यूपी विधानसभा में अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा

मानसून सत्र का अंतिम दिन, सदन में विपक्ष व भाजपा में तीखी बहस

नेता प्रतिपक्ष ने आलू मंडी से लेकर किसान तक का मुद्दा उठाया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधान सभा में आज मानसून सत्र का आखिरी दिन है सत्ता पक्ष व विपक्ष में जमकर तीखी बहस जारी है। विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महंगाई को लेकर सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने आलू और मंडी का मुद्दा उठाया। साथ ही अंडे की मार्केट को लेकर भी सरकार को घेरा।
अखिलेश ने दूध के बंद प्लांटों को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ने आवारा पशुओं के मुद्दे को जोर से उठाया। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आप इस पर काम क्यों नहीं कर रहे हैं। क्या आपके पास बजट की कमी है। अगर कुछ नहीं हो सकता है तो कम से कम सांड सफारी ही बना लें। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कई लोगों की जान चली गई। आखिर सरकार कर क्या रही है। समाजवादी सरकार में उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा देती थी वो भी 10 से 15 लाख रुपये। इसके साथ ही अखिलेश ने गुलदार और टाइगर का मुद्दा उठाया। उनका कहना था कि किसान इस कारण से खेतों में काम नहीं कर पा रहा है। इन्होंने कम से कम 40 लोगों की जान ली और अभी तो मैं साड़ की बात नहीं कर रहा। अगर किसान डर के कारण छह सात महिने से किसान खेत में नहीं जा पा रहे हैं तो ये सरकार कर क्या रही है? इससे संबंधित विभाग कर क्या रहा है?

अगर कुछ न हो सकता है तो कम से कम सांड सफारी ही बना लें : अखिलेश

विधानसभा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई पर निशाना साधा। उन्होंने कहा साढ़े छह साल में एक भी नई मंडी नहीं बनी। आज किसानों को सही दाम नहीं मिल रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही गई थी। लेकिन कुछ नहीं हुआ। सरकार ने मक्का नहीं खरीदी। अखिलेश यादव ने कहा कि आलू का भाव नहीं मिल रहा है, अगर अभी कोल्ड स्टोरेज से आलू नहीं निकला तो आलू के भाव कहां जाएगा। अखिलेश यादव ने कहा कि डेरी सेक्टर मदद कर सकता है किसानों की आए बढ़ाने के लिए। इस सेक्टर को बजट देकर इसे बेहतर बनाया गया। इस सरकार ने कहा कि गाय का दूध का क्या करना है, हम भेंस का दूध लेंगे। आज स्थिति ऐसी है कि वो डेरी प्लांट बंद है।

जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं : योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सभी लोगों का हृदय से धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने किसानों, बाढ़ और अन्य मुद्दों पर अपने विचार रखे और सलाह ही दी। पिछले एक घंटे से विरोधी दल के नेता को केवल गोरखपुर की बाढ़ ही दिखी और कुछ नहीं दिखी। उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं। क्योंकि जो लोग जन्म से चांदी की चम्मच में खाने के आदी हैं वो एक गरीब की पीड़ा को क्या समझेंगे। पिछड़ों की पीड़ा को क्या समझेंगे। महोदय, महान नेता चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि देश की प्रगति का मार्ग खेत, खलियानों और गलियों से होकर जाता है। इस बात को अगर समाजवादी पार्टी ने इस को ध्यान में रखा होता है तो इनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा आत्महत्या किसानों ने नहीं की होती।

प्रदेश में नहीं होगी जातीय जनगणना

विधानसभा में सरकार ने साफ किया है कि प्रदेश में जातीय जनगणना कराने की कोई योजना नहीं हैं। विधानसभा में सपा विधायक संग्राम सिंह यादव ने तारांकित प्रश्न के जरिये जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया। हालांकि प्रश्नकाल स्थगित होने के कारण इस मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं हो सकी। लेकिन प्रश्न के लिखित जबाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जातीय जनगणना कराने की योजना नहीं है। जनगणना कराना भारत सरकार की ओर से किया जाता है। जातीय जनगणना पर चर्चा कराने मांग को लेकर सपाइयों ने विधान परिषद में जमकर हंगामा किया। नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य ने साफ कह दिया कि जातीय जनगणना कराना राज्य का नहीं, बल्कि केंद्र का विषय है।

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाई कोर्ट के 16 जजों के तबादले की सिफारिश की

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बड़े पैमाने पर हाई कोर्ट के जजों के तबादले किए हैं। इसके तहत छह हाईकोर्ट के 16 जजों के तबादले की सिफारिश में 15 की सिफारिश दोबारा की गई है। तीन हाईकोर्ट द्वारा जजों के तबादले की सिफारिश लिस्ट में में गुजरात और पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चार-चार जज हैं।
कॉलेजियम ने गुजरात हाईकोर्ट में जिन चार जजों का तबादला करने की सिफारिश केंद्र सरकार से की है, उनमें जस्टिस हेमंत एम प्रचछक भी शामिल हैं। उन्होंने राहुल गांधी की दोष सिद्धि पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। उनके अलावा जस्टिस गीता गोपी ने भी राहुल गांधी के मोदी मानहानि मामले की सुनवाई से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि मेरे सामने मत सूचीबद्ध करें, इस तरह देखा जाए तो राहुल गांधी के मुकदमे से जुड़े दो जज तबादला सूची में हैं, जस्टिस गोपी को गुजरात से मद्रास और जस्टिस प्रच्छक को पटना हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश है, वहीं, जस्टिस समीर जे दवे का तबादला राजस्थान हाईकोर्ट में करने को सिफारिश की गई है, जस्टिस दवे ने तीस्ता सीतलवाड़ की याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था. इनके अलावा चौथे जज अल्पेश वाई कोगजे को इलाहाबाद हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश है। इन जजों ने अपना तबादला रोकने या फिर अड़ोस-पड़ोस के राज्यों में करने पर विचार करने की गुजारिश सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम से की थी। लेकिन कॉलेजियम ने उनकी अपील डिसमिस करते हुए कोई राहत नहीं दी।

कटघरे में फिर योगी सरकार की कानून व्यवस्था

मुरादाबाद में घर से बाहर टहलते भाजपा नेता की दिनदहाड़े हत्या
गनर से घिरे रहते थे अनुज चौधरी, फिर भी नहीं बच सकी जिंदगी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुरादाबाद। यूपी की योगी सरकार कानून का राज का दम भरती है। पर हकीकत को आइना भाजपा के नेता की हत्या ने दिखा दिया कि युपी पुलिस का खौफ अब बदमाशों में कम हो रहा है। घटना मुरादाबाद की है जहां भाजपा से जुड़े नेता व प्रापर्टी डीलर अनुज चौधरी को उन्हीं की सोसायटी के करीब बदमाशों ने गोली मार दी। दोस्तों और गनर से हमेशा घिरे रहने वाले अनुज चौधरी को बेखौफ बदमाशों ने सोसायटी में उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
संभल केअलिया नेकपुर निवासी अनुज चौधरी प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार करते थे। प्रॉपर्टी को लेकर कई लोगों से उनका विवाद चल रहा था। इसके अलावा उन्होंने असमोली ब्लॉक पर प्रमुख पद का चुनाव लड़ा था। इसके बाद वह अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे थे। वर्तमान ब्लॉक प्रमुख के पति प्रभाकर चौधरी उसके बेटे अनिकेत चौधरी से सीधे तौर पर दुश्मनी चल रही थी। चुनाव के वक्त दोनों प्रत्याशी के समर्थकों में कई बार टकराव हुआ था। मुरादाबाद की पाश्र्वनाथ प्रतिभा सोसाइटी में बृहस्पतिवार शाम छह बजे भाजपा नेता एवं असमोली ब्लॉक प्रमुख पद के प्रत्याशी रहे अनुज चौधरी (35) गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें सिर, कंधे और पीठ में चार गोलियां मारी गई। घटना के समय अनुज अपने दोस्त पुनीत चौधरी के साथ सोसाइटी में ही सडक़ पर टहल रहे थे, जबकि उनका गनर और स्टाफ फ्लैट में मौजूद था। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी गेट नंबर एक से भाग निकले। पुलिस राजनीतिक, प्रॉपर्टी और अन्य विवादों के एंगल पर जांच कर रही है। संभल जिले के एचौड़ा कम्बोह थाना क्षेत्र के अलिया नेकपुर निवासी अनुज चौधरी मझोला क्षेत्र में पाश्र्वनाथ प्रतिभा सोसाइटी में टावर टी-7 के फ्लैट नंबर 401 और 402 में रहते थे। उन्होंने असमोली ब्लॉक के प्रमुखी का चुनाव लड़ा था। संभल पुलिस से उन्हें एक सरकारी गनर मिला था। इसके अलावा अनुज ने अपनी सुरक्षा में दो निजी गनर भी रखे थे। रोज की तरह अनुज बृहस्पतिवार शाम छह बजे सोसाइटी में ही अपने दोस्त पुनीत निवासी संभल के साथ घूम रहे थे।

सदन की झलकियां

मानसून सत्र के पांचवे सदन की कार्यवाही में सत्ता पक्ष व विपक्ष के माननीयों ने हिस्सा लिया। आज मानसून सत्र का आखिरी दिन है।

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