मेदांता की लूट पर उठे सवाल
जाने-माने लेखक नीलेश अपनी मां का करवा रहे इलाज
- लेखक न ट्वीट कर कहा- बाजार से भारी कीमत पर मिल रही दवाईयां
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी के प्रतिष्ठिïत अस्पताल पर जाने-माने लेखक व गायक ने इलाज के नाम पर हो रही लूट का सवाल उठाया है। उन्होंने इस मामले पर ट्वीट किया है जिसे लोगों का समर्थन भी मिला है। दरअसल लखनऊ के प्रतिष्ठिïत अस्पताल मेदांता में फिल्म लेखक नीलेश मिश्रा अपनी मां का इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने अस्पताल पर आरोप लगाया कि वहां पर जो दवाएं दी जा रही है उनकी कीमत बाजार से कई गुना ज्यादा हंै।
अपने गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध करने वाले गीतकार नीलेश मिश्रा ने वहां पर हो रहे गोरखध्ंाधे की जानकरी एक्स (ट्वीट) करके पीएम व स्वास्थ्य मंत्री को दी है। श्री मिश्रा ने कहा कि सबसे बड़ी बात तो यह है कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की दवाईयों को वहां के चिकित्सक नकार देते हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर एक घोटाला हो रहा है। श्री मिश्रा ने कहा कि यहां ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने अपनों के इलाज के लिए जमीनें तक बेच दी।
और अस्पतालों में भी यही हाल
राजधानी में यह कोई पहले घटना नहीं है जहां दवाओं का गोरखध्ंाधा नहीं हो रहा है। क्या सरकारी क्या प्राइवेट हर जगह मरीजों को बाजार से ज्यादा कीमत की दवांए दी जाती है। कभी-कभी तो इतना बिल दे दिया जाता है कि तीमारदार मरीज को छोडक़र भाग जातें है नहीं तो अस्पताल उनकों बंधक बनाकर उनका उत्पीडऩ करता है। जैस एकबार कारोना काल में गोमतीनगर स्थित एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती एक कोरोना मरीज की मौत हो गई थी इसके बाद अस्पताल ने करीब तीन लाख रुपये का बिल थमा दिया। इससे परिवारीजन भडक़ उठे। उन्होंने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही व अधिक बिल वसूलने का आरोप लगाते हुए देर तक हंगामा किया था।
कोरोना के समय भी किए थे ट्वीट
कोरोना के समय भी नीलेश ने कई ट्वीट करके समाज को झकझोरा था। तक उन्होंने लिखा था जिंदा रहता या मरता, हम आम नागरिक ही हारते। संदिग्ध और अविश्वसनीय परिस्थितियों में मार दिया गया तो वो राज़ लेकर चला गया जिनके खुलने से कुछ लोग (शायद) नप जाते। अगर नहीं मारा जाता तो शीघ्र नेता बन जाता और आप हम से वोट माँगता, मंत्री बनता। ये हमारी नियति है। कोई सेलिब्रिटी पॉजिटिव हुआ तो दुख जता रहे हैं। और कोई पड़ोसी पॉजिटिव हुआ तो उससे घृणा कर रहे हैं।प्रार्थना सभी के लिए करें। अच्छे वक्त में बुरे वक्त में सेलिब्रिटी काम नहीं आएगा आस पड़ोस वाले ही काम आएंगे।
भाजपा प्रत्याशी डॉ. दिनेश शर्मा ने दाखिल किया नामांकन
- राज्यसभा उपचुनाव : निर्विरोध निर्वाचन तय
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में एक सीट के लिए हो रहे राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी व पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने मंगलवार को नामांकन दाखिल कर दिया। भाजपा प्रत्याशी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया।
उपचुनाव में डॉ. दिनेश शर्मा का निर्विरोध निर्वाचन तय है। डॉ. दिनेश शर्मा मौजूदा समय में विधान परिषद के सदस्य हैं और उनका कार्यकाल 30 जनवरी, 2027 तक है। राज्यसभा की यह सीट बीते जून में भाजपा सांसद हरद्वार दुबे के निधन से खाली हुई थी। पेशे से शिक्षक डॉ. शर्मा लखनऊ से दो बार मेयर व एक बार उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हालांकि, योगी सरकार 2.0 में उन्हें कैबिनेट में स्थान नहीं दिया गया।
इमामबाड़े के बुर्जी को तोडऩे से लोग नाराज
- वरिष्ठ वकील मो. हैदर ने की प्रशासन से शिकायत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। 1835 में अवध के शासक नसीरुद्दीन हैदर के द्वारा निर्मित प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की अप्रतिम मिसाल के रूप में सुशोभित मक्का दर्जी का इमामबाड़ा कदम रसूल एवं मस्जिद जनपद सीतापुर में अतिक्रमण कर उसको क्षति पहुुंचाने की शिकायत मंडलायुक्त लखनऊ, डीएम व एसपी सीतापुर को की गइ है। इसकी शिकायत कानूनी मामलों के जानकार व अघिवक्ता मो. हैदर ने की है। उन्होंने बताया कि वह एक प्रमुख सांस्कृतिक स्थल एवं धार्मिक धरोहर एवं धर्म स्थल है जो सर्वधर्म के नागरिकों के द्वारा अत्यंत आदर की दृष्टि से देखा जाता है।
उक्त धार्मिक स्थल पर प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु आ कर दर्शन कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। उक्त स्मारक के संरक्षण के सम्बन्ध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के समक्ष प्रत्यावेदन प्रस्तुत कर संरक्षण हेतु सार्थक प्रयास कर रहा है एवं माननीय उच्च न्यायालय में भी रिट याचिका संख्या 31/3/2013 के माध्यम से माननीय उच्च न्यायालय का ध्यानाकर्षण भी इस स्मारक की और ला कर उसके संरक्षण हेतु सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं एवं प्रकरण उच्च न्यायालय की परिवीक्षाधीन है।
धार्मिक भावनाओं को भी किया आहत
खेद का विषय है कि इसी स्मारक के अंदर रहने वाले अतिक्रमणकर्ताओं के द्वारा साराय एक आपराधिक तत्व के माध्यम से 26 अगस्त 2023 को उक्त ऐतिहासिक स्मारक के गेट पर लगी बुर्जी को तोड़ कर गिरा कर इस ऐतिहासिक स्थल को गंभीर क्षति पहुंचाते हुये हमारी धार्मिक भावनाओं को भी आहत किया। इस पूरे प्रकरण की जानकारी उक्त स्मारक जो कि सुन्नी वक्फ संपत्ति भी है के मुतवल्ली मोहम्मद मोईन के द्वारा अपने प्रार्थना पत्र दिनांकित 27 अगस्त 2023 के माध्यम से प्रभारी निरीक्षक खैराबाद को इस पूरे तथ्य से अवगत कराते हुए यथोचित कार्यवाही की मांग की थी परन्तु उक्त प्रार्थनापत्र पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी है। आपसे अनुरोध है कि प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत उक्त प्रकरण में जो पीडियो चौकी इंचाज अतुल वर्मा के संज्ञान में है को बनाने वाले एवं स्मारक को क्षति पहुंचाने वाले को चिन्हित कर उसके 7 विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 295्र एवं 427 तथा अन्य सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर कठोर वैधानिक कार्यवाही करें जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो एवं दोषियों को उनके किये की सजा मिले।
खुद को तकनीकी रूप से अपडेट रखें शिक्षक: योगी
- सीएम ने शिक्षकों को किया सम्मानित
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है। उनकी भूमिका काफी उल्लेखनीय है। यही वजह है कि समाज में शिक्षकों को विशिष्ट स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का एक पक्ष हर क्षेत्र में वर्तमान पीढ़ी के निर्माण और विद्यार्थियों के मार्ग दर्शन कर राष्ट्र निर्माता बनाने का है तो दूसरा पक्ष भी है। ट्रेड यूनियन की तरह जो शिक्षक, शिक्षण कार्य से विरत होकर अधिकारियों के ही चक्कर काटते रहते हैं। उससे भावी पीढ़ी का भविष्य बर्बाद होता है। ट्रेड यूनियन की पद्धति ने काफी नुकसान किया है।
ऐसे शिक्षकों को समाज भी संदेह की निगाह से देखता है। उनका तिरस्कार करता है। हमें इन दोनों पक्षों को ध्यान में रखकर काम करना होगा। सीएम ने कहा कि दो साल पहले मैंने शिक्षक सम्मान समारोह स्थगित कर दिया था क्योंकि जब सूची सामने आई तो उसमें ऐसे शिक्षकों के नाम थे जो दिन भर भ्रमण करते दिखते थे। वह कभी पढ़ाते नहीं थे। नींव को खोखला करने का काम कर रहे थे। आज उन शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है, जिन्होंने पठन पाठन के क्षेत्र में कुछ नया किया है। उन्हें सम्मान करके मुझे भी खुशी मिल रही है। सीएम ने कहा कि शिक्षकों के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी राष्ट्र निर्माण की है। आप भी समय के अनुरूप खुद को तैयार करें। यह दौर तकनीकी का है।
शिक्षक दिवस की पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर आज राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के योगदान को सलाम किया और पूर्व राष्टï्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित की। पांच सितंबर 1888 को तमिलनाडु में जन्मे डॉ। राधाकृष्णन को भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक के तौर पर जाना जाता है और उन्हीं के सम्मान में इस दिन को ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर जारी एक पोस्ट में कहा कि शिक्षक हमारे भविष्य और प्रेरणादायक सपनों को गढऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षक दिवस पर हम उनके अटूट समर्पण और समाज पर उनके प्रभाव के लिए उन्हें सलाम करते हैं। डॉ। एस राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। राष्टï्रीय प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही एक वीडियो भी साझा किया, जो सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के विजेताओं से उनके संवाद से संबंधित है। देशभर से कुल 75 शिक्षकों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को एक समारोह में इन शिक्षकों को सम्मानित करेंगी।