मुझे योगी सरकार पर भरोसा नहीं: निशा
पीड़िता ने कहा-हत्यारोपी आराम से उसी पुलिस चौकी में आत्मसमर्पण कर दिया जहां मेरे पति की हत्या हुई
मेनका गांधी से कहा- घटना की सीबीआई जांच हो
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सुल्तानपुर। सुल्तानपुर डॉक्टर हत्याकांड मामले में मेनका गांधी के सामने चिकित्सक की पत्नी का गुस्सा फूट गया। उन्होंने सांसद के सामने कहा उन्हें योगी सरकार व सांसद दोनो से कोई उम्मीद नहीं है। पीडि़ता ने कहा कि न्याय देने के नाम पर मेरे साथ मजाक हो रहा है। हत्यारोपी आराम से उसी पुलिस चौकी में आत्मसमर्पण कर दे रहा है जहां मेरे पति की हत्या हुई है। कार्रवाई के नाम पर केवल दिखावा हो रहा है।
एडेड स्कूल में साढ़े सात हजार की नौकरी का ऑफर देकर प्रशासन जख्मों पर नमक छिडक़ रहा है। अब मुझे इस घटना की सीबीआई जांच चाहिए, आप से या सरकार से मुझे अब कोई उम्मीद नहीं है। सांसद मेनका गांधी के गांव पहुंचने पर चिकित्सक घनश्याम तिवारी की पत्नी का गुस्सा इन लफ्जों में फूटा। घटना के करीब 20 दिन बाद सांसद मेनका गांधी चिकित्सक घनश्याम तिवारी की पत्नी निशा तिवारी से मिलने उनके गांव सखौली कलां पहुंचीं। उन्होंने शोक जताया तो चिकित्सक की पत्नी ने कहा कि पुलिस कहती है कि आरोपी अजय नारायण को गिरफ्तार किया तो मेरा कहना है कि उसे गिरफ्तार नहीं किया गया, उसने आत्मसमर्पण किया। सांसद ने कहा कि वह जेल में है ना तो पीडि़ता ने कहा कि वे बड़े-बड़े रसूख वाले लोग हैं, दो महीने में छूट जाएंगे।
पीडि़ता ने सांसद से कहा कि मेरा आपसे मिलने का मन नहीं था लेकिन मैं आपका सम्मान करती हूं, इसलिए मैं आपसे मिली। मेरे साथ निष्पक्षता से न्याय नहीं हो रहा है। नौकरी के नाम पर मेरे साथ मजाक किया गया। मुझे पांच हजार की नौकरी दी गई। मुझे स्थाई नौकरी चाहिए।
‘मेरे साथ शुरू से ही हो रही लीपापोती’
निशा तिवारी ने आगे कहा कि मुझे आपसे और योगी जी से, किसी से भी उम्मीद नहीं है। मेरे साथ शुरू से ही लीपापोती हो रही है। मुझे किसी पर भरोसा नहीं है। मुझे मुआवजे के तौर पर एक करोड़ की राशि योगी सरकार से दिलाने के लिए डीएम ने लिखित आश्वासन दिया था लेकिन मुझे 10 लाख का चेक दिया गया। मैं किसी से भीख नहीं मांग रही हु। मुझे जितने भी आश्वासन दिए गए थे, सब ठंडे बस्ते में डाल दिए गए।
जमीनी मामले में हत्या होने पर कानूनन मुआवजा नहीं दिया जाता : मेनका
इस पर सांसद मेनका गांधी ने कहा कि आपको हमदर्दी के कारण चेक दिया गया, जबकि जमीनी मामले में हत्या होने पर कानूनन मुआवजा नहीं दिया जाता है। जो आपके साथ हुआ, बहुत बुरा हुआ। 40 दिन अभी नहीं बीते हैं, मन को शांत रखो, पूजा-पाठ करो, आपको स्थाई नौकरी मिल जाएगी। सांसद ने आगे कहा कि आपकी कानूनन मदद की गई है और की जा रही है। इस दौरान पूर्व मंत्री ओम प्रकाश पांडे, पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. सीता शरण त्रिपाठी, जिला महामंत्री विजय त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि रणजीत सिंह व रमेश द्विवेदी आदि मौजूद रहे।