कांग्रेस 2024 नहीं 2029 की तैयारी कर रही है, कांग्रेस नेता का बड़ा बयान
नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर भाजपा का हाथ थाम लिया है, जिसके बाद राजनीति में भारी हलचल देखने को मिल रही है। एक तरह राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन कमजोर होती नजर आ रही है। अब तक बंगाल और पंजाब में ही विपक्षी गठबंधन कमजोर नजर आ रहा था, लेकिन अब बिहार में इसकी ताकत कम हो गई है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में सवाल है कि आखिर विपक्षी गठबंधन आगे क्या और किस तरह की रणनीति बनाने वाली है।
इसी बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस किसी को रोकने की कोशिश नहीं करती, जिसे जाना हो जाओ, कांग्रेस एक महान पार्टी है। दरअसल, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, गठबंधन जब से बना तभी से ये गंभीर बीमारियों से ग्रस्त है। शुरुआत से ही इसमें तरह-तरह के वायरस आ गए, फिर ये आईसीयू में चला गया और अंत में वेंटिलेटर पर था। फिर कल नीतीश कुमार ने इसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। अब गठबंधन का क्या होगा?
बता दें कि बीते रविवार को नीतीश कुमार ने दोपहर में राज्यपाल से मुलाकात करके उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके तुरंत बाद बीजेपी की बैठक हुई, जिसके बाद एक सीएम के साथ दो डिप्टी सीएम के फार्मूले पर एनडीए के साथ सरकार बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद शाम पांच बजे नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। आपको बता दें कि बिहार की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी मुख्यमंत्री ने दिन में इस्तीफा दिया हो और शाम को उसका शपथ ग्रहण हो।
साथ ही, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी की नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी तंज कसते हुए इसे राजनीतिक पर्यटन कहा। उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी में कुछ बहुत महान और बुद्धिमान नेता हैं। जहां एक तरफ सभी राजनीतिक पार्टियां 2024 चुनाव के लिए कमर कस रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पूरी कांग्रेस पार्टी पॉलिटिकल टूरिज्म कर रही है। दरअसल, हम 2024 के बाद पता लगा पाएंगे कि 2024 का चुनाव कैसे जीता जाए। ऐसा लगता है कि हम 2029 के चुनाव के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। अगर हम 2024 की तैयारी कर रहे होते तो ऐसा नहीं होता।
इस पूरे घटनाक्रम से विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, नीतीश कुमार को पहले गठबंधन का संयोजक बनाने की चर्चाएं हो रही थी और उस बीच नीतीश का यह फैसला सबको हैरान करने वाला है। 2024 लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी गठबंधन एकजुट होकर एनडीए को हराना चाहते थे, लेकिन इसी बीच नीतीश कुमार ने एनडीए का हाथ थाम कर सबको असमंजस में डाल दिया है।