हमारे कामों की कॉपी कर रहे शिवराज: अखिलेश
- बोले- डबल इंजन की सरकार के इंजन आपस में टकरा रहे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। अखिलेश यादव ने मप्र के बुधनी में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मिर्ची बाबा का सहयोग और समर्थन क रन की जनता से अपील क ी। समाजवादी पार्टी प्रमुख ने आगे कहा कि यह डबल इंजन की सरकार के इंजन आपस में टकरा रहे हैं। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के इतने दावेदार हैं, जितने यहां पर संभाग नहीं हैं। केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारने पर अखिलेश यादव बोले कि राजनीति में प्रमोशन होता है, लेकिन मप्र पहला प्रदेश है जहां राजनीति में डिमोशन हुआ है।
एमपी में डबल इंजन की सरकार है और एक सडक़ बता दो यहां जिस पर इमरजेंसी में हवाई जहाज उतर सके, यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार ने महिलाओं को पेंशन दी, उसी की कॉपी करके एमपी में लाड़ली बहना योजना चला रहे हैं। वहीं, उन्होंने योगी आदित्यनाथ से मिर्ची बाबा की तुलना करते हुए कहा कि हमारे बाबा भी उत्तर प्रदेश वाले बाबा से कम नहीं हैं, और दोनों को साथ खड़ा कर दिया जाए तो हमारे 20 और वह 19 ही निकलेंगे। उधर लोकसभा चुनाव में एनडीए को चुनौती देने के लिए बने इंडिया गठबंधन अब खुद की पार्टियों के लिए चुनौती पेश कर रहा है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन की पार्टियों में मतभेद खुलकर सामने आई है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान खुलकर कांग्रेस पर जुबानी हमले किए तो कांग्रेस के नेताओं ने भी पलटवार किया है। दोनों पार्टियों के बीच जुबानी जंग इतनी बढ़ी की मध्य प्रदेश में सभा के दौरान अखिलेश ने बीजेपी के साथ-साथ कंाग्रेस पर भी हमला तेज कर दिया।
भाजपा के दो सांसदों की ममता-अखिलेश से हुई बात
भाजपा के दो सांसद इंडिया गठबंधन से चुनाव लड़ सकते हैं। इन दोनों के अपनी पार्टी के साथ संबंध सहज नहीं हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी उनके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात भी कर चुकी हैं। माना जा रहा है कि विपक्षी गठबंधन इन दोनों मौजूदा सांसदों पर दांव लगा सकता है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टियां और नेता हर स्तर पर एक-दूसरे के संपर्क में हैं। यह करीब-करीब तय है कि अधिकतर प्रमुख पार्टियां यह चुनाव दो मुख्य खेमों में बंटकर ही लड़ेंगी। इसलिए जिसके भी समीकरण अपनी पार्टी में बिगड़े हुए हैं या इसकी आशंका है, वे विरोधी खेमे के नेताओं के संपर्क में हैं। रूहेलखंड के भाजपा के एक सांसद लगातार अपनी पार्टी की नीतियों के खिलाफ सार्वजनिक बयान दे रहे हैं। एक और सांसद भी अपने सत्ताधारी दल में अपेक्षित महत्व न मिलने से अलग रास्ता पकडऩे की तैयारी में हैं। इंडिया की समन्वय समिति के सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों सांसदों को लग रहा है कि उनकी पार्टी इस बार उन्हें टिकट नहीं देगी। इसलिए उन्होंने ममता बनर्जी से संपर्क साधा। उनका इरादा है कि लोकसभा चुनाव में उन्हें इंडिया गठबंधन का समर्थन मिल जाए। इसके लिए या तो वे इंडिया गठबंधन के किसी दल से चुनाव लड़ लें या फिर निर्दल प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरें और इंडिया गठबंधन भी उनका समर्थन कर दे। बताते हैं कि सपा अपने सिंबल पर उन्हें चुनाव लड़ाने के लिए तैयार नहीं है। क्योंकि, उनकी पहले से चली आ रही छवि के चलते सपा के परंपरागत अल्पसंख्यक वोट बैंक के असहज होने की संभावना है। ममता बनर्जी ने तृणमूल के टिकट पर उन्हें लड़ाने का प्रस्ताव रखा है, जिस पर विचार चल रहा है।