‘सरकारी नीतियां ले रहीं किसानों की जान’
अखिलेश बोले- भाजपा सरकार में किसानों को किया जा रहा प्रताडि़त
- बिजली चेकिंग के नाम पर किसानों से अवैध वसूली
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भाजपा की अन्यायपूर्ण नीतियों की वजह से प्रदेश के किसान परेशान हैं, वे इतना हताश हो गए है कि जान तक देने की कोशिश कर रहे हैं। ये गंभीर आरोप समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लगाया है। यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों को प्रताडि़त किया जा रहा है। कर्ज और महंगाई से तबाह किसानों के लिए भाजपा सरकार की गलत नीतियां जानलेवा साबित हो रही हैं। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा की नीतियां किसान विरोधी और पूंजीपतियों की समर्थक है। पूंजीपतियों का लाखों करोड़ रुपये माफ कर दिए गए। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर कर्ज वसूली के नाम पर बैंक कर्मी किसानों को बेइज्जत करते हैं।
सपा नेता ने कहा कि लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ के जमालपुर गांव में भूमि विकास बैंक कर्मचारियों की संवेदनहीनता ने दलित किसान छोटेलाल की जान ले ली। किसान ने बैंक से 60 हजार का कर्ज लिया था। जानकारी मिली है कि बैंक के लोग 60 हजार रूपये का ब्याज समेत तीन लाख वसूलने आये थे। प्रताडऩा से आहत किसान की मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि बिजली चेकिंग के नाम पर पूरे प्रदेश में किसानों से अवैध वसूली हो रही है।
सपा नेता आजम खां के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी
पूर्व मंत्री एवं सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां ने कहा है कि भैंसों की डेयरी से मुझे 20 हजार मिलते हैं उसी से मेरा खर्च चलता है। दरअसल, आज भी आजम खां के ठिकानों पर आयकर की छापेमारी जारी रही। इस दौरान रामपुर के आजम खां के आवास से सोने-चांदी के तमाम जेवरात मिलने के बाद लखनऊ से एक सुनार को मूल्यांकन के लिए भेजा गया है। हालांकि आयकर विभाग ने छापों में हुई बरामदगी के बारे में जानकारी साझा नहीं की है। सूत्रों की मानें तो आजम के करीबियों के ठिकानों से मिले दस्तावेजों से जौहर ट्रस्ट को सपा सरकार के दौरान मिले करोड़ों रुपये के दान के फर्जीवाड़े की पोल खुल रही है। सूत्रों के मुताबिक आजम के करीबियों के ठिकानों से मिले दस्तावेजों से पता चला है कि सपा सरकार में मंत्री रहने के दौरान मौलाना अली जौहर ट्रस्ट को करीब 40 करोड़ रुपये दान के रूप में दिए गए थे। यह रकम उनके करीबियों ने दी थी, जिसे जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण में इस्तेमाल किया गया था। इसी तरह वर्ष 2003 से 2007 के बीच सपा सरकार में मंत्री रहने के दौरान आजम खां के ट्रस्ट को करीब दस करोड़ रुपये दान में मिले थे। इसी तरह रामपुर और आसपास के जिलों की तमाम शैक्षणिक संस्थाओं ने भी जौहर ट्रस्ट को लाखों रुपये दिए थे। आयकर विभाग ने जब इसकी पड़ताल की, तो सामने आया कि अधिकतर लोगों को दान की चेक के बदले नकदी दी गई थी। इसके सुराग जुटाने के लिए आयकर विभाग की टीमें जौहर ट्रस्ट के समस्त पदाधिकारियों और दान देने वालों के ठिकानों को खंगाल रही हैं।