बंगाल के गरीबों-किसानों का हक मारना चाहती है भाजपा: ममता
- पश्चिम बंगाल की आवाज कुचलने की भाजपा ने पार की सीमा
- पार्टी ने बताया- लोकतंत्र के लिए काला दिन
- टीएमसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने पर भडक़ीं सीएम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री से मुलाकात करने की मांग को लेकर 03 अक्टूबर को दिल्ली के हाई-सिक्योरिटी वाले इलाके में टीएमसी सांसदों को हिरासत में लिया गया। पार्टी नेताओं पर हुई इस कार्रवाई का विरोध करते हुए टीएमसी प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी पश्चिम बंगाल के गरीबों और किसानों का हक मारना चाहती है।
राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट करके कहा कि आज लोकतंत्र के लिए काला दिन है। यह वो दिन है जब बीजेपी नेताओं के बंगाल के लोगों के प्रति उनके तिरस्कार किए जाने की बात पता चली है। बीजेपी ने पहले तो कृषि विभाग के लिए हमारी फंडिंग रोक दी। जब हमारा प्रतिनिधिमंडल कृषि मंत्री से मुलाकात करने के लिए गया तो उन्होंने उनके साथ बुरा बर्ताव किया। उनको जबरन पुलिस द्वारा वहां से हटा दिया। सीएम ममता ने कहा कि पश्चिम बंगाल की आवाज कुचलने के लिए बीजेपी ने हर सीमा पार कर दी है। उनकी पुलिस ने हमारे प्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यहार किया। उनको जबरन मंत्रालय से बाहर कर दिया जैसे कि वह अपराधी हों। उन्होंने ऐसा सिर्फ उनको बीजेपी के सत्ता के अहंकार के सामने आवाज उठाने को लेकर किया। बीजेपी के अहंकार की कोई सीमा नहीं है और उनके अहंकार ने उनको अंधा कर दिया है।
भाजपा अपने खिलाफ उठी हर आवाज दबाना चाहती : अभिषेक
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी इस दौरान भाजपा की आलोचना की। क्योंकि मंगलवार को उनको भी हिरासत में लिया गया था। अपने ऊपर हुई इस कार्रवाई पर अभिषेक ने कहा कि यह भारत के लोकतंत्र के लिए काला दिन है, जहां पर बीजेपी अपने खिलाफ उठी हर आवाज को दबा देना चाहती है।