फोटो खींचना और सेल्फी लेना पड़ा महंगा

नई दिल्ली। पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में मंडोली जेल में बंद आरोपी सुशील कुमार पहलवान को कल तिहाड़ जेल स्थानांतरित कर दिया गया। इस दौरान आरोपी सुशील पहलवान के साथ सेल्फी लेने और फोटो खिंचवाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। आरोपी सुशील कुमार के साथ सेल्फी लेने और फोटो खिंचवाने की फोटो वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है।
बता दें कि आरोपी सुशील कुमार को कल मंडोली जेल से तिहाड़ जेल शिफ्ट किया गया था, सुशील पहलवान की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन और स्पेशल के जवानों को तैनात किया गया था। पुलिस का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर इन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए उन्हें सस्पेंड भी किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुशील को पुलिस ने 23 मई को पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था वह 2 जून से मंडोली जेल में बंद था। कल सुशील को मंडोली जेल से तिहाड़ जेल शिफ्ट किया गया था। तीसरी बटालियन के पुलिसकर्मी जहां उन्हें शिफ्ट करने गए थे, वहीं स्पेशल सेल के जवानों को भी सुरक्षा के लिए भेजा गया था।
स्पेशल सेल से सुरक्षा के लिए जो टीम भेजी गई थी, उसी टीम ने सुशील को गिरफ्तार किया था इतना ही नहीं सेल्फी के दौरान आरोपी और पुलिसकर्मियों ने कानून का उल्लंघन किया। सुशील और पुलिसकर्मियों ने न तो मास्क पहना और न ही दो गज के नियम का पालन किया।
सूत्रों के मुताबिक मंडोली जेल पहुंचने पर सुशील को जेल प्रशासन ने इन पुलिस कर्मियों को सौंप दिया, जिन्हें तिहाड़ जेल शिफ्ट करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके बाद तीसरी बटालियन ही नहीं स्पेशल सेल के जवान भी सुशील के साथ फोटो सेशन करने लगे। उन्होंने सुशील के साथ कई तस्वीरें और सेल्फी लीं। तस्वीरों में सुशील पहलवान भी काफी खुश नजर आ रहे हैं। वहीं ये तस्वीरें पुलिसकर्मियों ने अपने परिचितों को भेजीं, जो कुछ ही देर में वायरल हो गईं।
इस मामले में फोटो के वायरल होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसकी जानकारी मिली। हत्या के आरोपी सुशील पहलवान के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा सेल्फी लेने को लेकर पुलिस पर सवाल खड़े हुए। इसे ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने फिलहाल पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस जांच में पता चलेगा कि आखिर इन लोगों ने ये फोटो क्यों खींची. अगर उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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