दस दिनों तक चलेगा महामंथन, टीम मोदी निकालेगी विपक्षी एकता की काट

नई दिल्ली। 2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी गुट दो बैठकें कर चुका है। इंडिया नाम तले इस खेमे की तीसरी बैठक भी जल्द होने वाली है। क्षेत्रीय क्षत्रपों को जोड़ कर बनाए गए इस विपक्षी चक्रव्यूह को भेदने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हृष्ठ्र के रथ को और मजबूत करने की कवायद में जुट गए हैं। इस मुहिम के तहत पीएम मोदी एनडीए में शामिल 38 दलों के सभी 430 सांसदों से 10 ग्रुप बनाकर मिलने की तैयारी कर रहे हैं। क्षेत्रवार सांसदों संग बैठक की इस नई मुहिम की शुरुआत पीएम मोदी आज यानी सोमवार शाम से ही करने वाले हैं।
सांसदों के साथ होने वाली इन बैठकों की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, बीएल वर्मा, धर्मेंद्र प्रधान और शांतनु ठाकुर को दिया गया है। हर बैठक के दौरान वहां सांसद और प्रधानमंत्री के अलावा कोई न कोई केंद्रीय मंत्री भी रहेगा, जो कि मेजबान की भूमिका निभाएगा। 21 केंद्रीय मंत्रियों को ये जिम्मेदारी दी गई है। हर ग्रुप में 30-35 सांसद रहेंगे।
क्षेत्रवार सांसदों से मुलाकात की मुहिम के पहले दिन ही पीएम मोदी 83 सांसदों से दो अलग-अलग बैठकों में करेंगे। पहली बैठक सोमवार शाम साढ़े 6 बजे महाराष्ट्र सदन में होगी, जिसमें पश्चिमी यूपी, कानपुर, बृज और बुंदेलखंड के 42 सासंद जुटेंगे।
इस बैठक के बाद सोमवार को ही शाम साढ़े 7 बजे पीएम मोदी इस कार्यक्रम की दूसरी बैठक करेंगे, जिसमें पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के 41 सांसद मौजूद रहेंगे। हर बैठक में केंद्रीय मंत्री को मेजबानी करनी है, तो बताया जा रहा है कि सोमवार को होने वाली बैठकों में मेजबान के तौर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रह सकते हैं। संगठन से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इन बैठकों में मौजूद रहेंगे।
इस कार्यक्रम के तहत दूसरी और तीसरी बैठक 2 अगस्त को होंगी, जिसमें पीएम मोदी 96 सांसदों से मिलेंगे। इस दौरान यूपी के गोरखपुर और अवध इलाके, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप और कर्नाटक के सांसद मौजूद रहेंगे। 3 अगस्त को पांचवी और छठी बैठक होनी है, जिसमें दिल्ली, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और बिहार के 63 सांसद पीएम मोदी से मिलेंगे। 8 अगस्त को जो बैठकें होंगी उनमें राजस्थान, महाराष्ट्र और गोवा के 76 सांसद पीएम मोदी से मिलेंगे। 9 अगस्त को होने वाली बैठकों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात के सांसदों समेत कुल 81 सांसद पीएम मोदी से मिलेंगे। इस कार्यक्रम के तहत होने वाली आखिरी बैठक में पीएम मोदी पूर्वोत्तर राज्यों के 31 सांसदों के साथ बैठक करेंगे।
इन बैठकों के जरिए प्रधानमंत्री मोदी क्षेत्रीय दलों को साथ लाकर मजबूत होते दिखाई दे रहे विपक्षी खेमे को क्षेत्रवार स्तर पर घेरने की तैयारी में हैं। इन बैठकों के जरिए पीएम मोदी सिर्फ बल्की सीधे सांसदों से संवाद करते हुए समन्वय बैठा सकेंगे। ताकि सांसद भी बिना किसी चैनल के सीधे प्रधानमंत्री से चर्चा कर सकेंगे। पीएम मोदी पहली बार क्षेत्रवार सांसदों से मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि वो इन मुलाकातों में सांसदों से उनके क्षेत्रों की स्थिति असली जायजा उन्हीं से लेंगे।
सांसदों के साथ सीधे बैठक के इस नए प्रयोग के केंद्र में 2024 के लोकसभा चुनाव ही हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी आम चुनावों की रणनीति पर सांसदों से चर्चा करेंगे। वो सांसदों से उनकी रणनीति समझेंगे और उन्हें अपनी रणनीति समझाएंगें। जानकारों की मानें तो पीएम मोदी की इस बैठक के जरिए तैयारी है कि वो सांसदों को हर हाल में 50 फीसदी वोट सुरक्षित करने का टास्क दे सकते हैं। साथ ही केंद्र की योजनाओं का उनके क्षेत्र में प्रचार और उसके जरिए हो रहे लाभ का भी जायजा लिया जाएगा।
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सांसदों को ये टास्क दिया जा सकता है कि सांसद केंद्रीय योजनाओं के लाभ के बारे में अपने क्षेत्र की जनता को सीधे-सीधे बताएं ताकि क्षेत्रीय दलों की नीतियों को काउंटर किया जा सके। प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली सीधे जनता से जुडऩे की है। वो सांसदों को भी इसी कार्यशैली के जरिए ग्राउंड पर उतर सीधे जनता के बीच जाने का मंत्र भी दे सकते हैं। सांसदों के साथ बैठकों का ये दौर पीएम मोदी की उस विशाल रणनीति का हिस्सा है, जिसके जरिए वो विपक्ष की मजबूत होती क्षेत्रीय ताकत को माइक्रो लेवल पर उतर क्षेत्रवार सांसदों की मदद से काउंटर करना चाहते हैं।

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