपक्ष आगबबूला कहा, सच दिखाने वालों से डरी सरकार

  • छापेमारी को बताया लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश, जनता सिखाएगी सबक
  • जासूसी प्रकरण और कोरोना कुप्रबंधन की पोल खोलने का खामियाजा भुगत रहे संस्थान

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। दैनिक भास्कर ग्रुप और भारत समाचार न्यूज चैनल पर ईडी और आयकर की छापेमारी को लेकर पूरा विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट हो गया है। विपक्ष ने कहा है कि भाजपा सरकार सच दिखाने वालों से डर गई है और अब उनका गला घोंटने की कोशिश कर रही है। पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके खिलाफ पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा। मानसून सत्र में दैनिक भास्कर ग्रुप और भारत समाचार चैनल पर सरकारी दबिश का मुद्दा विपक्ष ने जोर-शोर से उठाया है। विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में छापों का विरोध किया और नारेबाजी की। लोकसभा में भी हंगामा हुआ, यहां फोन टैपिंग और जासूसी का मुद्दा भी उठा। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश के सामने सरकारी मिसमैनेजमेंट की असल तस्वीर रखने वाले दैनिक भास्कर ग्रुप के कई दफ्तरों पर छापेमारी की गई है। वहीं भारत समाचार चैनल के दफ्तर और कर्मचारियों के घरों पर छापे मारे गए। सरकार की इस कार्रवाई पर कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ये देश के सच को निर्भीकता से उजागर कर रहे मीडिया समूह को दबाने की कोशिश है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छापे मीडिया को डराने का प्रयास हैं। महाराष्टï्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि जब से पेगासस जासूसी का मामला सुर्खियों में आया है। केंद्र सरकार ने उन लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है जो उन्हें उजागर कर रहे हैं। ताजा शिकार दैनिक भास्कर हुआ है। वहीं आम आदमी पार्टी ने मीडिया का गला घोंटने की कोशिश के खिलाफ यूपी में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।

सोशल मीडिया में पत्रकारों के समर्थन में आयी जनता

मीडिया संस्थानों पर की गई छापेमारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर जनता ने अपना आक्रोश जताया है। सोशल मीडिया पर यूजर न केवल सरकार की इस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं बल्कि यह सवाल भी पूछ रहे है कि सच दिखाने वाले मीडिया संस्थानों को डराने-धमकाने और उनका उत्पीड़न करने की कोशिश क्यों की जा रही है? एक यूजर अंकित प्रतापगढ़ी ने लिखा, जो भाजपा की और मोदी-योगी की कमियां उजागर करेगा वो नाप दिया जाएगा। घोषित आपातकाल भले न हो लेकिन जो हालात हैं वो आपातकाल से भयावह हैं। रवींद्र सेन ने लिखा, जॉब नहीं है, भष्ट्राचार फैला है। दैनिक भास्कर ने सच दिखाया तो इनकम टैक्स के दर्शन हो जाते हैं।

गंगा अपार्टमेंट में पीटे गए इनकम टैक्स के लोग

गंगा अपार्टमेंट में पत्रकारों के घर गई इनकम टैक्स की टीम पर लोगों ने हमला कर दिया। टीम के कई लोगों को पीटा गया। इसके बाद सूचना पर पुलिस पहुंची। हालात को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया।

भास्कर की पैनी रिपोर्ट से दुनियाभर में खुली थी सरकार के कुप्रबंधन की पोल

कोरोनाकाल में दैनिक भास्कर अखबार ने खबरों के जरिए बताया कि किस तरह यूपी और भारत में कोरोना की दूसरी लहर से हालात खराब है। इसके बाद न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने पहले पेज पर गंगा झूठ नहीं बोलती हेडलाइन से खबर प्रकाशित की और भास्कर के नेशनल एडिटर ओम गौड़ की रिपोर्टिंग की सराहना की। शीर्ष अमेरिकी अखबार में बताया गया कि भारत में यूपी से लेकर बिहार तक महामारी की दूसरी लहर से कितने खतरनाक हालात है। न्यूयॉर्क टाइम्स में खबर प्रकाशित होने के बाद दुनियाभर में भारत में कोरोना पर उपजे हालातों पर चिंता जताई गई और बताया गया कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर का चुनौतीपूर्ण दौर है, जहां विभिन्न राज्यों में कोरोना की वास्तविक स्थिति चिंताजनक है।

कलम से डरने वाली सरकार का पतन निश्चित

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि भास्कर के साथ भारत समाचार चैनल के मुख्य एडिटर व वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा के घर पर भी इनकम टैक्स की छापेमारी हुई है। जब सरकार कलम और कैमरा से इतनी डर जाए तो ऐसी सरकार का पतन निश्चित है।

मोदी सरकार का रेड राज काम नहीं करेगा। सच को डराने और दबाने का प्रयास हो रहा है लेकिन जैसे गंगा में शव तैरने लगे थे, मोदी सरकार भी छिप नहीं सकती। दबाने के लिए सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग निंदनीय है।

सीताराम येचुरी, महासचिव, सीपीआई (एम)

दैनिक भास्कर पर आयकर विभाग ने छापे मारे हैं। ये कार्रवाई मोदी सरकार के दौरान कोरोना से मौतें और जासूसी की खबर एक्सपोज करने के बाद की गई हैं। सरकार कितनी बेशर्म हो जाएगी? आज लोकतंत्र और अधिकारों का गला घोंटना निश्चित रूप से आपातकाल के दौरान से भी बदतर है।

प्रशांत भूषण, वकील, सुप्रीम कोर्ट

पत्रकारिता पर मोदी शाह का प्रहार! मोदी शाह का एक मात्र हथियार आईटी, ईडी, सीबीआई। मुझे विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं। दैनिक भास्कर के विभिन्न ठिकानों पर आयकर जांच शाखा की छापामार कार्रवाई शुरू….प्रेस कॉन्प्लेक्स सहित आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद है आयकर की टीम।

दिग्विजय सिंह, वरिष्ठï कांग्रेस नेता

जासूसी कांड की सबसे जबरदस्त रिपोर्टिंग दैनिक भास्कर और भारत समाचार ने की है। दोनो का गला घोंटने के लिये आज मोदी सरकार ने छापे डाले। ..पर दांव उल्टा पड़ा। गर्व इस बात का है कि दोनों मीडिया संस्थान डरे नहीं, दबे नहीं, बल्कि और धारदार हो गये। सत्यमेव जयते।

दीपक शर्मा, वरिष्ठï पत्रकार

मीडिया को पूरी तरह से गुलाम बनाने की एक और कोशिश? हिंदी के सबसे बड़े अखबार दैनिक भास्कर और प्रसिद्ध न्यूज चैनल भारत समाचार पर आयकर के छापे।

आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार

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