जेपी की जयंती पर मचा हंगामा
- JPNIC का गेट बंद किया तो गेट ही कूद गये अखिलेश यादव
- 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने डाली थी याचिका
- एलडीए ने गेट पर जड़ा ताला, दीवारों पर लगाई टीन की चादरें
- सपा ने योगी सरकार पर बोला हल्ला
- पूर्व सीएम को जेपीएनआईसी जाने से रोका गया
- एलडीए की सफाई- सुरक्षा कारणों से नहीं दी अनुमति
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर सपा व भाजपा सरकार के बीच तलवारें खींच गई है। बुधवार (11 अक्टूबर) को लखनऊ में जेपीएनआईसी पर जोरदार हंगामा हुआ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ माल्यार्पण करने के लिए जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर पहुंचे, लेकिन इसके पहले ही एलडीए ने जेपीएनआईसी के मेन गेट पर ताला जड़ दिया। ताला बंद होने कारण अखिलेश यादव जेपीएनआईसी का गेट फांदकर अंदर गए।
इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी को दी गई थी जिसके लिए उन्होंने एलडीए को पत्र लिखकर परमिशन भी मांगी थी, लेकिन एलडीए ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए गेट पर ताला लगवा दिया। वहीं सपा प्रवक्ता अमीक जमई के मुताबिक परमिशन न देते हुए एलडीए ने कहा कि सुरक्षा कारणों से अंदर नहीं जाने दिया गया। कारणों में एक कारण अंदर साफ सफाई भी न होने की बात कही गई है,अमीक जमाई ने सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी लगातार स्वच्छता अभियान की बात कहती है पर वह जयप्रकाश जी के स्मृति में बने स्थान पर साफ सफाई में पीछे रह रही है तो किस बात का स्वच्छता अभियान है।
जेपीएनआईसी को बचाने के लिए डाली गई थी याचिका
जेपीएनआईसी की बिल्डिंग का काम भाजपा सरकार आने के बाद रूका हुआ था। जिसकी वजह से यह भव्य इमारत खंडहर हो रही थी। जिससे इसमें आम जनता के लगे टैक्स का पैैसा बर्बाद हो रहा था, इसी को लेकर एक जनहित याचिका वरिष्ठï पत्रकार व 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने डाली थी जिस पर कोर्ट ने यूपी सरकार को आदेश दिया था कि सरकार यह भवन तुरंत पूर्ण कराए। एलडीए द्वारा वर्तमान में जिर्णोद्धार का काम भी कराया रहा है। जेपीएनआईसी को लेकर सपा और मौजूदा यूपी सरकार में कई बार तकरार हो चुकी है।
बीजेपी को यही रास्ता मंजूर : अखिलेश
इस मामले को लेकर अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट में लिखा था कि महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर जेपीएनआईसी का रास्ता रोका जा रहा है। पूर्व सीएम ने आगे कहा कि सच ये है कि बीजेपी लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि बीजेपी के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोजगारी और महंगाई तब से कई गुना ज्यादा है, अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान करना पड़ेगा। अगर बीजेपी को यही मंजूर है तो यही सही।
मंगलवार को ही जड़ा गया था ताला
राजेंद्र चौधरी ने मंगलवार दोपहर भी जेपीएनआईसी पहुंचकर तैयारियों की समीक्षा की थी। इस बीच मंगलवार शाम को एलडीए ने सपा के प्रदेश कार्यालय को पत्र भेजकर सुरक्षा कारणों का हवाला देकर कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया। एलडीए ने जेपीएनआईसी के गेट पर ताला लगा दिया। जेपीएनआईसी के गेट पर लोहे की चादरों की दीवार एलडीए ने देर शाम खड़ी कर दी। इतना ही नहीं गेट को फांदकर कोई बाहर से भीतर न पहुंच सके, इसके लिए लोहे की चादर की दीवार भी लगा दी गई है।